आखिरी दिन रांची टेस्ट ड्रॉ, जडेजा ने लिए 9 विकेट, इन 2 कंगारुओं ने टाल दी हार
रांची: टीम इंडिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया मैच ड्रॉ कराने में कामयाब हो गया। इसका श्रेय शॉन मार्श और हैंड्सकॉम्ब को जाता है। इन दो बल्लेबाजों की वजह से कंगारुओं के सिर पर हार की तलवार नहीं गिरी। मार्श और हैंड्सकॉम्ब ने मिलकर 124 रन की पार्टनशिप करते हुए मैच बचाया। मैच खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 6 विकेट खोकर 204 रन बना लिए थे। मैच में जहां रवींद्र जडेजा ने 9 विकेट झटके, तो वहीं चेतेश्वर पुजारा ने डबल सेंचुरी लगाई। इससे पहले भारत ने पहली पारी 603/9 रन पर घोषित की थी। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 451 रन बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट 17 रन पर वार्नर और दूसरा कुल स्कोर 23 पर लियोन का गिरा। लियोन ने 2 रन बनाए। इसके बाद रेनशॉ भी 59 रन के कुल स्कोर पर पैवेलियन लौट गए। लंच से पहले आखिरी विकेट स्मिथ का गिरा। स्मिथ ने 21 रन बनाए. तब ऑस्ट्रेलिया का कुल स्कोर 63 रन था। ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती दोनों झटके वार्नर और लियोन के रूप में रवींद्र जडेजा ने दिए। स्मिथ का विकेट भी जडेजा ने ही चटकाया। रेनशॉ का विकेट शर्मा के खाते में गया। इससे पहले टीम इंडिया ने पहली पारी 603/9 रन पर डिक्लेयर कर 152 रन की लीड हासिल की।
चौथे दिन पुजारा ने बनाई थी डबल सेंचुरी
चौथे दिन चेतेश्वर पुजारा ने 525 गेंद खेलते हुए 202 रन बनाए। ये उनके करियर की तीसरी डबल सेन्चुरी है और पांचवां 150 से ज्यादा है। वहीं साहा ने अपने करियर का तीसरा शतक लगाया।चेतेश्वर पुजारा और साहा के बीच 7वें विकेट के लिउ 199 रन की बेहतरीन पार्टनरशिप रही। इससे पहले मेहमान टीम की पूरी टीम पहली पारी में 451 रन पर आउट हो गई थी।
पुजारा के आउट होने के बाद रवींद्र जडेजा आठवें विकेट के लिए खेलने उतरे। जडेजा ने 55 गेंदों में नाबाद 54 रन बनाए। इस वनडे स्टाइल पारी में उन्होंने 5 चौके और 2 छक्के भी लगाए और भारत का पहली पारी में स्कोर 600 के पार पहुंचाने में अहम रोल अदा किया।
मैच के तीसरे दिन पुजारा ने 11वीं शानदार टेस्ट सेंचुरी लगाई थी। यह इस सीरीज में टीम इंडिया की ओर से पहला शतक है। पुजारा ने 214 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इस दौरान इस बल्लेबाज ने 14 चौके भी लगाए। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये उनका दूसरा शतक है।
दूसरे दिन टूटा था मैक्सवेल का बल्ला
दूसरे दिन मैच की पहली ही गेंद पर मैक्सवेल का बल्ला टूट गया। उमेश यादव के ओवर की गेंद मैक्सवेल के बल्ले के ऊपरी हिस्से में लगी और बल्ला टूट गया। बल्ला टूटने के बावजूद मैक्सवेल ने 180 गेंदों में टेस्ट करियर का पहला शतक पूरा किया। हालांकि शतक के बाद वो अपने स्कोर में सिर्फ 4 रन ही जोड़ पाए। रवींद्र जडेजा की गेंद पर मैक्सवेल 104 रन बनाकर आउट हुए। आउट होने से पहले कप्तान स्मिथ के साथ मैक्सवेल ने पांचवें विकेट लिए 191 रन की पार्टनरशिप की थी।