पेट्रोल-डीजल की कीमतें बेकाबू: तोड़े सभी रिकाॅर्ड, चेक करें अपने शहर का रेट
देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 90.19 रुपये प्रति लीटर हो गई है और डीजल 80.60 रुपये प्रति लीटर हो गया है। जनता पर लगातार महंगाई की मार पड़ रही है।
पेट्रोल-डीजल फिर हुआ मंहगा: यहां दाम पहुंचा 100 के पार, चेक करें अपने शहर का रेट
सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (BPCL) और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (HPCL) ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में शुक्रवार को फिर बढ़ोत्तरी की है।
जनता को बड़ी राहत: पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी कमी, ऐसे चेक करें नया रेट
मंगलवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 8 पैसे प्रति लीटर घट कर 81.06 रुपये और डीजल 15 पैसे प्रति लीटर कम होकर 71.28 रुपये पर आ गया है।
जनता को बड़ी राहत: डीजल के दाम में भारी कटौती, ऐसे चेक करें रेट
महंगाई की मार झेल रही देश की जनता को थोड़ी राहत मिली है। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, तो वहीं डीजल की कीमतों में कमी आई है।
महंगाई से बड़ी राहत: पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी गिरावट, ऐसे चेक करें नया रेट
महंगाई की मार झेल रही देश की जनता को राहत मिली है। शुक्रवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 26 पैसे प्रति लीटर घट कर 81.14 रुपये और डीजल 35 पैसे प्रति लीटर कम होकर 72.02 रुपये पर आ गया है।
पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी कटौती, फटाफट ऐसे चेक करें अपने शहर का रेट
गुरुवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आई है। पेट्रोल के दाम में 13 से 15 पैसे की कमी की गई है जबकि डीजल की बात करें तो इसकी कीमत में 8 से 20 पैसे तक कमी हुई है।
लगातार 13वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, फटाफट चेक करें अपने शहर का रेट
कोरोना संकट के बीच लोगों के ऊपर एक बार फिर महंगाई का बोझ बढ़ गया है। दरअसल पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल फिर एक बार महंगा हो गया।
जानिए कितना महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल, चेक करें आपके शहर में क्या है दाम
कोरोना से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन लागू है। लेकिन इसमें ढील देने से फ्यूल की मांग बढ़ गई है। सब कुछ बंद होने के कारण राज्य सरकारों को जो घाटा हुआ, उसकी थोड़ी-बहुत भरपाई वे पेट्रोल-डीजल VAT बढ़ाकर कर रही हैं।