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Road Accident Cashless Treatment: सड़क हादसे में घायलों का होगा मुफ्त में इलाज, सरकार ने किया बड़ा ऐलान
Road Accident Cashless Treatment: आज के समय में आए दिन सड़को पर कई हादसे होते रहते हैं, ऐसे में कई लोगों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
five died in road accident family was going from Bahraich to Bangalore (photo-social media)
Road Accident Cashless Treatment: आज के समय में आए दिन सड़को पर कई हादसे होते रहते हैं, ऐसे में कई लोगों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है। कुछ लोग समय पर उपचार नहीं लेते हैं जिसकी वजह से उनकी जान चली जाती हैं। अब सरकार ने इसके लिए एक नई स्कीम शुरू की है। इसके लिए एक नया बजट पेश किया गया है, इस स्कीम में रोड एक्सीडेंट के घायलों को अस्पताल में फ्री कैशलेस ट्रीटमेंट मिलेगा। बता दें कि सड़क दुर्घटना में 1.5 लाख से अधिक लोगों की जान जाती है, परन्तु अब समय पर इलाज मिलने से लोगों की जान बच सकती हैं।
1.5 लाख रुपये तक कैशलेस इलाज
सामने आई जानकारी के अनुसार इस स्कीम के तहत सड़क पर एक्सीडेंट होने वाले घायलों को सरकार 1.5 लाख रुपये तक का फ्री में इलाज प्रदान करेगी। जैसे कि अगर किसी भी घटना में दो व्यक्ति घायल होते हैं तो उन्हें 1.5-1.5 लाख रुपये का अलग से फ्री इलाज प्रदान किया जाएगा। ये योजना 5 मई से लागू हो चुकी है। यह आम जनता के लिए अच्छा फैसला है, इससे कई लोगों को की जान बच सकती हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी खुद संसद में इस बात का ऐलान किया है। इससे पहले भी सड़क सुरक्षा और लोगों की जान बचाने को लेकर उनके मंत्रालय ने कई योजनाएं पेश कि परन्तु कोई भी सफल नहीं रही। अब ऐसे में सरकार की यह नई स्कीम लोगों की जान बचाएंगी। सरकार के नोटिफिकेशन में कहा गया है, ” सड़क दुर्घटना में ऐसा कोई भी व्यक्ति जो मोटर वाहन की वजह से घायल हुआ है, उसे इस स्कीम का फायदा मिलेगा। घायलों को डेसिग्नेटेड अस्पताल में 1.5 लाख रुपये तक का कैशलेस ट्रीटमेंट मिलेगा। आप एक्सीडेंट के दिन से 7 दिन तक मुफ्त में इलाज ले सकते हैं”
इस तरह उठा सकेंगे इस स्कीम का फायदा
इस स्कीम को नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) द्वारा लागू किया गया है, एनएचए पुलिस, अस्पताल और राज्य सरकारों की स्वास्थ्य एजेंसियों के साथ मिलकर इस काम की शुरुआत कर रही हैं। इस योजना को ‘कैशलेस ट्रीटमेंट ऑफ रोड एक्सीडेंट विक्टिम्स स्कीम-2025’ नाम से जाना जाएगा। बता दें कि एक्सीडेंट हो जाने के बाद घायलों को डेसिग्नेटेड हॉस्पिटल के अलावा किसी अन्य अस्पताल में लेजाया जाता है, जिसमें उन्हें कैशलेस इलाज मिलेगा। राज्यों में एनएचए के साथ मिलकर स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल इस स्कीम को लागू करने पर काम कर रही हैं। यह एजेंसी घायलों को इलाज, संबंधित अस्पतालों से संपर्क करने, उन्हें लेने आना और पेमेंट से जुड़े सभी काम करेगी। इसके लिए सरकार स्टीयरिंग कमेटी भी बनाएगी, जो सभी के काम पर नजर रखेगी।
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