×

बमों के मां-बाप के बारे में मिल गया ज्ञान, तो अब भारत के इस मसालेदार बम के बारे में लो जान

अमेरिका ने गुरूवार (13 अप्रैल) को अफगानिस्तान पर आतंकी संगठन आईएसआईएस के ठिकाने पर अपना ताकतवर नॉन न्यूक्लियर बम GBU-43/B गिराया।

tiwarishalini
Published on: 15 April 2017 4:43 PM IST
बमों के मां-बाप के बारे में मिल गया ज्ञान, तो अब भारत के इस मसालेदार बम के बारे में लो जान
X
बमों के मां-बाप के बारे में मिल गया ज्ञान, तो अब भारत के इस मसालेदार बम के बारे में जान लो

नई दिल्ली: अमेरिका ने गुरूवार (13 अप्रैल) को अफगानिस्तान पर आतंकी संगठन आईएसआईएस के ठिकाने पर अपना ताकतवर नॉन न्यूक्लियर बम GBU-43/B गिराया। जिसमें अब तक 94 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बम को 'मदर ऑफ ऑल बम' (MOAB) के नाम से भी जाना जाता है। वहीँ रूस के पास अमेरिका से भी ज्यादा ताकतवर बम है। जिसे 'फादर ऑफ़ ऑल बम' (FOAB) कहा जाता है। क्या आपको पता है कि भारत के पास इस तरह का कौन सा बम है? अगर नहीं, तो हम आपको बता रहे हैं कि भारत के पास इस तरह का कौन सा बम है।

अगली स्लाइड में जानिए और भारत के पास कौन सा बम है

भारत के पास है SPICE

भारत का सबसे बड़ा पारंपरिक बम स्मार्ट प्रिसाइज़ इम्पैक्ट एंड कॉस्ट इफेक्टिव (SPICE) है। जिसकी कमान इंडियन एयरफोर्स के पास है। इस बम को इजरायली कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड ने बनाया है।

2,000 पौंड वज़नी यह बम फ्रेंच मूल के 'मिराज 2000' लड़ाकू विमानों में ले जाए जा सकते हैं। इंडियन एयरफोर्स ने इसे सुखोई-30 एमकेआई क‍े साथ भी टेस्‍ट किया है। सुखोई 550-एलबी क्‍लास के 26 बम आसानी से ले जा सकता है।

भारत के स्पाइस बम का वजन 450 किलोग्राम है। यह करीब तीन मीटर लंबा है। भारत का स्‍पाइस बम अमेरिका के पास मौजूद MOAB और रूस के पास मौजूद FOAB बम की लीग में नहीं आता है।

अगली स्लाइड में जानिए अमेरिका के बम के बारे में ...

मदर ऑफ ऑल बम (MOAB)

-अमेरिका ने पहली बार GBU-43/B (मैसिव आॅर्डिनेंस एयर ब्लास्ट बम) का परीक्षण साल 2003 में किया था।

-अमेरिका के इस बम का वजन करीब 21600 पौंड ( 9,797 किग्रा) है।

-इस बम के गिराए जाने पर सवा तीन किलोमीटर के दायरे में आने वाली हर एक चीज तबाह हो जाती है।

-इसकी कीमत करीब 2000 करोड़ रुपए है।

उसमें 11 टीएनटी जितनी ताकत है।

-इस बम का दायरा 150 मीटर है।

-अमेरिका के पास फिलहाल ऐसे करीब 20 बम है।

-अफगानिस्तान में अमेरिका ने इस बम को एयरफोर्स के स्पेशल विमान एमसी 130 से गिराया।

-यह बम जीपीएस से गाइडेड है।

-एल्बर्ट एल ने साल 2002 में इस बम का डिज़ाइन तैयार किया था।

अगली स्लाइड में जानिए रूस के बम के बारे में ....

फादर ऑफ ऑल बम (ATBIP)

-रूस का एविएशन थर्मोबारिक बम ऑफ इनक्रिजिड पावर (ATBIP) अमेरिका के GBU-43/B बम (MOAB) से चार गुना ज्यादा मारक क्षमता रखता है।

-रूस के इस बम का पहली बार परीक्षण 11 सितंबर, 2007 में किया गया था।

-इ सका वज़न 7100 किलोग्राम होता है।

-इसे सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम माना जाता है।

-इससे होने वाली तबाही लगभग परमाणु बम जैसी ही होती है. लेकिन इससे रेडिएशन का खतरा नहीं होता।

-रूस का ATBIP बम 44 टीएनटी जितनी क्षमता से तबाही ढहा सकता है।

-ATBIP अफगानिस्तान में इस्तेमाल किये गए बम के मुकाबले ब्लास्ट के बाद दोगुना ज्यादा तापमान पैदा करता है।

-एक ATBIP बम से होने वाली तबाही का दायरा करीब 300 मीटर होता है।

यह भी पढ़ें .... OMG : GBU-43B है बमों की ‘मम्मी जी’, 32 किमी दूर से नजर आती है तबाही

tiwarishalini

tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story