×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

अगर आप है बदसूरत, तो देना पड़ सकता है ज्यादा दहेज़ ,ये हम नहीं बल्कि कहती है 12वीं की ये किताब

आपने सुना होगा की किताबें इंसान को सही रास्ता दिखाती है। और दुनिया को देखने के लिए नया नज़रिया भी देती है। मगर ये क्या , महाराष्ट्र बोर्ड की एक किताब में लड़कियों के बारे में ऐसी आपत्तिजनक बातें लिखीं

tiwarishalini
Published on: 3 Feb 2017 1:46 PM IST
अगर आप है बदसूरत, तो देना पड़ सकता है ज्यादा दहेज़ ,ये हम नहीं बल्कि कहती है 12वीं की ये किताब
X

मुंबई: आपने सुना होगा की किताबें इंसान को सही रास्ता दिखाती है। और दुनिया को देखने के लिए नया नज़रिया भी देती है। मगर ये क्या , महाराष्ट्र बोर्ड की एक किताब में लड़कियों के बारे में ऐसी आपत्तिजनक बातें लिखीं है जिसे पढ़कर लड़कों के दिमाग में नेगेटिविटी आ सकती है। महाराष्ट्र बोर्ड के 12वीं कक्षा की किताब में ज्यादा दहेज मांगने की वजह लड़कियों की बदसूरती और विकलांगता को बताया गया है।

इस किताब में लिखी है ऐसी बातें

-यह ज्ञान 12 वीं की समाज शास्त्र की पुस्तक के ‘भारत में बड़ी सामाजिक समस्याएं’ नामक अध्याय में दिया गया है।

-लड़कियां के बारे में बेहद आपत्तिजनक ज्ञान बांटने वाली इस पुस्तक के मुताबिक देश में दहेज प्रथा के जारी रहने का एक कारण लड़कियों की बदसूरती और विकलांगता है।

-यह पुस्तक महाराष्ट्र सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड की देखरेख में लिखी गई है।

-पुस्तक में कहा गया है कि, ‘यदि कोई लड़की बदसूरत और विकलांग है, तो उसका विवाह होना मुश्किल होता है। ऐसी लड़की से विवाह के बदले लड़के वाले ज्यादा दहेज की मांग करते हैं।

-किताब में लिखा है -ऐसी लड़कियों के माता-पिता भी खुद को असहाय पाते हैं और ज्यादा दहेज देने को बाध्य होते हैं। इस कारण दहेज प्रथा को प्रोत्साहन मिलता है।’

हो सकता है इसका विरोध

लैंगिक समानता और अधिकारों की मांग करने वाले संगठन इस विवादित ज्ञान के प्रति विरोध जता सकते हैं। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी। एजुकेशन बोर्ड के चेयरमैन गंगाधर मामाने ने कहा, ‘मैं इस मामले पर पहले बोर्ड ऑफ स्टडीज के साथ चर्चा करूंगा, फिर कोई टिप्पणी करूंगा।’



\
tiwarishalini

tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story