TRENDING TAGS :
कलह पर सुलह: अखिलेश-रामगोपाल का निष्कासन रद्द, शिवपाल बोले- अब सब ठीक है
शिवपाल यादव ने कहा कि मुलायम सिंह यादव के आदेश के अनुसार अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव का पार्टी से निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी में चल रही कलह पर सुलह हो गई है। 24 घंटे के अंदर अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव का निष्कासन रद्द कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें ... बेटे के लिए कठोर हुए मुलायम, सीएम अखिलेश और रामगोपाल को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला
शिवपाल ने किया ट्वीट ...
शिवपाल यादव ने ट्वीट कर बताया कि नेता जी मुलायम सिंह यादव के आदेश के अनुसार अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव का पार्टी से निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर सांप्रदायिक ताकतों से लड़ेंगे और एक बार फिर से यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे।
और क्या कहा शिवपाल ने ?
-शिवपाल ने ऐलान किया कि नेताजी और अखिलेश मिलकर अब उम्मीदवारों की सूची फिर से जारी करेंगे।
-उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के समय पर समाजवादियों का बहुत गौरवशाली इतिहास रहा है।
-उन्होंने कहा कि आज (31 दिसंबर) को लोकबंधु राजनारायण की पुण्यतिथि है।
-हम उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।
-उन्होंने कहा कि समाजवादियों का इतिहास गौरवमय रहा है।
-उन्होंने कहा कि राजनारायण जी की वजह से ही इंदिरा जी को मजबूरन इमरजेंसी लगानी पड़ी थी।
-इसके बाद किसी ने सोचा नहीं था कि यूपी में 85 सीटें कांग्रेस हारेगी।
-जिसके बाद एक फिर बीजेपी ने नोटबंदी के माध्यम से ऐसा ही माहौल पैदा किया है।
-साल 1992 में बीजेपी ने राम मंदिर को लेकर साम्प्रदायिक माहौल पैदा किया था।
-उसके बाद बीजेपी का सफाया हो गया था।
-शिवपाल ने नए साल की बधाई देते हुए कहा कि सब समाजवादी मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
-उन्होंने कहा कि अब सब लोगों को एक हो जाना चाहिए क्योंकि जब समाजवादी एक हुए हैं तो प्रचंड बहुमत की सरकार बनी है।
-शिवपाल ने कहा कि जोश के साथ होश बनाए रखना जरूरी है।
-अनुशाशन में रहना बहुत जरूरी है।
प्रो. रामगोपाल यादव ने क्या कहा ?
पार्टी से निष्कासन वापस लिए जाने के बाद प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि पिक्चर अभी बाकी है।
उन्होंने कहा कि 1 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं है।
इमरजेंसी राष्ट्रीय अधिवेशन तय समय पर ही होगा।
उन्होंने कहा कि इस अधिवेशन में बड़े निर्णय लिए जाएंगे।
यह अधिवेशन जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित होगा।
आजम ने संभाली समझौते की कमान
-अखिलेश और मुलायम के बीच समझौते की कमान आजम खान ने संभाली।
-इस दंगल में सपा परिवार के करीबी और मंत्री आजम खान असमंजस की स्थिति में थे।
-आजम का कहना था कि वो किसी भी बैठक में नहीं जाएंगे।
-जो हो रहा है वो सही नहीं है। वो बीच-बचाव करने की कोशिश करेंगे।
-बातचीत से बीच का रास्ता निकाला जा सकता है।
-इसी कोशिश के तहत वो अखिलेश को लेकर मुलायम के आवास पर पहुंचे।
सीएम की शर्त
सपा सूत्रों के अनुसार, सीएम अखिलेश अपने पिता और पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह से इस शर्त पर बात करने को राजी हुए थे कि पहले अमर सिंह को बाहर का रास्ता दिखाया जाए। अब चूंकि सीएम और मुलायम की बातचीत हो गई है तो यह तय माना जा रहा है कि अमर सिंह सपा से बाहर होंगे। अखिलेश लगातार ये आरोप लगाते रहे हैं कि पार्टी में चल रहे घमासान के सूत्रधार अमर सिंह हैं और उन्हें पार्टी से बाहर किए बिना किसी तरह का कोई समझौता नहीं हो सकता।
आजम खान ने क्या कहा था ?
-आजम खान ने मुलायम सिंह और सीएम अखिलेश के बीच चल रहे घमासान पर अफसोस जताते हुए शुक्रवार (30 दिसंबर) को कहा था कि ये पार्टी बहुत संघर्ष के बाद बनी है।
-आज जो कुछ हो रहा है वह इतिहास में बहुत खराब लफ्जों में लिखा जाएगा।
-क्या कहेगा जमाना, रिश्तों पर उंगली उठेगी, लोग खून पर यकीन नहीं करेंगे।
-खून से खून जुदा होने लगा है। यह हमने कौन सा इतिहास रचा।
-रिश्ते पटरी से क्या उतरे, प्रदेश का मुकद्दर ही बिगाड़ दिया है।
-इससे लोग औलाद के और औलाद बाप के नाम से नफरत करेंगे।
-उन्होंने कहा कि 5 साल की कामयाबी के बाद पार्टी नुख्ता चीनी का विषय बन गई है।
-आजम खान ने पहले भी कई बार पार्टी को चेताया था कि दोनों का ये गुस्सा यूपी की जनता और सपा के लिए कितना नुकसानदेह हो सकता है।
-इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। आने वाले समय में लोग सपा के किस योगदान को याद रखेगें।
-जीवन कुछ दिन का है जबकि इतिहास हमेशा पढ़ा जाता है।