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ताज महल के साये में घर घर शौचालय अभियान फुस्स,स्वास्थ्य-शिक्षा की बात छोड़िये
जहां एक तरफ केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार स्वच्छता अभियान और घर घर शौचालय के अभियान का प्रचार प्रसार कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ ताजनगरी आगरा में ताज महल के साये में रह रहे लोगों का हाल बेहाल है। ताज महल से चंद किलोमीटर दूर स्थित लगभग गांव की जब
मानवेन्द्र मल्होत्रा
आगरा:जहां एक तरफ केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार स्वच्छता अभियान और घर घर शौचालय के अभियान का प्रचार प्रसार कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ ताजनगरी आगरा में ताज महल के साये में रह रहे लोगों का हाल बेहाल है। ताज महल से चंद किलोमीटर दूर स्थित लगभग गांव की जब पड़ताल की गई तो जानकारी चौकने वाली थी,क्योंकि न तो इन गांव में एक भी शौचालय है ना कोई सरकारी स्कूल है,और न ही कोई स्वाथ्य केंद्र। विश्व में प्रसिद्ध इमारत ताजमहल के पास रह रहे इन लोगों को तो ताजमहल सिर्फ मुसीबत ही लगता है।
ताज महल के साये में घर घर शौचालय अभियान फुस्स,स्वास्थ्य-शिक्षा की बात छोड़िये
ताज महल केवीआईपी पूर्वी गेट से होकर गांव को रास्ता निकलता है और महज डेढ़ किलोमीटर चलने के बाद इन गांवों की शुरुआत हो जाती है और सबसे पहला गांव पड़ता है नगला पैम। इस गांव में अगर नजर घुमाई जाए तो सड़कों की स्थिति बहुत खराब है गांव के लोगों की सुबह की शुरुआत जब होती है तो ताज के दीदार से होती है क्योंकि गांव से ताज महल साफ दिखाई देता और फिर लोग घर से निकलते है। शौच के लिए खेतों में जंगलों में और इसकी वजह यह है कि आज भी क्षेत्र में शौचालय नहीं है। धरातल पर अगर सचाई देखी जाए तो अभी तक इस क्षेत्र में शौचालय न होना ही बताता है कि सरकार के घर घर शौचालय की योजना इन लोगों के लिए सिर्फ छलावा है ।
ताज महल के साये में घर घर शौचालय अभियान फुस्स,स्वास्थ्य-शिक्षा की बात छोड़िये
अभी हाल ही में ताजमहल से प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने स्वच्छता की एक मुहिम छेड़ी थी योगी जी का कहना भी है की घर घर शौचालय होंगे और बहू बेटीयों को शौच के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा... पर इन गांवों में आज घर की बहू बेटियां मजबूरी में शौच के लिए घर के बाहर निकलती। इन गांव की असुविधाओं की कहानी सिर्फ शौचालय पर ही नही खत्म होती है इन गांवों के बच्चों के भविष्य से भी खिलबाड़ हो रहा है।इस कि बजह गांव के लोगों ने बताया की यहां एक भी सरकारी स्कूल नही है।
ताज महल के साये में घर घर शौचालय अभियान फुस्स,स्वास्थ्य-शिक्षा की बात छोड़िये
सरकार स्वस्थ्य की ओर भी विशेष ध्यान दे रही है पर यहां पर एक भी स्वास्थ्य केंद्र भी नही है। गांव के जिस रास्ते से आगरा के सरकारी अस्पताल पास पड़ता है वहां से इन लोगों को जाने नही दिया जाता है क्योंकि यह मार्ग निकलता है ताजमहल के पूर्वी गेट से जहां से सिर्फ पास वाले वाहन ही निकल सकते और दूसरे रास्ते से जाने के लिए लोगों को लगभग 16 किलोमीटर से घूम कर जाना पड़ता जिसकी बजह से लोगों को काफी समस्या होती है।अगर किसी महिला को डीलिवरी होनी होती हे तो भी काफी घूम कर जाना पड़ता है। जो रास्ता काफी खराब है। कई बच्चे तो रास्ते में ही हो लन्म ले चुकें है। ग्रामीण महिलाओं का कहना हे कि हमें तो खेतों में ही शौच को जाना पड़ता हे जिससे हमें शर्मिंदा होतीं है नेता तो उड कर आते हैं ओर चले जाते हैं यहा कोई भी सुविधा नहीं हे।
ताज महल के साये में बसे गांव के लोगों का कहना है कि नगला पैमा,गड़ी वनग्स,अहमदबुख़ारी,नया नगला,पुराना गांव,नगला तल्फ़ी ये गांव आज भी सुविधाओं के लिए तरस रहें है, और इस इंतजार में है कि सरकार इस ओर भी ध्यान दे।
स्थानीय नागरिक देवकी नंदन ने बताया की मोदी जी काफी अच्छा काम कर रहे है लेकिन आज भी उनका गाँव विकास से कोसो दूर है। यहाँ महिलाए आज भी खेतों में शौच को जाने को मजबूर है। , चाहे ताजमहल पास है लेकिन ताज के गाँव के पास होने का हमें सौ प्रतिशत नुकसान है।
वहीं रामा देवी ने बताया की यहाँ एक भी सरकारी सुविधा नहीं है।योगी जी तो हवाई जहाज से आते है और उड़कर निकल जाते है उन तक समस्या कैसे बतायें। महिलाएं,बच्चियां,युवतियां, सब खुले में खेतों में जाने को मजबूर है।
रामगोपाल ने बताया कि समस्यायों से भरपूर है ये गाँव 5 हजार की आबादी है आस पास के गांवों की मिलकार, सब गाँवों में कोई सरकारी सुविधा नहीं है कई बार जाम भी लगाया समस्यायों को दूर करने के लिए लेकिन कुछ हुआ नहीं।