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Raebareli News: अस्पताल प्रशासन के खिलाफ बीजेपी नेता का DM आवास पर धरना, जानिए क्या है मामला
सड़क दुर्घटना में घायल बच्ची को भर्ती न करने को लेकर भाजपा नेता ने डीएम आवास के सामने धरना पर बैठ गए।
Raebareli News: भारत में स्वास्थ्या व्यवस्था की स्थिती एकदम लचर है औऱ उपर से चिकित्सकों की भारी लापरवाही से लोगों को और सोचने पर विवश कर दे रहा है की सरकारी व्यवस्था में इलाज कराया जाए या नहीं। डॅाक्टरों के ढिला रवैया ने व्यवस्था को और पंगु बना दिया है। वहीं कर्मचारियों का व्यवहार भी सराहनीय योग्या नहीं रहता है। एक तो वे लोग देर सवेर आते हैं और उपर से काम में लापरवाही बरतते हैं।
कुछ इसी प्रकार का वाकया रायबरेली जिला अस्पताल में देखने को मिला जहा एक बच्ची का दुर्घटना हो गया था और उसके परिजन दिखाने गए तो डाक्टरों ने एडमिट नहीं किया और सुबह आने को बोला,जब सुबह गया तो लखनऊ रेफर कर दिया। इस प्रकार के रवैया से भाजपा नेता आगबबूला हो गए औऱ डीएम के आवास के सामने धरने पर बैठ गए।
घायल बच्ची को यहां ट्रीटमेंट नही मिला
आपको बता दें की उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा खुद बीमार पड़ चुकी है। इसका अंदाजा तब हुआ जब दुर्घटना में घायल एक बच्ची को यहां ट्रीटमेंट नही मिला, डॉक्टरों ने अपना पल्ला झाड़ने के लिए उसे लखनऊ रेफर कर दिया। जिस पर बीजेपी नेता ने हंगामा किया तो स्वंय डीएम मौके पर पहुंचे। उन्होंने सीएमएस से लेकर डॉक्टरों तक को फटकार लगाया। वहीं दो दलाल भी अस्पताल में पकड़े गए हैं जिन्हें पुलिस कोतवाली ले जाकर पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार बीती रात एक बच्ची दुर्घटना में घायल हो गई थी। लेकिन उस्का रायबरेली के जिला अस्पताल में इलाज नही हो सका। इस वजह से भाजपा नेता संतोष पांडेय ने अस्पताल में हंगामा काटा। सुबह उस बच्ची को डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया जबकि उसका इलाज रायबरेली में हो सकता था। इससे नाराज होकर भाजपा नेता संतोष पांडेय घायल बच्ची को लेकर डीएम आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। इस सूचना के मिलते ही डीएम वैभव श्रीवास्तव दल-बल के साथ जिला अस्पताल पहुंच गए।
डीएम ने अस्पताल पहुंचकर यहां इमरजेंसी से लेकर कई वार्डो का निरीक्षण किया
डीएम ने अस्पताल पहुंचकर यहां इमरजेंसी से लेकर कई वार्डो का निरीक्षण किया। अस्पताल की इमरजेंसी में दो दलाल भी पकड़े गए डीएम ने पुलिस को निर्देश दिया कि इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। इसके बाद डीएम सीधे सीएमएस के रुम में पहुंच गए। उन्होंने ड्यूटी रजिस्टर चेक किया तो कई एक डॉक्टर और कर्मचारी नदारद थे। हद तो ये रही कि कई डॉक्टर की रजिस्टर पर साइन मौजूद थी लेकिन डॉक्टर हॉस्पिटल में मौजूद नही थे इस पर डीएम ने कड़ी फटकार लगाया।