×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

आजम साहेब! द्रौपदी गाली नहीं है, मजबूरी और बेबसी लिखी थी.....उसकी किस्मत में

Rishi
Published on: 18 April 2017 2:51 PM IST
आजम साहेब! द्रौपदी गाली नहीं है, मजबूरी और बेबसी लिखी थी.....उसकी किस्मत में
X

रामपुर : समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान ने, सूबे में योगी सरकार का एक महीना पूरा होने पर कहा, कि चुनाव लड़ने के लिए जो भाषा बोली जाती है वो चुनाव जीतने के बाद नहीं बोली जाती। जो सरकार और सत्ता में आने के बाद ये शब्द बोलते हैं, उनमें ज़मीन आसमान का फर्क होता है।

ये भी देखें :सोनू की गलती ने बनाया हीरो से जीरो, लोग बोले- ऐसे होते हैं नाचने-गाने वाले

पूर्व मंत्री ने कहा योगी जी जो शब्दावली मुसलमानों के लिए, इस्लाम के लिए, तलाक़शुदा औरतों के लिए या जो तलाक़ चाहती हैं उनके लिए प्रयोग कर रहे हैं, उससे सिवाय घृणा के कुछ हासिल नहीं कर रहे।

उन्होंने कहा अपमान कुछ ज़्यादा हो रहा है। इतनी अभद्र भाषा, द्रौपदी कह कर मुखातिब करना मुस्लिम महिलाओं को, शरीयत को, इस्लाम को, ये बहुत अच्छा नहीं हो रहा।

वहीँ सोनू निगम पर हमलावर होते हुए, आजम ने कहा कि वो ऐसे इलाके में न रहे जहाँ उनके लिए नागवार आवाज़ आती हो। नाचने गाने वालों को तो ऐसी जगह रहना चाहिए जहाँ वो अच्छा रियाज़ कर सके।

उन्होंने कहा दौलतमंद लोग हैं, ऐसी जगह पर रहे जहाँ भजन, गुरुवाणी और अजान सुनाई न दे, उन्हें इलाका बदलना चाहिए ऐसी जगह पर नही रहना चाहिए।

ट्रिपल तलाक पर पूर्व मंत्री ने कहा, जब सती प्रथा खत्म हुई धर्म को बदला गया, तो हमें ये हक नही था कि हम कुछ बोलें। मुसलमानों को आज भी कोई हक नहीं कि वो बोल सकें कि फेरे कैसे लिए जाएं, मंत्र कैसे हों, तो हमारी नमाज़ कैसे हो रोजें कैसे हों, हमारी शादी और तलाक कैसे हो ये हम पर ही छोड़ दें।



\
Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story