×

मंत्री जी को खुश करने के चक्कर में CM के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे बीजेपी कार्यकर्ता

योगी सरकार बनने के बाद कैबिनेट की बैठक में एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया गया। वह फैसला था यूपी में वीआईपी कल्चर का खात्मा, लेकिन लगता है कि अभी तक योगी सरकार के अधिकारी

tiwarishalini
Published on: 2 Jun 2017 6:50 PM IST
मंत्री जी को खुश करने के चक्कर में CM के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे बीजेपी कार्यकर्ता
X

बाराबंकी: योगी सरकार बनने के बाद कैबिनेट की बैठक में एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया गया। वह फैसला था यूपी में वीआईपी कल्चर का खात्मा, लेकिन लगता है कि अभी तक योगी सरकार के अधिकारी वीआईपी कल्चर के समाप्त करने को लेकर गंभीर नज़र नही आ रहे है। तभी तो आज बाराबंकी में निरिक्षण करने पहुंचे सिंचाई मंत्री के लिए वीआईपी कारपेट का इंतजाम किया गया था।

क्या है पूरा मामला ?

- योगी सरकार द्वारा वीआईपी कल्चर को खत्म करने को लेकर कैबिनेट के फैसले का मुख्य उद्देश्य जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच पैदा हुई दूरी को दूर करना था।

-भाजपा की नीतियों के अनुसार चाहे वो देश का पीएम हो या प्रदेश का सीएम सभी जनता के सेवक है ।

- मगर आज भी प्रदेश में मंत्रियों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है।

-आज ( 2 जून ) बाराबंकी के एल्गिन चरसडी बांध का निरीक्षण करनेआए प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के स्वागत में वीआईपी कल्चर का पूरा ख्याल रखा गया और घाघरा की तराई में रेत के ऊपर मंत्री जी को खुश करने के लिए अधिकारियों ने कार्पेट बिछवाया गया था।

- हालांकि इस बात की जानकारी होने पर मंत्री जी ने अधिकारियों के प्रति नाराजगी प्रकट की , लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी ही इस बात का जवाब दे सकते है कि उनके लिए मंत्री जी को खुश करना ज्यादा जरूरी है या सीएम के आदेश ।

पीएम के स्वच्छता अभियान की उड़ी धज्जियां

- पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाने में भाजपा की लोकसभा सांसद प्रियंका रावत भी पीछे नहीं रही।

- उन्होंने मिनरल वाटर की जूठी बोतल पानी पीने के बाद उसी घाघरा नदी के जल में फेंक दी जिसकी सफाई आज मोदी सरकार की पहली प्राथमिकता है।

- जब जिले की भाजपा सांसद का यह आचरण है तो आखिर अधिकारी पीछे कैसे रह जाते उन्होंने भी नाश्ता खाना खाने के बाद बचा हुआ कूड़ा करकट भी वहीं फेंक दिया ।

सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह एल्गिन चरसडी बांध के निरीक्षण करने घाघरा तटबंध पर आए हुए थे। निरीक्षण के दौरान मंत्री जी के तेवर घाघरा बांध के निर्माण में अबतक हुए लगभग 300 करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर काफी सख्त दिखे । उन्होंने घोटाले की जांच करवाकर सख्त कार्यवाही की बात कही है ।

tiwarishalini

tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story