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Lok Sabha Election 2024: रणनीति बनाने राजधानी पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, बैठक में कुल 80 सीटें जीतने की हो रही है मंत्रणा
Lok Sabha Election 2024: 2019 के लोकसभा चुनाव में जिन 14 सीटों पर भाजपा को शिकस्त मिली थी वहां जीत के लिए तैयार करेंगे रोडमैप।
Lok Sabha Election 2024: भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल गुरुवार को यहां पहुंचे। बंसल की लोकसभा प्रभारियों के साथ बैठक हो रही है। भाजपा की उन सीटों पर नजर है जहां पर पार्टी 2019 का लोकसभा चुनाव हारी थी।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। बसंल को उन 14 सीटों पर मंथन करेंगे जहां पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। अब इन सीटों को जिताने का जिम्मा बंसल को सौंपा गया है। बैठक में बंसल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चैधरी और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह के साथ प्रदेश की 80 सीटों पर जीतने की रणनीति तैयार करेंगे। सुनील बंसल को हारी हुई सीटों पर जीत दिलाने का जिम्मा सौंपा गया है।
इसलिए बंसल हैं खास
सुनील बंसल उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री रह चुके हैं और 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव इनकी देखरेख में ही लड़ा गया था। जिसमें भाजपा दूसरी भार यूपी में बहुमत के साथ चुनाव जीत कर आई। अब बंसल को लोकसभा 2024 में प्रदेश की 80 सीटों पर जीत दिलाने का जिम्मा सौंपा गया है। सुनील बंसल कुशल रणनीतिकार हैं। संगठन में वे बड़ा चेहरा हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 और 2022 में भाजपा की जीत के पीछे बड़ा चेहरा रहे हैं। उन्हें यूपी प्रदेश की लोकसभा और विधानसभा सीटों के बारे में काफी समझ है कहां भाजपा को किस तरह की रणनीति बनानी है और जीत के लिए कैसे कार्य करना है उन्हें बखूबी मालूम है। 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश की 80 सीटें काफी महत्वपूर्ण हैं। इन्हीं सीटों में अधिक से अधिक सीटें जीत कर भाजपा फिर अपनी सरकार केंद्र में बनाने की रणनीति में जुटी है।
2019 में 9 सीटों का हुआ था नुकसान
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को यूपी की 80 में से 62 सीटें मिलीं थीं जबकि उसके सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) को 2 सीटों पर जीत मिली थी। बीजेपी अगुवाई वाली एनडीए को 2019 में कुल 64 सीटें मिली जबकि 2014 के चुनाव में एनडीए को 73 सीटें मिली थीं। अगर सीट के आधार पर देखा जाए तो एनडीए और बीजेपी दोनों को ही उत्तर प्रदेश में 9 सीटों को नुकसान हुआ था। बीजेपी 71 सीट से 62 पर ही रह गई। लेकिन यहां पर बीजेपी को वोट शेयर में इजाफा हुआ।