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Jhansi News: गायत्री शक्तिपीठ पर तीन दिवसीय संस्कारशाला प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

Jhansi News: शांतिकुंज प्रतिनिधि योगेश पाटिल ने कहा कि बच्चों के माध्यम से परिवर्तन कराना आसान होता है, जो विज्ञापन पहले महिलाओं को प्रमुखता देते थे, वही अब बच्चों के बिना कोई विज्ञापन नहीं बना रहे हैं।

B.K Kushwaha
Report B.K KushwahaPublished By Shweta
Published on: 18 Sep 2021 4:35 PM GMT
गायत्री शक्तिपीठ पर तीन दिवसीय संस्कारशाला प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
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 गायत्री शक्तिपीठ पर तीन दिवसीय संस्कारशाला प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

Jhansi News: अपना बुढ़ापा आनंदमय बनाना है, तो अपने बच्चों को बचपन में ही संस्कारवान बनाएं। बच्चों को सप्ताह में 2 घंटे का समय अवश्य दें। संस्कारवान बच्चे ही नए भारत का निर्माण करेंगे। उक्त बातें शांतिकुंज हरिद्वार के युवा प्रकोष्ठ के वरिष्ठ प्रतिनिधि आशीष कुमार सिंह ने गायत्री शक्तिपीठ आंतिया तालाब पर आयोजित तीन दिवसीय संस्कारशाला प्रशिक्षण शिविर के शुभारंभ के अवसर पर कहीं। प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि संस्कारशाला के माध्यम से सप्ताह में एक दिन बच्चों को खेल-खेल में जीवन मूल्यों के आदर्शों को रोचकता के साथ सिखाया जाएगा।

बाल प्रबोधन, महापुरुषों के जीवन के रोचक प्रसंग, सुविचार को जानने ,जीवन विद्या आदि को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है । चौबीस संस्कारी कार्यों को बच्चों को प्रतिदिन करने को प्रेरित किया जाएगा तथा उनके अभिभावक प्रतिदिन उन कार्यों को दी जा रही डायरी में टिक करेंगे। संस्कारशाला सप्ताह में एक दिन आयोजित की जाएंगी। शांतिकुंज प्रतिनिधि योगेश पाटिल ने कहा कि बच्चों के माध्यम से परिवर्तन कराना आसान होता है, जो विज्ञापन पहले महिलाओं को प्रमुखता देते थे, वही अब बच्चों के बिना कोई विज्ञापन नहीं बना रहे हैं। आगे श्री पाटिल ने कहा कि एक वर्ष में चालीस रविवार का पाठ्यक्रम बच्चों को केंद्रित कर बनाया गया है।

संस्कार परंपरा, आदर्श परिवार, योग, प्राणायाम, शिक्षण प्रक्रिया के द्वारा जीवन मूल्यों को बच्चे के जीवन में उतारना ही संस्कारशाला का उद्देश्य है। जनपद में चार दर्जन से अधिक संस्कारशाला खोली जा रहीं हैं। प्रारंभ में सुभाष खत्री एवं श्रवण तिवारी में प्रज्ञा गीत प्रस्तुत किए। प्रशिक्षण में आत्माराम यादव, देशबंधु तिवारी ,मीडिया प्रभारी डॉ अचल सिंह चिरार,सुखवासी लाल कुशवाहा ,आशा श्रीवास्तव, प्रज्ञा शर्मा, किरण श्रीवास्तव ,आदित्य श्रीवास्तव, दीपांशु मालवीय, सरोज रायकवार, आसाराम कुशवाहा ,संजीव खरे,सुरेंद्र श्रीवास्तव, सोहन लाल मिश्र आदि उपस्थित रहे। संचालन प्रमुख ट्रस्टी हरीकृष्ण पुरोहित ने किया।

निःशुल्क श्राद्ध- तर्पण की व्यवस्था

उपस्थिति लोग

गायत्री शक्तिपीठ के प्रमुख ट्रस्टी हरी कृष्ण पुरोहित ने बताया कि पितृपक्ष में 20 सितंबर से 6 अक्टूबर तक प्रातः 5:30 बजे से 7:30 बजे तक शक्ति पीठ पर पूरी तरह से निशुल्क श्राद्ध -तर्पण की व्यवस्था गायत्री परिवार की ओर से की गई है ।जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने परिजन का श्राद्ध- तर्पण कर सकता है।

Shweta

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