TRENDING TAGS :
दिव्यांग व्यक्ति में कोई न कोई दिव्य शक्ति अवश्य होती हैः CM योगी
हम सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभारी हैं, जिन्होंने विकलांगता शब्द को दिव्यांगता का नाम दिया। प्रधानमंत्री का मानना है कि दिव्यांग व्यक्ति में कोई न कोई दिव्य शक्ति अवश्य होती है।
लखनऊ: हम सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभारी हैं, जिन्होंने विकलांगता शब्द को दिव्यांगता का नाम दिया। प्रधानमंत्री का मानना है कि दिव्यांग व्यक्ति में कोई न कोई दिव्य शक्ति अवश्य होती है। दिव्यांग शब्द दिव्यांगजन को प्रेरणा देता है। उस दिव्य शक्ति का उपयोग करके उन्हें मुख्य धारा से जोड़ते हुए समाज के विकास में सहभागी बनाया जा सकता है।
विश्वविद्यालय की योजनाओं का लोकार्पण
यह बात योगी आदित्यनाथ ने आज यहां डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के 7वें दीक्षान्त समारोह पर विश्वविद्यालय परिसर में ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण और उनकी कविताओं पर आधारित चित्र वीथिका का उद्घाटन करते हुए कही । इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय की 125 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस समय पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 से त्रस्त है। ऐसे में विश्वविद्यालय द्वारा दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया जाना अभिनन्दनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षा पूरी करने के बाद विद्यार्थी का दायित्व बनता है कि वह समाज के लिए कुछ अच्छा करे।
दीक्षान्त समारोह एक विशिष्ट अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय ज्ञान की गौरवशाली परम्परा रही है। आज हम सभी यहां इसको महसूस कर रहे हैं। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी व विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय के लिए दीक्षान्त समारोह एक विशिष्ट अवसर होता है। दीक्षान्त समारोह प्राचीन समावर्तन संस्कार का ही परिष्कृत रूप है।
यह भी पढ़ें: हमीरपुर: किसानों के समर्थन में सपा का प्रदर्शन, कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक
अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण
इस मौके पर राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय ने समावेशी शिक्षा के माध्यम से दिव्यांगजन को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए जो कार्य किया है, वह अत्यन्त सराहनीय है। दीक्षान्त समारोह का पल एक ऐतिहासिक पल है। भारत रत्न स्व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का आज अनावरण किया गया है। यह प्रतिमा विद्यार्थियों को देशप्रेम की प्रेरणा देगी।
राज्यपाल ने कहा कि किसी भी देश का उत्कृष्ट विकास वहां की शिक्षा प्रणाली पर निर्भर करता है। इसके दृष्टिगत ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है। इसे विभिन्न चरणों में वर्ष 2022 तक लागू किया जाना है। ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ में ज्ञान के सैद्धान्तिक पक्ष के साथ ही व्यावहारिक पक्ष का भी समावेश है। ज्ञान के इन दोनों पक्षों में समन्वय आवश्यक है। इससे विद्यार्थी डिग्री प्राप्त करने के साथ ही स्वावलम्बी और समाज के आधार स्तम्भ बनेंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति बालिकाओं के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि कुशल नागरिक बनकर ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है।