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प्रयोगशालाओं में स्वायल टेस्टिंग हो तब आएगी दूसरी हरित क्रांति- योगी
लखनऊ के भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में प्रथम नार्थ इंडिया साइंस कॉलेज में बोलते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक ऐसा सुझाव दिया है जिसे व्याहारिक जामा पहनाया जाए तो देश में स्वायल टेस्टिंग बेहद आसान हो जाएगी।
मनोज द्विवेदी
लखनऊ: लखनऊ के भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में प्रथम नार्थ इंडिया साइंस कॉलेज में बोलते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक ऐसा सुझाव दिया है जिसे व्याहारिक जामा पहनाया जाए तो देश में स्वायल टेस्टिंग बेहद आसान हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से हम दूसरी हरित क्रांति ला सकते हैं। उनकी इस बात पर पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और साइंस कांग्रेस में हिस्सा ले रहे वैज्ञानिकों ने भी इसकी सराहना की. सीएम योगी ने अन्य कई योजनाओं को यूनिवर्सिटी और छात्रों से जोड़कर उसे विकासोन्मुखी बनाने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए.
साइंस की सफलता समाज की बेहतरी में है
प्रथम साइंस कांग्रेस में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए सीएम योगी ने कहा की आजादी के बाद से अब तक कई ऐसी जनोपयोगी योजनाएं अव्यवस्था की शिकार हो गईं जिनसे समाज का भला हो सकता था। इसके कारणों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा की यूनिवर्सिटी सिर्फ डिग्री बांटने के केंद्र बने रहने तक ही अपनी उपयोगिता सिद्ध कर पा रहे है। जबकि शिक्षा, संस्कार और नए नए प्रयोगों के बने इन सस्थानों का बेहतर उपयोग हो सकता है।
उन्होंने कहा की सरकार जब भी मृदा परीक्षण के बारे में सोचती है तो इसके लिए सही इंफ्रास्ट्रक्चर न होने से यह आगे नहीं बढ़ पाता लेकिन हम हर जिले में स्थित स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी की प्रयोगशालाओं के माध्यम से यह काम आसानी से कर सकते है। इससे यूनिवर्सिटी को भी लाभ होगा और हजारों लाखों किसान इस शिक्षा के मंदिरों से अपने लिए कुछ पा सकेंगे।
छात्रों, युवाओं के नवाचार को मिले उचित प्रोत्साहन
सीएम योगी ने कहा कि युवाओं के पास नए नए आइडियाज होते हैं जिन पर काम करके हम कई समस्याओं से निजात पा सकते हैं। उन्होंने एक उदहारण देते हुए समझाया कि सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत अकेले यूपी में 70 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए हैं।
लेकिन उन्हें बार-बार रिफिल करने की जिम्मेदारी तो सरकार नहीं ले सकती। पर हम नवाचार पर काम करें और गावों में घर घर पल रहे गौवंश, शहरों में प्लास्टिक खाकर मर रहे गौवंश के गोबर से गोबर गैस बनाये तो इससे निकलने वाली मीथेन गैस से हम हर परिवार को 2-2 रिफिल गैस सिलेंडर मुफ्त में भर कर दे सकते हैं।
इससे हम ही नहीं बल्कि देश की सरकार भी आत्मनिर्भर बनेगी क्योंकि प्रतिवर्ष सरकार 5 लाख करोड़ का एलपीजी गैस विदेशों से खरीदती है। यह सब सम्भव है जब इसे हम ऐसे साइंस कांग्रेस के माध्यम से मूर्त रूप दें और युवाओं को इससे जोड़ें।
बीबीयू यूनिवर्सिटी 5 गावों का करेगी विकास
लखनऊ के भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में आयोजित प्रथम नार्थ इंडिया कांग्रेस में बोलते हुए कुलपति आर सी सोबती ने कहा की बीबीयू यूनिवर्सिटी आसपास के 5 गावों को गोद लेकर उसका विकास करने की योजना बनायीं है। इस बात की सराहना करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह बहुत ही अच्छा कदम है और संस्थानों को इस तरह से आगे बढ़कर विकास में अपना योगदान देना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने बीबीयू में बोटेनिकल गार्डन के लिए 1 करोड़ और महात्मा बुद्ध के नाम पर बनने वाले योग सेंटर के लिए 25 लाख देने की भी घोषणा की।