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सीएम ने दिए आदेश, यूपी के मेरठ मंडल ने शुरू किया ये अभियान

कोविड-19 से निपटने के लिए उतर प्रदेश सरकार ने एक विशेष रणनीति तैयार की है । इस रणनीति के तहत पूरे प्रदेश में करोना मरीजों की जांच की संख्या बढायी जायेगी।

Newstrack
Published on: 2 July 2020 9:53 AM GMT
सीएम ने दिए आदेश, यूपी के मेरठ मंडल ने शुरू किया ये अभियान
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लखनऊ: कोविड-19 से निपटने के लिए उतर प्रदेश सरकार ने एक विशेष रणनीति तैयार की है । इस रणनीति के तहत पूरे प्रदेश में करोना मरीजों की जांच की संख्या बढायी जायेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से अकहा है कि एक निर्धारित रोडमैप के तहत वे इस कार्य को करें। इसी के चलते आज से पूरे प्रदेश मे संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत हो गयी है।

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मेरठ मंडल की टीम ने घर जाकर रिकार्ड इकट्ठा किए

इसके अंतर्गत पाइलेट के रुप से मेरठ मंडल को लिया गया है। मेरठ मंडल के सभी 6 जिलों मेरठ, गौतमबुद्दनगर, गाजियाबाद ,हापुड़, बुलंदशहर और बागपत जिलों में घर घर जाकर टीमें लोगों के रिकार्ड इकट्ठा कर रही है। मेरठ मंडल में सर्विलांस का ये यह काम 12 जुलाई तक पूरा कर लिया जायेगा।प्रदेश के बाकी 17 मंडलों में पांच से पंद्रह जुलाई के बीच यह अभियान चलाया जायेगा ।अभियान के तहत दो सदस्यों की एक सर्विलांस टीम बनायी जायेगी।यह टीम घर घर जाकर परिवार के हर सदस्य का रिकार्ड खंगालेगी ।

टीम करोना के लक्षणों सहित लोगों की अन्य पुरानी बीमारी की भी जानकारी लेगी। सरकार ने सभी जिला अस्पतालो, मेडिकल कालेजों और सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थय केंद्रो पर 4444 कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की है। लोगों में इस अभियान के बारे में पहले से जागरुकता लायी जा रही है। मेरठ में पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु इस अभियान में 1400 टीमें लगायी गयी है। प्रत्येक टीम को रोजाना 50 घरों का सर्वे करने का काम दिया गया है। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि सर्वे के दौरान सभी बीमारियों के साथ करोना के संदिग्ध मरीजों की भी जांच की जायेगी। अगर किसी व्यक्ति में करोना के लक्षण पाये जाते हैं तो उसे तुरंत उपचार उपलब्ध कराया जायेगा ताकि करोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके।

सीएम योगी ने कोरोना को लेकर कहा ये

गौरतलब है कि उतर प्रदेश में सीएम योगी ने शुरु से ही करोना महामारी को लेकर व्यापक रणनीति अपनायी। सरकार ने तीन टी पर जोर दिया। ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट। पहले पता किया जाये कि करोना के मरीज कहां पर है पता करने के बाद उनकी जांच करायी जाये और पाजिटिव आने पर उन्हें उपचार मुहैया कराया जाये। उतर प्रदेश में कोविड अस्पतालों के साथ ही साथ क्वारन्टीन सेंटरों को भी सुविधाओं से लैस किया गया है।

यही कारण है कि यहां अन्य राज्यों की तुलना में संक्रमण की दर कम रही। मेरठ मंडल में पचास हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था की गयी है। प्रदेश के कोविड अस्पतालों में डेढ लाख से भी ज्यादा बेड उपलब्ध है । रोजाना 25 हजार से अधिक टेस्ट की क्षमता भी हासिल कर ली गयी है। हालांकि सीएम की मंशा है कि इसे बढाकर 30 हजार तक ले जाया जाये। जागरुकता अभियानों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी मुख्यमंत्री ने बराबर रेखांकित किया है।

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सूचना और प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न इकाइयों द्वारा इस दिशा में महत्वपूर्ण काम किया जा रहा है। दूरदर्शन और रेडियों जहां बराबर लोगों को कोविड-19 के बारे में सही जानकारी दे रहे हैं वहीं पीआईबी द्वारा प्रिंट मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जा रहा है। पीआईबी ने विशेष रुप से फैक्ट चेक यूनिट भी स्थापित की है जो मीडिया में आ रही भ्रामक खबरों की सच्चाई लोगों को बताते हैं।उम्मीद है कि सुनियोजति रणनीति के तहत चलाये जा रहे इस अभियान को अपने उद्देश्यों में पूरी सफलता मिलेगी और जल्द ही प्रदेश इस महामारी से उबरने में कामयाब होगा।

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