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लो आ गई 15 तारीख, CM के दावे हुए हवा हवाई , गड्ढा 'मुक्त' नहीं गड्ढा 'युक्त' हैं प्रदेश की सड़कें
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को गड्डा मुक्त करने का एक बड़ा फैसला लिया था। इ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को गड्डा मुक्त करने का एक बड़ा फैसला लिया था। इसके लिए योगी सरकार ने 15 जून तक का समय दिया था लेकिन अब सरकार का यह दावा हवा हवाई हो गया है। बताया जा रहा है कि अभी तक प्रदेश की 60 फीसदी सड़क ही गड्डा मुक्त हो पायी है।
- प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद निर्देश जारी किए थे कि 15 जून तक प्रदेश की तमाम सड़कें गड्ढा मुक्त कर दी जाएं।
- इसके लिए अच्छा खासा बजट भी दिया गया था।
- आश्चर्य की बात यह है कि दो दिन पहले लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर सदन लाल गुप्ता ने दावा किया था कि जिले में विभाग ने अपनी 95 प्रतिशत सड़कों को गड्ढा मुक्त करा दिया है। मगर हकीकत यह है कि अबतक 60फीसदी सडकें ही गड्ढा मुक्त हो पाइ है।
newstrack.com की टीम ने प्रदेश के कई जिलों में रियालिटी चेक किया। जो परिणाम सामने आया वो निराशाजनक था। प्रदेश की सडकें गड्ढा 'मुक्त' नहीं गड्ढा 'युक्त' मिली। आइये जानते है प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों का हाल कैसा है ।
आगे की स्लाइड्स में पढ़ें क्या है प्रदेश की सड़कों का हाल...
इलाहाबाद: यूपी की सडको को गड्ढा मुक्त करने की मियाद पूरी हो गई है। लेकिन योगी सरकार अभी भी अपने इस वायदे को तय वक्त पर पूरा नहीं कर पाई है। यूपी के पीडब्लूडी मंत्री के गृह नगर इलाहाबाद की हालत यह है की महज 70 फीसदी सड़के गड्ढे मुक्त हो सकीं। चौकाने वाली बात यह है की शहरी इलाको में भी सड़के अभी गड्ढो से आज़ाद नहीं हो पाई है। स्थानीय प्रतिनिधि फिर भी इसे अपनी सरकार की कामयाबी करार दे रहे है ।
यूपी के पीडब्लूडी मंत्री और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का गृह नगर इलाहाबाद में इन सड़कों की हालत देखकर यह तय कर पाना मुश्किल है की सडक में गड्ढे है या गड्ढो में सडक।
योगी के समर्थन में जनता
- स्थानीय लोगो का कहना है की योगी सरकार कोशिश कर रही है और कुछ और दिन बाद हालात बेहतर हो जाएंगे।
गोरखपुर: सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह नगर गोरखपुर में भी सड़कों की हालत खस्ता है। इसे pwd की लापरवाही कही जाए या प्रदेश सरकार के निर्देशों की अनसुनी जो अभी तक शहरों या ग्रामीण इलाकों की सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो पाई।
आम जनता मुख्यमंत्री के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठा रही है। लोगों का कहना है की जब मुख्य मंत्री के शहर की रोड नहीं बन पा रही है तो प्रदेश के अन्य जिलों का क्या हाल होगा। हमारे बगल में मुख्य मंत्री का आवास है लेकिन यही की रोड अभी तक नहीं बन पाई हम लोगो ने इसकी शिकायत भी की लेकिन आश्वासन ही मिला अभी तक सडक का सुधार नहीं हो सका।
आगरा : आगरा में पीडब्यूडी की कुल 1645 किलोमीटर की सड़क है जिसमें से अब तक केवल 1313 किमी की सड़क बन पाई है। बताया जा रहा है विभाग में पैसे की कमी हो गई है जिसके चलते काम बाधित है। अधिकारी काम के बहाने सड़के नाप रहे है वहीं के मंत्री समीक्षा बैठक कर रहे है। फिलहाल आगरा में अभी विभाग को 300 किमी से अधिक सड़क को गड्डा मुक्त करना है जो तय समय में नहीं पूरा हो पायेगा।