×

Omicron Variant पर वैक्सीन कारगर है? क्या इससे मौतें बढ़ सकती हैं? KGMU की डॉ. शीतल वर्मा ने दिया जवाब

Coronavirus Omicron Variant in India: ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर तमाम तरह की अफवाहें फैल रही है। ऐसे में इन अफवाहों का जवाब देने के लिए न्यूजट्रैक ने केजीएमयू की डॉक्टर शीतल वर्मा से बातचीत की है।

Shashwat Mishra
Report Shashwat MishraPublished By Shreya
Published on: 1 Dec 2021 4:48 AM GMT
Omicron Variant पर वैक्सीन कारगर है? क्या इससे मौतें बढ़ सकती हैं? KGMU की डॉ. शीतल वर्मा ने दिया जवाब
X

कोरोना वायरस (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Coronavirus Omicron Variant: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत सहित कई देशों को चेताया है। इस वैरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' (Variant Of Concern) रखा है। साथ ही, एडवाइजरी भी जारी कर दी है। जिसके बाद कई देशों में लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया है। भारत में भी नियमों में सख़्ती की जा रही है। इसके तहत हर एयरपोर्ट पर कंसर्न देशों से आने वाले लोगों का आरटीपीसीआर (RT-PCR Test) कराया जा रहा है।

मगर, ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) को लेकर तमाम तरह की अफवाहें (Omicron Variant Myth) फैल रही है। जैसे- इस वैरिएंट पर वैक्सीन कारगर है या नहीं? इससे मौतें बढ़ सकती हैं? ऐसे ही तमाम सवालों को ध्यान में रखते हुए 'न्यूज़ट्रैक' ने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शीतल वर्मा (Dr. Sheetal Verma) से बातचीत की।

डॉ. शीतल वर्मा (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

'पैनिक होने की आवश्यकता नहीं'

केजीएमयू के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शीतल वर्मा (Dr. Sheetal Verma) ने बताया कि "ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर बहुत तरह की बातें चल रही हैं। इसे डब्ल्यूएचओ (WHO) ने वैरिएंट ऑफ कंसर्न दिया है। मग़र, अभी इसके ट्रांसमिसीबिलियेटी, सीवीएरिटी और ये वैक्सीन से प्रोटेक्टेड है, ऐसा कुछ भी कहीं भी डॉक्यूमेंटेड नहीं है। बस, कुछ केसेस साउथ अफ्रीका (South Africa) में आए हैं।

बाक़ी, किसी भी देश में ऐसा नहीं देखा गया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से केसेस (Omicron Variant Cases) बढ़ रहे हैं या पेशेंट बढ़ रहे हैं।" उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मात्र सावधानीपूर्वक ऐसा बोला है, क्योंकि सिक्वेंसिंग चल रही है और उसमें पता चला कि 32 म्यूटेशन देखे गए हैं। अभी बहुत जल्दी है इसके बारे में कुछ भी कहना। क्योंकि, यह ख़बर बहुत जल्दी लोगों में फैल गई है, इसलिए पैनिक क्रिएट हो रहा है।

'इस वायरस के बारे में किसी को कुछ नहीं पता'

डॉ. शीतल वर्मा ने कहा, "इसके बारे में अभी कुछ नहीं पता है। इस वायरस के बारे में किसी भी साइंटिफिक कमेटी, साउथ अफ्रीकन कमेटी और डब्ल्यूएचओ को कुछ भी नहीं पता है। इसके बारे में बिना किसी आधार के बहुत जल्दी ख़बर फैल गई। इसके अलावा डब्ल्यूएचओ ने भी इसे बहुत जल्दी वैरिएंट ऑफ कंसर्न में डाल दिया।"

उन्होंने बताया कि सिक्वेंसिंग में एक वायरस मिल गया। जिसके बाद डब्ल्यूएचओ ने एडवाइजरी (WHO Advisory) जारी कर दी। जबकि, अभी तक दुनिया के किसी भी रिसर्चर को यह नहीं पता है कि यह वायरस ख़तरनाक है भी या नहीं। इससे मौतें बढ़ सकती हैं या नहीं। इस पर वैक्सीन कारगर है या नहीं। इससे मौतें बढ़ सकती है या नहीं।

कोरोना प्रोटोकॉल का करते रहें पालन

केजीएमयू की डॉ. शीतल वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया, "आम आदमियों को कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन करना चाहिए। ज़्यादा पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। जिन नियमों का वह पहले पालन कर रहे थे, उन्हीं को आगे भी अपनाते रहें। सामाजिक दूरी (Social Distance) बनाए रहें। मास्क (Covid-19 Mask) व सैनिटाइजर (Sanitizer) का इस्तेमाल करते रहें।"

दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shreya

Shreya

Next Story