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कानून का खौफ नहीं: सेना के जवान को पीटा, थाना प्रभारी को धमकाया

पीला गमछा डाले बेलगाम युवकों का एसडीएम के सामने पुलिस को धमकाने और गालियों से नवाजे जाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो लोग एसडीएम की मौजूदगी में थाने के भीतर इंस्पेक्टर को धमका रहे हैं क्या उन्हें कानून का कोई खौफ नही है।

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Published on: 12 Oct 2020 7:04 PM IST
कानून का खौफ नहीं: सेना के जवान को पीटा, थाना प्रभारी को धमकाया
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कानून का खौफ नहीं: सेना के जवान को पीटा, थाना प्रभारी को धमकाया

रायबरेली: जनपद में पुलिस का इकबाल लगातार कम होता जा रहा है। बीते दिनों महराजगंज कोतवाली में दबंगो द्वारा कोतवाली के सिपाही को पीटने का मामला शांत भी नही हुआ था कि आज एक सोशल मीडिया डीह थाने के भीतर का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें पीला गमछा डाले कुछ मनबढ़ युवक एसडीएम सलोन अंशिका दीक्षित की मौजूदगी में डीह थाना प्रभारी और सिपाहियों को अपशब्द बोल रहे हैं।

सेना के जवान के साथ पिटाई का मामला

बताया जा रहा कि इस वीडियो में दिख रहे लोग डीह थाना क्षेत्र के अंतर्गत पूरे धनी मजरे पोठई में बीते दिनों एक फौजी राणा सिंह के समर्थन में डीह थाने आये थे क्योंकि सेना के जवान का आरोप था कि थाने के सिपाहियों ने उसे पीटा और रिश्वत वसूली। सेना के जवान व विजय कुमार विश्वकर्मा नामक परिवार के साथ हुए जमीनी विवाद के मामले में तूल पकड़ा।

जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले को लेकर जांच के आदेश दिए थे मामला फौजी से जुड़ा होने के चलते जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने भी मामले को संज्ञान में लिया और जांच के निर्देश दिए और एसडीएम सलोन आंशिक दीक्षित के नेतृत्व में जाँच टीम का गठन किया। आज मामले की जाँच करने के लिए एसडीएम डीह थाने पहुँच कर जांच शुरू ही कि थी कुछ पीले गमछा वाले लोग थाने पहुंचे और वही पर एसडीएम अंशिका दीक्षित की मौजूदगी पुलिस को न सिर्फ खरी खोटी सुनाई बल्कि खुलेआम गालियों से नवाजा।

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थाने के भीतर इंस्पेक्टर को धमका रहे हैं

पीला गमछा डाले बेलगाम युवकों का एसडीएम के सामने पुलिस को धमकाने और गालियों से नवाजे जाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो लोग एसडीएम की मौजूदगी में थाने के भीतर इंस्पेक्टर को धमका रहे हैं क्या उन्हें कानून का कोई खौफ नही है या फिर वो लोग सेना के जवान को आगे करके पूरे सिस्टम को चुनौती दे रहे हैं वह कहीं भी कभी भी किसी के सामने कुछ भी कह सकते हैं और सिस्टम उनका कुछ भी बिगाड़ नही सकता। गौरतलब है डीह थाना क्षेत्र के पोठई गांव निवासी एक फौजी जिसके पिता चाचा व ताऊ पर कई गंभीर मुकदमा पंजीकृत हैं व हत्या के मामले में नैनी जेल में आजीवन कारावास काट रहे हैं। आरोप है कि लगातार फौजी द्वारा एक विश्वकर्मा परिवार का उत्पीड़न किया जा रहा है।

पुलिस पर आरोप लगाते हुए मारपीट

मामला जमीनी विवाद से जुड़ा है जिसमे पीड़ित परिवार का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह फौजी के परिवार से तंग आकर गांव छोड़ने को मजबूर है। बताते हैं इसकी शिकायत थाना स्तर पर की गई थी जहां दोनों पक्षों को बुलाया जाए था और कार्यवाही की बात चल ही रही थी कि कुछ सभ्रांत लोगों की हस्ताक्षेप पर सुलह समझौता कर लिया गया। जिसके बाद आरोप है कि फौजी पेशबंदी के लिए पुलिस पर आरोप लगाते हुए मारपीट व रिश्वत लेने का आरोप मढ़ दिया।

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मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने सिपाही को लाइन हाजिर की कार्रवाई भी कर दी है। लेकिन पूरे प्रकरण में जिस तरह से दंपती परिवार का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें रो-रोकर पूरी कहानी बताई गई है इससे साबित हो रहा है कि फौजी परिवार वाकई गांव में दबंगई के बल पर लोगों का जीना दुश्वार कर रखा है। फिलहाल यह तो जाँच के बाद ही तय होगा कि इस पूरे मामले में सच कौन बोल रहा है।

रिपोर्ट-नरेन्द्र सिंह रायबरेली



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