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Gorakhpur News: होमगार्ड ने ‘माई-11’ से जीते एक करोड़, खाते में रकम ट्रांसफर का दावा, जानिए कैसे मिले इतने रुपए

Gorakhpur News: होमगार्ड ने बताया कि जैसे ही एक करोड़ रुपये जीतने की सूचना मिली तो सबसे पहले मोबाइल नेटवर्क बंद कर दिया। बाद में खाता चेक किया तो एक करोड़ रुपये खाते में आ चुके थे।

Purnima Srivastava
Published on: 5 April 2023 8:42 PM IST
Gorakhpur News: होमगार्ड ने ‘माई-11’ से जीते एक करोड़, खाते में रकम ट्रांसफर का दावा, जानिए कैसे मिले इतने रुपए
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Vivekananda Singh (Photo-Social Media)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में वाहन के चालक के रूप में तैनात होमगार्ड विवेकानंद सिंह ने माई-11 ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट के माध्यम से 1 करोड़ रुपये और एक लक्जरी कार जीतने का दावा किया है। उनका दावा है कि एक करोड़ रुपये उनके खाते में ट्रांसफर हो गए हैं।
होमगार्ड ने बताया कि जैसे ही एक करोड़ रुपये जीतने की सूचना मिली तो सबसे पहले मोबाइल नेटवर्क बंद कर दिया। बाद में खाता चेक किया तो एक करोड़ रुपये खाते में आ चुके थे। सिकरीगंज थाना पर रिस्पांस टीम में तैनात होमगार्ड विवेकानंद सिंह ने द्वारा एक करोड़ जीतने की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई है। पुलिस विभाग की तरफ से बधाइयों का तांता लगा हुआ है। उनका कहना है कि आईजी कार्यालय से भी उन्हें बधाई दी गई। रिस्पांस टीम के कंट्रोल रूम से भी उन्हें बधाई दी गई।

सिकरीगंज के पिपरी गांव के रहने वाले विवेकानंद सिंह रिस्पांस टीम 352 में बतौर चालक तैनात हैं। वह 2011 से होमगार्ड विभाग में तैनात हैं। विवेकानंद के अनुसार तीन माह पहले भतीजे व पडोसियों ने उन्हें इस ऐप के बारे में बताया तो उन्हें भी यह ठीक लगा और उन्होंने ऐप को डाउनलोड कर लिया। उन्होंने माई11सर्किल पर एक रुपये से खेलना शुरू किया था। बाद में 49-49 रुपये कर उन्होंने करीब 4 हजार रुपये खर्च किए। सोमवार की रात 12 बजे उनके पास मोबाइल पर संदेश आया कि उन्होंने एक करोड़ रुपये व एक लक्जरी कार जीत ली है।

होमगार्ड की नौकरी नहीं छोड़ेंगे, खेती में लगाएंगे रकम

मंगलवार को माई-11 सर्किल के कार्यालय से फोन कर ईमेल आईडी व फोटो भी मांग लिया गया। इंटर तक पढ़े विवेकानंद सिंह संयुक्त परिवार में रहते थे। माता, भाई, बहन समेत उनके परिवार में कुल 8 सदस्य हैं। 3 साल का एक बेटा है। विवेकानंद का कहना है कि यह रकम पाने के बाद भी वह होमगार्ड विभाग में सेवा देते रहेंगे। विवेकानंद के अनुसार वह शाम को 4 बजे से ही खेलना शुरू कर देते थे और 7 बजे आनलाइन जुड़ जाते थे। विवेकानंद ने बताया कि रकम का खेती-किसानी में इसका बेहतर इस्तेमाल करेंगे। वह इसे भाग्य की देन बता रहे हैं।

Purnima Srivastava

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