Hardoi News: उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने आजम परिवार को लेकर विपक्ष द्वारा किए हमले पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार डरी हुई नहीं है। सरकार लगातार काम कर रही है। जनता की सेवा कर रही है। उनकी जवाबदेही जनता के लिए है। कांग्रेस ,सपा वाले बौखलाए हुए हैं। उन्होंने कभी कानून का पालन नहीं किया। कानून को माना नहीं नियमों को माना नहीं। वह लोग तो इस तरह की बात करेंगे ही उनको करने दीजिए। हम लोग सेवा कर रहे हैं। देश के प्रति हमारी जवाब देही है, जनता के प्रति हमारी जवाब देही है उसके लिए हम लोग काम कर रहे हैं। सपा नेता आज़म खान के एनकाउंटर के डर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि जो भी अच्छे से काम करेगा कानून का पालन करेगा उसको किसी भी तरह का डर नहीं है। डर उन्हीं लोगों को है जिन्होंने कभी कानून को माना नहीं नियमों का उल्लंघन किया है वह लोग इस तरह के बातें करते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); आजम परिवार को लेकर विपक्ष सरकार पर है हमलावरबता दें कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा व पुत्र पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में कोर्ट ने सात-सात साल की सजा सुनाई है। वहीं, आजम खान को सीतापुर जिला कारागार में व अब्दुल्ला आजम को हरदोई जिला कारागार में शिफ्ट किए जाने के बाद से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है ऐसे में कोई भी राजनीतिक दल इस मौके को छोड़ना नहीं चाह रहे है। विपक्षी दल सत्ता पक्ष पर राजनीतिक निशाना साध रहे हैं। समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन हरदोई जिला कारागार में अब्दुल्ला आजम से मिलने के लिए पहुंचा था। लेकिन, उनकी मुलाकात अब्दुल्ला आजम से नहीं हो सकती थ।सपा के डेलिगेशन के बाद कांग्रेस का भी एक डेलिगेशन हरदोई जिला कारागार में बंद अब्दुल्ला आजम से मिलने के लिए पहुंचा। लेकिन उनकी भी मुलाकात अब्दुल्ला आजम से नहीं हो सकी। जिसके बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस ने राजनीतिक षड्यंत्र के तहत कार्यवाही बताते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया कि सरकार फर्जी मुकदमे लगवा रही है। कांग्रेसियों ने यहां तक कह दिया कि आजम की तकरीरों से सत्ता की नींव हिलने लगी थी इसलिए यह कार्रवाई हुई है। कांग्रेस का आरोप है की सत्ता के अहंकार में चूर शासन ने उनके परिवार से मिलने पर शुभचिंतकों पर प्रतिबंध लगाया है। हालांकि इस बाबत जेल प्रशासन का कहना है कि अब्दुला आजम द्वारा 10 लोगों से मिलने की लिस्ट दी गई है। अब्दुला आजम बाकी किसी से भी मिलना नहीं चाहते हैं जिन 10 लोगों के नाम की लिस्ट अब्दुल्ला आजम द्वारा दी गई है जांच के बाद उन्हीं लोगों से अब्दुल्ला आजम की मुलाकात कराई जाएगी।