×

प्रदेश के नव-उद्यमी स्टार्ट-अप के लिए हुए सम्मानित

उत्तर प्रदेश के स्टार्ट-अप्स के लिए वित्तीय पहुॅच सुगम बनाने के लिए 1000 करोड़ रू. से उत्तर प्रदेश स्टार्ट-अप फण्ड की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्टार्ट-अप क्राॅति को उत्प्रेरित करने के लिए देश के विशालतम इन्क्यूबेटर की स्थापना लखनऊ में की जायेगी।

SK Gautam
Published on: 29 April 2023 10:45 AM GMT (Updated on: 29 April 2023 10:46 AM GMT)
प्रदेश के नव-उद्यमी स्टार्ट-अप के लिए हुए सम्मानित
X

लखनऊ: प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक विभाग द्वारा शनिवार को इन्दिरा गाॅधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में योजित उ.प्र. स्टार्ट-अप कान्वलेव-2019 के समापन -समारोह पर विजेताओं को पुरस्कार वितरित किया। शर्मा ने सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प देने वाले स्टार्टअप शुरू करने के लिए देश के नव-उद्यमी स्टार्ट-अप्स से आईडिया देने के आग्रह किया और प्रदेश में नये-नये स्टार्ट-अप्स की आशा और अभिलाषा व्यक्त की।

प्रदेश में एक हजार करोड़ रूपये से उत्तर प्रदेश स्टार्ट-अप फण्ड की स्थापना

उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप किसी भी क्षेत्र से हो सकते हैं। उन्होंने विभिन्न विद्यालयों से बड़ी संख्या में आये छात्र-छात्राओं को जिसमें से अनेक युवाओं में भविष्य के सफल उद्यमी बनने की सम्भावनायें हैं, उन्हें इन्क्यूबेटर्स और स्टार्ट-अप्स के लिए प्रदेश सरकार की स्टार्ट-अप नीति के अन्तर्गत अनुमन्य प्रोत्साहनों के बारे में विस्तार से बताया।

ये भी देखें : कंतित शरीफ का रहस्यमयी और तिलिस्मी नागकुंड

उन्होंने बताया कि केवल उत्तर प्रदेश के स्टार्ट-अप्स के लिए वित्तीय पहुॅच सुगम बनाने के लिए 1000 करोड़ रू. से उत्तर प्रदेश स्टार्ट-अप फण्ड की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्टार्ट-अप क्राॅति को उत्प्रेरित करने के लिए देश के विशालतम इन्क्यूबेटर की स्थापना लखनऊ में की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने स्टार्ट-अप बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

डाॅ. शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में स्टार्टअप के लिए एक अनुकूल इकोसिस्टम विकसित करने हेतु महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि, चिकित्सा, एवं स्वास्थ्य, ऊर्जा, खादी, शिक्षा, पर्यटन, परिवहन इत्यादि सभी क्षेत्रों के उद्योगों के लिए एक स्वतन्त्र एवं समग्र स्टार्ट-अप नीति बना रही है जो शीघ्र ही घोषित की जायेगी। इस पृष्ठभूमि में विभाग द्वारा उ.प्र .स्टार्ट-अप कान्क्लेव-2019 का आयोजन अत्यन्त प्रासंगिक है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने स्टार्ट-अप बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

ये भी देखें : कालेधन में अम्बानी परिवार को इनकम टैक्स का नोटिस, रिलायंस ने किया इनकार

प्रदेश में स्टार्टअप से सम्बन्धित महत्वपूर्ण मुद्दों का आदान-प्रदान किया गया

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों के स्टार्टअप समुदाय, इन्क्यूबेटर्स, मेन्टर्स सरकारी अधिकारियों, बैंकर्स काॅरपोरेट/नियामक निकायों, शिक्षिक संस्थानों, छात्रों इत्यादि सहित, अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग कियाा जाय। उत्तर प्रदेश में विकासमान स्टार्टअप इकोसिस्टम विकसित करने पर पैनल चर्चा में वक्ताओं द्वारा उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप से सम्बन्धित महत्वपूर्ण मुद्दों का आदान-प्रदान किया गया।

स्टार्टअप्स को लगभग रू० 7.65 लाख की पुरस्कार राशि वितरित की गई

कार्यक्रम के अन्तर्गत इन्दिरा गाॅधी प्रतिष्ठान के अलग-अलग श्रेणियों के लिए स्टार्टअप पिच-इन प्रतियोगिता आयोजित की गई तथा विचारों के चरण और उत्पादों के लिए स्टार्टअप्स को लगभग रू० 7.65 लाख की पुरस्कार राशि वितरित की गई। सर्वश्रेष्ठ महिला उद्यमी और सर्वश्रेष्ठ छात्र स्टार्टअप्स इत्यादि जैसे विशेष पुरस्कार भी दिये गये।

ये भी देखें : छेड़खानी के दोषी प्रोफेसर पर कार्रवाई न होने से बिफरी बीएचयू छात्राएं

कार्यक्रम के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स राज्यमंत्री अजीत पाल सिंह, अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स श्री अलोक सिन्हा, इण्डिया एंजेल नेटवर्क के संस्थापक डा. सौरभ श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story