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अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष धर्म सम्मेलन: एस्ट्रोलॉजर डेविड पार्किंस ने कहा- भारत से हुआ ज्योतिष का जन्म
अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष धर्म सम्मेलन में देश विदेश से आए ज्योतिष आचार्यों ने शिरकत की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अमेरिका के एस्ट्रोलॉजर डेविड पार्किंस ने कहा कि ज्योतिष का जन्म भारत से हुआ है।ज्योतिष वातावरण से संबंधित विज्ञान है। यह किसी तरह का छलावा या झूठ नहीं है। बल्कि पूरी तरह गणित पर आधारित विज्ञान है।
गोरखपुर: अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष धर्म सम्मेलन में देश विदेश से आए ज्योतिष आचार्यों ने शिरकत की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अमेरिका के एस्ट्रोलॉजर डेविड पार्किंस ने कहा कि ज्योतिष का जन्म भारत से हुआ है।ज्योतिष वातावरण से संबंधित विज्ञान है। यह किसी तरह का छलावा या झूठ नहीं है। बल्कि पूरी तरह गणित पर आधारित विज्ञान है। ज्योतिष भारत की अमूल्य धरोहर, विद्या है। ज्योतिष संपूर्ण ग्रहों की हाल बताता है। उन्होंने कहा कि भारत में अनेक जातियों और धर्म के लोग एक साथ रहते हैं यह देवभूमि है। कहा कि गोरखपुर के अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन ने अमेरिका ईरान जैसे देशों को एक मंच पर लाने का अनुपम उदाहरण दिया है।
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ज्योतिष पूरी तरह गणित
सम्मेलन के पहले दिन वक्ताओं में विशिष्ट अतिथि मेयर सीताराम जायसवाल ने कहा कि हमारे वेद ज्ञान के भंडार हैं। कहा कि ज्योतिष पूरी तरह गणित है। यह पाखंड नहीं। मेयर ने अपील की ज्योतिषी रत्नों का कारोबार मानवता के कल्याण के लिए कराएं। इसे बिजनेस ना बनाएं। कहा कि ज्योतिष का उद्देश्य मानवता का कल्याण होना चाहिए। सम्मेलन में प्रमुख वक्ता एचएस रावत ने कहा कि ज्योतिष गर्व से शुरू होती है। ज्योतिष में इतनी क्षमता है कि वह जन्म से लेकर मृत्यु तक बता सकती है। ज्योतिष अंधविश्वास नहीं है। ज्योतिष ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अपनी प्रमाणिकता सिद्ध कर दी है। उन्होंने ज्योतिष के बहाने योग गुरु बाबा रामदेव पर हमला भी बोला। कहा कि योग गुरु को ज्योतिष कौन समझा सकता है, सही समय पर गर्भधारण कर आप अपने बच्चे को नरेंद्र मोदी, सचिन तेंदुलकर, कपिल देव बना सकते हैं। ज्योतिष में अपार क्षमता है। कहा गर्भधारण के समय से ज्योतिष का सहारा ले संताने नाम रोशन करेंगी।
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यह सम्मेलन भाईचारा बढ़ाने वाला है
सम्मेलन में नेपाल से आए ज्योतिष परिषद के कर्ताधर्ता लोकराज पॉडेल ने कहा कि वेद के चक्षु के रूप में ज्योतिष को देखा जाना चाहिए। कहा ज्योतिष को लेकर कई भ्रांतियां हैं लेकिन सच यह है केवल और केवल विज्ञान है। उन्होंने कहा कि भारत नेपाल सदियों से मिलकर रहते आये हैं आगे भी मिलकर रहेंगे। यह सम्मेलन भाईचारा बढ़ाने वाला है।
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ज्योतिष से पर्यावरण में सुधार लाया जा सकता है
नेपाली कांग्रेस कि सचेतक और सांसद निर्मला छेत्री ने कहा कि नेपाल भारत की दोस्ती कभी नहीं टूटेगी। हमारे रीति रिवाज,सामाजिक परंपराएं इतने मेल खाते है कि लगता ही नहीं भारत नेपाल अलग हैं। आयोजक डॉ धनेश मणि ने कहा कि ज्योतिष से पर्यावरण में सुधार लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर का ज्योतिष सम्मेलन देश दुनिया को आपसी प्रेम का संदेश देने वाला साबित होगा। ईरान अमेरिका जो एक दूसरे को देखना पसंद नहीं करते उन्हें हमने सम्मेलन के माध्यम से मिलाने की कोशिश की है। ज्योतिष पर्यावरण के लिए कितना असरदार होगा इसका आगे अभियान चलाया जाएगा। जिस काम को सरकार नहीं कर सकती वह हम करेंगे। जिस भी व्यक्ति की कुंडली में जो ग्रह खराब हैं उसे उस ग्रह से संबंधित पौधों को लगाकर पर्यावरण के लिए काम कराया जाएगा। यानी कुंडली में जो ग्रह खराब होगा संबंधित पौधा लगाकर पर्यावरण को मजबूत बनाने का सभी ज्योतिषि अभियान छेड़ेंगे।
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सम्मेलन में पहले दिन ईरान के एस्ट्रोलॉजर एहसान कैजिनी, अनिल वत्स, कामाख्या पीठ की कनकधारा सहित 12 देशों के ज्योतिषी मौजूद रहे।