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Jaunpur: गोलीकांड की सूचना देने वाला ही निकला आरोपी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Jaunpur News: गोलीकांड की झूठी सूचना देकर थाने पर मुकदमा लिखाने वाले को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है।
Jaunpur: थाना मड़ियाहूँ पुलिस ने झूठी सूचना देकर थाने पर मुकदमा लिखाने वाले को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है। इस संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक ने जारी अपने बयान में बताया है कि 1 सितम्बर की सायंकाल 4 बजे थाना क्षेत्र स्थित रामनगर निवासी सुशील सरोज एवं आशीष सरोज ने थाने सूचना दी कि वह दोनों मोटर साईकिल से बेलवा बाजार से आगे बडेरी सुशील की नानी के घर जा रहे थे कि रास्ते में बेलवा बाजार से आगे पेट्रोल पम्प के थोड़ी दूर पहले समय करीब 3.00 बजे दो मोटर साईकिल से चार व्यक्ति इनकी मोटर साइकिल को ओवरटेक करके रोके और इनकी मोटर साइकिल चला रहे आशीष को उन मोटर साइकिलों पर सवार व्यक्तियों में से पीछे बैठे एक व्यक्ति ने गोली मार दी और मछलीशहर की तरफ भाग गये। आशीष सरोज को सुशील सरोज द्वारा मोटर साइकिल पर बैठा कर इलाज के लिए ले जाया गया। इसके बाद थाना पर आकर तहरीरी सूचना के आधार पर 04 अज्ञात व्यक्ति केस दर्ज किया।
ये है पूरा मामला
विवेचना के क्रम में प्र.नि. मडियाहूं द्वारा अपनी टीम के साथ आज शुक्रवार को वादी मुकदमा का बयान लेने के पश्चात घटनास्थल निरीक्षण हेतु पहुंचे जहां बताये जा रहे कथित घटनास्थल का निरीक्षण किया। आस-पास के लोगों से पूछताछ व कथित घटनास्थल से 20 कदम की दूरी पर स्थित पेट्रोल पम्प के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया। आस-पास के लोगों द्वारा 01 सितम्बर को 03 बजे दिन के आस पास गोली चलने की कोई आवाज नहीं सुनी गयी तथा सीसीटीवी फुटजे से घटना के समय के आस पास के समय संदिग्ध दशा में मुंह बांधे हुए दो मोटर साइकिल सवार नहीं दिखे, जिस पर वादी सुशील से पुनः पूछताछ की जाने लगी तो वह भागने लगा कि जिस पर पुलिस द्वारा संदिग्ध अवस्था देख कर तत्काल सुशील सरोज को पकड़ लिया गया, जिससे भागने का कारण पूछा गया तो उसके द्वारा सच्चाई बताया कि वह किसी बात को लेकर आशीष सरोज से रंजिश रखता था और अपने एक अन्य मित्र से योजना बना कर असलहा मंगाया जिसे आशीष सरोज को दिखा रहा था, आशीष सरोज के पास भी एक असलहा था जिससे आशीष सरोज ने सुशील सरोज पर फायर किया किन्तु सुशील सरोज बच गया,
सुशील ने आशीष से असलहा छीन लिया और अपने पास लिये हुए असलहे से आशीष सरोज को जान से मार देने की नियत से फायर कर दिया गया। गोली आशीष सरोज के सीने मे बीच में लगी, किसी वाइटल पार्ट पर गोली न लगने के कारण आशीष सरोज होश में रहा। चूकिं आशीष सरोज रिश्ते में सुशील सरोज का चचेरा भाई है। इसलिए भाई होने व फंसने से बचने के नाते वह उसे मोटर साइकिल से लेकर आरोग्यम हॉस्पिटल गया। रास्ते मे सुशील सरोज का मित्र मिला जिसे सुशील ने घटना में प्रयुक्त असलहा दे दिया, हॉस्पिटल तीनो लोग पहुंचे. जहां चिकित्सक को बताया कि मोटर साइकिल चलाते समय कोई चीज सामने से टकराई है जिस पर चिकित्सक ने एक्स-रे कराने के लिए कहा ये लोग आशीष सरोज का एक्सरे परीक्षण कराये तो उसमें मेटल पार्ट दिखाई देने पर चिकित्सक ने थाना पर सूचना देने व सरकारी अस्पताल मे इलाज हेतु निर्देशित किया गया।
घटना झूठी साबित होने पर सुशील सरोज को किया गिरफ्तार
इसके उपरान्त तीनो लोगो ने मनगढ़न्त कहानी रची इसके बाद सुशील सरोज का मित्र घटना मे प्रयुक्त असलहा लेकर भाग गया तथा सुशील सरोज व आशीष सरोज द्वारा थाना पर आकर अज्ञात व्यक्तियो द्वारा गोली मारने की सूचना दी गयी। लेकिन जांच में घटना झूठी साबित होने घटना के सम्बन्ध में समुचित धाराओं की बढ़ोत्तरी करते हुए सुशील सरोज को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके निशान्देही पर घटना के समय रखे गए दूसरे असलहे को बरामद कर लिया गया है। अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्त को जेल भेजा जा रहा है।