×

Jaunpur: विद्युत विभाग के जर्जर तार दे रहे है दुर्घटना को दावत, विभाग बेखबर

Jaunpur News Today: विकास खण्ड धर्मापुर बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते इस विद्युत केन्द्र से विछये गये तार को जर्जर होने के कारण जन जीवन का गम्भीर खतरा बना हुआ है।

Kapil Dev Maurya
Published on: 1 Sep 2022 1:00 PM GMT
Jaunpur: विद्युत विभाग के जर्जर तार दे रहे है दुर्घटना को दावत, विभाग बेखबर
X
Click the Play button to listen to article

Jaunpur News: विद्युत उप केन्द्र कबीरूद्दीनपुर विकास खण्ड धर्मापुर बिजली विभाग (electricity department) के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते इस विद्युत केन्द्र से विछये गये तार को जर्जर होने के कारण जन जीवन का गम्भीर खतरा बना हुआ है। लेकिन विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है। विद्युत कर्मचारियों के कृत्य से आवाम दहशत में जीने को मजबूर हो गये है।

वर्ष 80 के दशक में बिछाया गया था बिजली का तार

यहां बता दें कि इस विद्युत उप केन्द्र से वर्ष 80 के दशक में बिजली का तार बिछाया गया था जो वर्तमान में जर्जरावस्था को पहुंच गया है। जिसके कारण अक्सर तार टूटता रहता है परिणाम स्वरूप जन जीवन को खतरा रहने के साथ साथ विद्युत आपूर्ति की समस्या पूरे इलाके में बनी रहती है। मजेदार बात यह भी है कि जर्जर तार ग्रामीण जनो के छतो घास फूस के मड़हो के उपर से जाने के कारण गम्भीर दुर्घटना का हर समय दावत दे रहे है। विगत लगभग दो-तीन साल से ग्रामीण जन विद्युत विभाग के अधिकारियो और कर्मचारियो से जर्जर तार बदलने के लिए ध्यानाकर्षक कर रहे है लेकिन विभाग है कि ग्रामीण जनो की बात सुन ही नही रहा है।

जर्जर तार की सूचना उच्चाधिकारियों को दिया गया: कर्मचारी

विभाग में फिल्ड के कर्मचारियों की माने तो जर्जर तार की सूचना उच्चाधिकारियों को दिया गया है, लेकिन अधिकारी जनसमस्या की बात सुनने को तैयार नहीं है। साथ यह भी कहते है कि सरकार इसके लिए कोई बजट की व्यवस्था नहीं कर रही है, जिसके कारण समस्या का निदान नही हो रहा है। विभाग की लापरवाही पूर्ण कार्यशीली को लेकर ग्रामीण जनों मे जनाक्रोश व्याप्त है जो कभी भी लावा बनकर फूटा तो कानून व्यवस्था का गम्भीर संकट उत्पन्न हो सकता है।

अब तो ग्रामीण जनता स्पष्ट रूप से आरोप लगा रही है कि यदि जर्जर तार की चपेट में आने से कोई बड़ी दुर्घटना होगी तो विभाग को जिम्मेदार मानते हुए आवाम कानून को अपने हाथ में लेने को मजबूर होगी। ग्रामीण जन इतने आक्रोश में है कि उसका कोई पुरसा हाल नहीं है।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story