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व्यापारी नेता के खिलाफ़ रची जानलेवा साजिश, बाल-बाल बचे

षडयंत्र को हादसे का रूप देने के लिए बदमाशों ने रात के अंधेरे में व्यापारी नेता के ऑफिस का ताला तो खोल लिया पर ऑफिस में चोरी नहीं की। योजना के अनुसार बदमाशों ने अपना जाल बिछाया और चुपके से फ़रार हो गए।

Rahul Joy
Published on: 20 Jun 2020 1:37 PM IST
व्यापारी नेता के खिलाफ़ रची जानलेवा साजिश, बाल-बाल बचे
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mritunjay tiwari

झाँसी। व्यापारी नेता मृत्युंजय तिवारी के खिलाफ अज्ञात बदमाशों ने फुलप्रूफ जानलेवा साजिश रची थी किन्तु किस्मत से वे बाल-बाल बच गए। षडयंत्र को हादसे का रूप देने के लिए बदमाशों ने रात के अंधेरे में व्यापारी नेता के ऑफिस का ताला तो खोल लिया पर ऑफिस में चोरी नहीं की। योजना के अनुसार बदमाशों ने अपना जाल बिछाया और चुपके से फ़रार हो गए।

नवाबाद थाना स्थित 48 चेम्बर्स के समीप छोटेलाल साड़ी एण्ड सन्स के बगल में फ़्यूचर प्लस मार्केटिंग सॉल्यूशन के नाम से एक प्रतिष्ठान है। इसके प्रोपाइटर कोतवाली थाना अंतर्गत फ्रेंड्स कॉलोनी निवासी मृत्युंजय तिवारी के ऑफिस के कर्मचारी ने बीते 11 जून को प्रतिदिन की तरह देर शाम ऑफिस का ताला बंद किया और फिर सभी लोग अपने-अपने घर चले गए। अगले दिन 12 जून को सुबह जब मृत्युंजय तिवारी अपने ऑफिस पहुंचे तो देखा मुख्य द्वार पर लगे ताले से छेड़छाड़ की गई थी। ताला खुला था। उन्होंने सोचा कि ऑफिस में चोरी हो गई है।

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अचानक गिरा ज़मीन पर पंखा

ऑफिस में अंदर पहुंचकर देखा तो लाइट बंद थी पर अंदर रखे हुए सामान सुरक्षित थे। एलईडी टीवी, कम्प्यूटर, प्रिंटर सहित सभी सामान ऑफिस अपने स्थान रखे हुए थे। इससे मृत्युंजय तिवारी ने राहत की सांस ली। ऑफिस का सामान चेक करने के बाद वे जैसे ही अपने चैम्बर में अपनी कुर्सी पर बैठे, उन्हें गर्मी का एहसास हुआ। उन्होंने उठकर पंखे का स्विच ऑन किया तो छत पर लगा पंखा एक झटके के साथ धड़ाम से नीचे गिर गया। यह देखकर वे भौचक्के रह गए।

पंखा क्षति ग्रस्त हो गया। उंसके नीचे दबकर कई और सामान को नुकसान हुआ। जब उन्होंने गौर से देखा तो पंखे की रॉड से छेड़छाड़ करने के संकेत मिले। मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि पंखा बिल्कुल ठीक चल रहा था फिर अचानक टूटकर नीचे गिर जाना समझ से परे है।

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नहीं कामयाब हो सकी बदमाशों की योजना

उन्होंने बताया कि पूरे घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ें तो तस्वीर साफ हो जाती है। यह अज्ञात बदमाशों की सोची-समझी साजिश प्रतीत होती है। रात को बदमाश ताला खोलकर ऑफिस में घुसे पर शायद उनका इरादा चोरी का नहीं था। बदमाशों ने केवल उस सीलिंग फैन से छेड़छाड़ की जिसके नीचे मृत्युंजय तिवारी बैठते हैं। बदमाशों ने पंखे की रॉड को काटकर उसे इस प्रकार लटका दिया कि जैसे ही कोई पंखे का स्विच ऑन करे वह सीधे नीचे गिर जाए। बदमाशों की मंशा थी कि इससे किसी को भी यह शक नहीं होगा कि पंखा जानबूझकर गलत नीयत से गिराया गया है। पर बदमाशों की योजना कामयाब नहीं हो सकी।

पहले भी मिली थी धमकी पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाई

मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि इस घटना के पीछे किसका हाथ है? इस बात के कोई पक्के सबूत तो नहीं हैं पर यह निश्चित रूप से किसी ऐसे व्यक्ति की साजिश है जो उनसे ईष्या व द्वेष रखते हैं। उनका अपने एक पूर्व पार्टनर से भी विवाद चल रहा है। उन्होंने उसके विरुद्ध बिजौली पुलिस चौकी में लॉकडाउन के पूर्व शिकायत भी की थी। हालांकि उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पहले भी कुछ वर्ष पूर्व कुछ लोगों ने उनके ऑफिस में घुसकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की गई थी पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।

रिपोर्टर- बी के कुशवाहा, झाँसी

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