×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

जब पुलिसकर्मी के अकाउंट में गलती से आए 37 हजार रुपए, जानिए उसने क्या किया

वैसे तो किसी न किसी कारनामे को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। कभी कार्यवाई को लेकर तो कभी रिश्वत के नाम पर पैसे लेने को लेकर।

tiwarishalini
Published on: 24 Jun 2017 4:03 PM IST
जब पुलिसकर्मी के अकाउंट में गलती से आए 37 हजार रुपए, जानिए उसने क्या किया
X

शाहजहांपुर: वैसे तो पुलिस किसी न किसी कारनामे को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। कभी कार्रवाई को लेकर तो कभी रिश्वत के नाम पर पैसे लेने को लेकर। मगर हाल ही में शाहजहांपुर में एक कांस्टेबल ने इमानदारी की मिसाल पेश कर यूपी पुलिस की शान बढ़ा दी है।

क्या है पूरा मामला ?

- शाहजहांपुर के मीरानपुर कटरा थाने मे तैनात कांस्टेबल नौशाद अली की कटरा थाने में तैनात है।

- सिपाही नौशाद अली ने बताया कि बीते शुक्रवार को उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया था।

- जब उन्होंने उस मैसेज को पढ़ा तो उनके होश उड़ गए थे। उस मैसेज के जरिए पता चला कि उनके बैंक खाते मे 37500 रुपये आएं है।

- कांस्टेबल नौशाद अली बैंक एकाउंट मे आए हजारों रुपये से परेशान हो गए थे क्योंकि इस तारीख पर न तो उनकी सैलरी आती है और न ही कहीं और से उनके पैसे आने वाले थे।

- नौशाद अली तुरंत बैंक पहुचे और वहां से अपनी एकाउंट की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि हरिद्वार में रहने वाले शख्स ने गलती से उनके एकाउंट मे ट्रांसफर कर दिए हैं।

- उसके बाद कांस्टेबल नौशाद अली ने इमानदारी का परिचय देते हुए हरिद्वार मे रहने वाले उस शख्स से बात करने की कोशिश की तो पता चला कि हरिद्वार के मोहल्ला किला मंगलौर निवासी मोहम्मद अजीम ने गलती से गलत एकाउंट नंबर लिख देने के कारण पैसे उनके एकाउंट मे डाल दिए थे।

- नौशाद अली को ये साफ हो गया है कि उनके खाते में मोहम्मद अजीम ने गलती से पैसे ट्रांसफर कर दिए है तो जिसके बाद नौशाद अली ने मोहम्मद अजीम के खाते में 37500 रुपये ट्रांसफर कर दिए।

मोहम्मद अजीम के खाते में जब पैसे ट्रांसफर हो गए तो अजीम ने कांस्टेबल का शुक्रिया अदा किया।

कौन है नौशाद अली ?

- कांस्टेबल नौशाद अली ने 27 जनवरी 2015 को यूपी पुलिस मे जवाईनिंग की थी।नौशाद अली अमरोहा के रहरा रोड के पास रहते है।

- नौशाद अली के पिता राहत अली फर्नीचर बनाने का काम करते है।

- नौशाद अली के 6 भाई और एक बहन है। बड़े भाई पालिटिक्स में हैं और बहन की शादी कर दी है।

क्या कहते हैं नौशाद अली?

- नौशाद अली ने बताया कि उसका उसका बचपन बहुत गरीबी मे गुजरा है। उसके पिता साईकिल पर रखकर लड़की का सामान रखकर बेचते थे। उसके बाद उसके भाई और नौशाद ने खुद इमानदारी से मेहनत की और आज अमरोहा मे फर्नीचर का शोरूम खोल लिया है और बड़े भाई बीएसपी के नगर अध्यक्ष है। नौशाद का कहना है कि उनके पिता ने हमेशा इमानदारी की राह पर चलना सिखाया है और अपने से कमजोर की मदद करना सिखाया है। उनका कहना है कि अगर उनके एकाउंट मे लाखों रुपये भी आ जाते तो वह उसे वापस कर देते। क्योंकि उन्हें पता है कि पैसा कमाने के लिए कितनी मेहनत करना पड़ती है।



\
tiwarishalini

tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story