TRENDING TAGS :
Lucknow News: नगर निगम की बैठक आज, हो सकता है हंगामा
Lucknow News: संभावना है कि बैठक में पार्षदों द्वारा हंगामा किया जा सकता है और अधिकारियों से टकराव भी हो सकता है।
Lucknow News: घाटे में चल रही लखनऊ नगर निगम के सदन की आज बैठक होने वाली है। बैठक में असंतुष्ट पार्षदों द्वारा हंगामा किये जाने की सम्भावना है। बैठक को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जानकारी के अनुसार पार्षदों ने हंगामे का मूड बना लिया है। पार्षदों के भीतर अधिकारियों के खिलाफ काफी रोष देखा जा रहा है, जो कि बैठक में निकलना तय हैं। जबकि अधिकारियों ने भी अपने बचाव के लिए तैयारियां कर ली है। संभावना है कि बैठक में पार्षदों द्वारा हंगामा किया जा सकता है और अधिकारियों से टकराव भी हो सकता है।
ये हो सकते हैं प्रमुख मुद्दे
सफाई कर्मचारियों की कमी
सफाई कर्मचारियों की कमी को लेकर दोनो सत्ता पक्ष व विपक्ष के पार्षद असंतुष्ट हैं। सभी पार्षदों का कहना है कि नगर निगम ने सफाई के लिए दिए गए कर्मचारियों में कटौती कर दी है। जबकि साफ सफाई के लिए कर्मचारियों की संख्या वार्ड के अनुसार होनी चाहिए। लेकिन नगर निगम ने वार्ड के अनुसार सफाई कर्मचारियों को नहीं लगाया। जिससे वार्ड में साफ-सफाई को लेकर काफी दिक्कतें आई।
ग्रीनगो का मुद्दा
नगर निगम ने ग्रीनको कंपनी से हर घर से कूड़ा उठाने के लिए एग्रीमेंट किया है। ग्रीनगो से प्रत्येक घर से कूड़ा उठाने का एग्रीमेंट हुआ था जिसमें गीला कूड़ा अलग होगा और सूखा कूड़ा अलग। लेकिन पार्षदों की शिकायत है कि जनता ग्रीनगो से संतुष्ट नहीं है। ग्रीनगो की गाड़ियां हफ्ते में 3 दिन आती हैं, तो 4 दिन नहीं आती। जिससे कि लोगों को तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लोग बाहर कूड़ा फेंकने लगते हैं।
बकाया भुगतान
पार्षदों द्वारा अपने वार्डों में ठेकेदारों से करवाए गए कार्यों का भुगतान अभी भी नगर निगम द्वारा नहीं किया गया है। जिसको लेकर पार्षदों में काफी रोष है। इसको लेकर पार्षद काफी समय से नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं। उनका कहना है कि ठेकेदारों का पैसा समय से न पहुंचने के कारण वे अब नगर निगम का कार्य नहीं करना चाहते। इससे वार्डों में विकास कार्य में अनेक बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं।
पार्षद निधि
पार्षदों का कहना है कि नगर निगम द्वारा नगर निकायों पर किए जाने खर्च किए जाने वाले पैसों को कोरोना महामारी में खर्च कर दिया गया। जिससे कि वार्डों का विकास अच्छे से नहीं हो पाया। सभी वार्ड एक जैसे नहीं होते हैं। कुछ वार्डों में अधिक विकास की जरूरत नहीं होती, जबकि कुछ ऐसे वार्ड है जहां पर विकास कार्य की जरूरत है और वहां पर अधिक पैसे की आवश्यकता होती है । ऐसे में नगर निगम को निश्चित करना होगा कि ऐसे वार्डों के पार्षदों की निधि बधाई जाए।