Lucknow News: यूपी-112 मुख्यालय में तैनात सैकड़ो महिला कर्माचारी आज यानी कि मंगलवार को भी प्रदर्शन कर रही हैं। संविदाकर्मियों को पुलिस ने मरी माता मंदिर के पास रोकने का प्रयास किया, लेकिन संविदाकर्मी पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर आगे निकल गईं। वही, अब जानकारी मिल रही है कि तमाम महिला कर्मचारी सीएम आवास की तरफ बढ़ रही थी, जिन्हें राजमन बाजार में रोककर पुलिस ने हिरासत में लिया है।पुलिस के द्वारा एक गर्भवती महिला को जबरन बस में चढ़ाए जाने से चोट लग गई है। जिसमें महिला ने कहा कि अगर मेरे बच्चे को कुछ हुआ तो वह किसी को भी नहीं छोड़ेगी। संविदाकर्मी बिल्कुल आर पार की के मूड में है। बता दें कि आउटसोर्स से यूपी-112 मुख्यालय में तैनात सैकड़ों महिला कर्मचारी सोमवार दोपहर को वेतन बढ़ाने समेत कई मांगो लेकर धरने पर बैठ गईं थी। पुलिस अधिकारियों ने कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ और देर रात तक जारी रहा। महिलाकर्मियों की ये हैं मांगेजानकारी के मुताबिक यूपी-112 मुख्यालय में आउटसोर्सिंग से करीब 300 महिला कर्मचारी तैनात हैं। ये सभी महिला कर्मचारी सोमवार दोपहर करीब दो बजे से सभी धरने पर बैठ गईं। उनकी मांग है कि उनका वेतन बढ़ाया जाए, साथ ही नई कंपनी पहले से कार्यरत कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र जारी करे। महिला कर्मचारियों ने कहा कि वह बीते चार सालों से 12 हजार वेतन पर कार्य कर रही हैं, चार साल से उनके वेतन में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। जिसके कारण कर्मचारियों में काफी नाराजगी है। बातचीत के दौरान एक महिला कर्मचारी ने बताया कि उनका चयन चार साल पहले टेक महिंद्रा कंपनी ने किया था। लेकिन, पिछले सप्ताह टेक महिंद्रा कंपनी को बदलकर वी विन कंपनी को इसका टेंडर जारी कर दिया गया। कर्मचारियों का आरोप है कि नई कंपनी उन्हे बाहर करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने न तो वेतन दिया है और न ही नियुक्ति पत्र। कंपनी ने नई भर्ती भी शुरू कर दी है। इससे नाराज महिलाकर्मियों ने सोमवार को दोपहर दो बजे डायल 112 के पीछे गेट पर हंगामा शुरू कर दिया, भीड़ बढ़ने पर महिलाकर्मी 112 मुख्यालय के मेन गेट पर हपुंच गईं। इन्हे मनाने के लिए डीसीपी, एडीसीपी व अन्य कई अधिकारी पहुंचे, लेकिन बात नहीं बन सकी। धरना प्रदर्शन को लेकर फिर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि ये है भाजपा के ‘नारी वंदन’ का सच। अपने वेतन को पाने और महंगाई के इस दौर में थोड़ा बढ़ाने के लिए जब प्रदेश की वो बहन-बेटियाँ धरने पर बैठी हैं जो ‘डायल 100’ के ज़रिए दूसरों के दुख-दर्द को सबसे पहले सुनकर उनकी मदद की व्यवस्था करती हैं। ये कैसी विडंबना है कि आज उनकी ही सुनने वाला कोई नहीं है।ये है भाजपा के ‘नारी वंदन’ का सच। अपने वेतन को पाने और महंगाई के इस दौर में थोड़ा बढ़ाने के लिए जब प्रदेश की वो बहन-बेटियाँ धरने पर बैठी हैं जो ‘डायल 100’ के ज़रिए दूसरों के दुख-दर्द को सबसे पहले सुनकर उनकी मदद की व्यवस्था करती हैं। ये कैसी विडंबना है कि आज उनकी ही सुनने वाला… pic.twitter.com/zG83BWvEG4— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 6, 2023