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Lucknow News: 'मॉडल चाय वाली' को पीटने वाले चौकी इंचार्ज और सिपाही हुए लाइन हाजिर, पुलिस को निर्दोष मानने वाले ACP के हाथ ही सौंपी गई जांच
Lucknow News: सोशल मीडिया पर सवालों के घेरे में फंसी लखनऊ पुलिस ने शुरुआती एक्शन लेते हुए इस मामले में आरोपी चौकी इंचार्ज आलोक चौधरी और आरक्षी अभिषेक को लाइन हाजिर कर दिया गया।
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Lucknow News: लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र में बीते रविवार को इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे के पार अपनी चाय की दुकान चलाने वाली सिमरन गुप्ता यानी मॉडल चाय वाली के साथ स्थानीय राम राम बैंक चौकी इंचार्ज द्वारा अपने सिपाहियों के साथ मारपीट करने व बदसलूकी करने का मामला सामने आया था। इस घटना से जुड़ा वीडियो सामने आने के बाद ये पूरा मामला तेजी के साथ तूल पकड़ने लगा। सोशल मीडिया पर सवालों के घेरे में फंसी लखनऊ पुलिस ने शुरुआती एक्शन लेते हुए इस मामले में आरोपी चौकी इंचार्ज आलोक चौधरी और आरक्षी अभिषेक को लाइन हाजिर कर दिया गया। गौर करने वाली बात ये है कि इस मामले की जांच भी उस अधिकारी के हाथों सौंपी गई है, जिसने पीड़िता यानी सिमरन गुप्ता को पहले ही दोषी मान लिया था।
ACP के हाथों सौंपी गई मामले की जांच, पुलिसकर्मियों को पहले ही मान चुके हैं निर्दोष
मामले में पुलिस अधिकारियों की ओर से कड़ा एक्शन लेते हुए राम-राम बैंक चौकी इंचार्ज आलोक चौधरी व सिपाही अभिषेक को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं, इस प्रकरण की जांच एसीपी अलीगंज धर्मेंद्र रघुवंशी को सौंपी गई है। जांच से पहले ही एसीपी अलीगंज सिमरन गुप्ता को दोषी और पुलिसकर्मियों को निर्दोष मान चुके हैं। सिमरन गुप्ता के साथ हुई अभद्रता से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मामले में ACP अलीगंज धर्मेंद्र कुमार रघुवंशी से बात की गई थी तो उन्होंने इस पूरी घटना का आरोप सिमरन गुप्ता पर ही मढ़ दिया था। उन्होंने कहा था कि मॉडल चाय वाली सिमरन गुप्ता पहले से ही विवादों में रही है। वह पूर्व में भी कई लोगों के साथ मारपीट कर चुकी है।
बीते लंबे समय से देर रात तक अपनी चाय की दुकान चलाने की शिकायतें सामने आ रही थी। जिसके बाद रविवार देर रात स्थानीय राम-राम बैंक चौकी की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उसे देर रात तक दुकान चलाने के लिए मना किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान सिमरन गुप्ता ने पुलिस टीम के साथ कहा सुनी और अभद्रता शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर जब उन्हें बताया गया तो उन्होंने कहा कि वीडियो को ध्यान से देखिए, सिमरन के साथ पुलिसकर्मी अभद्रता नहीं कर रहे हैं बल्कि सिमरन ही पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता करती नजर आ रही है।
जब जांच अधिकारी ने पहले ही सिमरन को माना दोषी तो क्यों हो रही खानापूर्ति!
ACP अलीगंज के हाथों जांच सौंपने के बाद एक बार फिर मामले में लखनऊ पुलिस की इस मामले पर दिख रही गंभीरता सवालों के घेरे में है। सवाल ये है कि जब जांच अधिकारी ने पहले ही इस पूरे मामले में दोषी पुलिस कर्मियों को निर्दोष और आरोप लगाने वाली मॉडल चाय वाली यानी की सिमरन गुप्ता को दोषी मान लिया है तो लखनऊ पुलिस के उच्च अधिकारी ने आखिर किस निष्पक्ष न्याय की उम्मीद में ACP अलीगंज के हाथों जांच सौंपी है।
सिमरन बोलीं- नई दुकान ली थी... रात में चल रहा था निर्माण कार्य
मूलतः गोरखपुर की रहने वाली सिमरन गुप्ता लखनऊ के अलीगंज में माता पिता और भाई के साथ रहती हैं। पहले मॉडलिंग करती थीं, फिर मॉडलिंग छोड़कर इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे के आपस मॉडल चाय वाली के नाम से चाय की दुकान खोल ली। इस घटना को लेकर सिमरन ने बताया कि उन्होंने अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए एक दुकान ली थी। घटना की रात उसे दुकान में निर्माण कार्य चल रहा था, जिसे देखने के लिए ही वह और उनकी टीम वहां पर मौजूद थी। उन्होंने स्थानीय राम राम बैंक चौकी पर तैनात इंचार्ज व अन्य पुलिसकर्मियों पर मौके पर आकर अभद्रता करने का आरोप लगाया।
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