TRENDING TAGS :
शहीद हेमराज के परिजनों ने PM से लगाई गुहार, कहा- हमारा लाल तो गया, कुलभूषण को बचा लो
सरहद पर शहीद हुए लांस नायक हेमराज के परिवार वालो ने मोदी सरकार से गुहार लगाईं है कि कुलभूषण जाधव की फांसी रुकवाई जाए। इतना ही नहीं पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करे। उनका कहना है कि वो अपना बेटा तो खो चुके है लेकिन अब मोदी सरकार कुलभूषण को बचाए ताकि ए
आगरा: सरहद पर शहीद हुए लांस नायक हेमराज के परिवार वालो ने मोदी सरकार से गुहार लगाईं है कि कुलभूषण जाधव की फांसी रुकवाई जाए। इतना ही नहीं पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करे। उनका कहना है कि वो अपना बेटा तो खो चुके है लेकिन अब मोदी सरकार कुलभूषण को बचाए ताकि एक और परिवार अपना लाल खोने से बच जाए।
उपेक्षा से नाराज है परिवार
शहीद का परिवार केंद्र और राज्य सरकार की उपेक्षा से बेहद नाराज हैं। परिवारवालों का कहना है कि जिस बेटे ने मुल्क की सुरक्षा के लिए दुश्मनों से लड़ते हुए सिर तक कटा दिया, उसकी ऐसी उपेक्षा से हम टूट चुके हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार ने हेमराज की शहादत के बाद जो वादे किए थे वो एक भी पूरा नहीं किया। बता दें कि 2013 में लांस नायक हेमराज सिंह की एलओसी पर पाकिस्तानी सैनिकों ने बर्बर हत्या कर दी थी और हत्या के बाद सिर काटकर अपने साथ ले गए थे।
आगे की स्लाइड में पढें क्या कहती हैं शहीद हेमराज की मां ...
क्या कहना है हेमराज की मां का ?
हेमराज की मां मीना देवी ने बताया कि मेरा बेटा तो चला गया लेकिन कुलभूषण की जान बचानी चाहिए। सरकार ने जो वादे किए वो पूरे नहीं किए। समाधि भी हमने खुद बनवाई। आज समाधि स्थल की कोई देखरेख नहीं है। वहां लोग गंदगी फैला रहे हैं। हमारा बेटा तो शहादत देकर चला गया। सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही। ऐसे कैसे शहीद के परिवार हिम्मत कर पाएंगे।
हेमराज के छोटे भाई ने क्या कहा ?
वहीं, हेमराज के छोटे भाई जय सिंह ने बताया कि पाकिस्तान एक कायर देश है। पहले उन्होंने मेरे भाई का सिर कलम करवाया। फिर सरबजीत को जेल में मरवा दिया। आए दिन हमारे सैनिक भाई बॉर्डर पर शहीद हो रहे हैं। अब निर्दोष कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुना दी है। हम प्रधानमंत्री मोदी से कहना चाहते है कि पाकिस्तान पर ऐसा दबाव बनाएं कि कुलभूषण की सजा खत्म हो और वो सकुशल वापस घर आ जाए।
कई नेताओं ने किए वादे: जय सिंह
जय सिंह के मुताबिक, केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के कई नेता घर आए। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह जैसे बड़े नेताओं ने कई वादे किए थे। एक के बदले दस सिर लाने का वादा किया था अब केंद्र और प्रदेश सरकार बीजेपी की है। अब शहीदों के परिवारों की सुनवाई करें। दोनों सरकारों ने गांव को विकसित करने का वादा किया था, लेकिन कुछ भी नहीं किया। सिर्फ वादे ही रह गए।