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योगी ने करोड़ो की लागत से बने मैटरनिटी विंग का गोरखपुर में किया लोकार्पण

यहां पर एक बड़ा काम हो रहा है, 16 करोङ 80 लाख से बन कर ये शैय्या तैयार हुआ है, इसी के साथ ही 100 शैय्या का क्षय रोग के लिए बन कर तैयार हुआ है और इसकी लागत 20 करोङ 41 लाख है। वही साथ साथ उरुवा में 30 बेड का शैय्या 4 करोङ 18 लाख में बन कर तैयार हुआ है ।

राम केवी
Published on: 27 Jan 2019 10:20 PM IST
योगी ने करोड़ो की लागत से बने मैटरनिटी विंग का गोरखपुर में किया लोकार्पण
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गोरखपुर अपने दो दिवसीय दौरे पर आए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करोङो की लागत से बने मैटरनिटी विंग का किया उद्घाटन, इस अवसर पर मंच पर उनके साथ आये स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और मातृ एवं शिशु परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के साथ प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह सिंह भी उपस्थित रहे ।

योगी महिला सुरक्षा व बच्चों की शिक्षा पर आगे बढ़े

इस मौके पर मातृ एवं शिशु परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, कि उत्तर प्रदेश ने इस मिशन को जैसे सुस्त किया गया था, लेकिन जैसे ही योगी जी मुख्यमंत्री बने उसके बाद महिलाओ की सुरक्षा , बच्चो की स्वास्थ्य व शिक्षा को लेकर आगे बढ़े है । आप सब को इन्होंने सम्लित किया । हम बीमार क्यो महिलाओ को होने दे, स्वास्थ्य महिला स्वास्थ्य मां, और सुरक्षित शिशु ये प्राथमिकता है ।

जेईई पर गोरखपुर को नजीर बनाया

पिछली सरकारो में केवल इमारते बनी, लेकिन उसमें कर्मचारी नही भरे गए, नौकरियों में घोटाले इस कदर हुए की ज्यादा तर कोर्ट में मामला चल रहा है ।जेईई को लेकर हमारी सरकार ने जितना किया उसे किसी ने नही की । स्वच्छता अभियान को लेकर आगे बढ़ाया गोरखपुर पूरे प्रदेश में एक नजीर बन गया है ।एक नीवन चीज आ रही है। उसमे डॉक्टर नर्स जांच सब कुछ उसी में होगा।

फरवरी तक सामने होंगे 170 एमएमयू

170 एमएमयू जल्द ही फरवरी तक आपके सामने आने वाले है । फैमली प्लानिग को लेकर आप ये मत समझने की सरकार आपके खिलाफ है । बच्चा पैदा होने से एक वृद्ध तक के लोगो के योजनाये है । एक और प्रयोग हम लोग करने जा रहे है, कंगारू मदर, में माँ को सिखाया जाता है, कि बच्चे को कैसे चिपका कर रखना है, और परिवार को भी दिखाया जा रहा है । पहले कि अपेक्षा अब 80 प्रतिशत दर अस्पतालों में डिलेवरी होने लगी है । साथी नामक वैन 53 जिले में चल रहा है, फैमली प्लांनिग को लेकर ।

आज खुशी का दिन

इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि आज खुशी का दिन है जो 4 साल पहले केंद्र सरकार से एक योजना मिली थी, जो 100 शैय्या के अस्पताल मात्र शक्ति को लेकर बनाएंगे, वो आज पहला लोकार्पण हुआ है । 35 अस्पताल तैयार पूरे प्रदेश में किये गए है।

जेईई और एईएस को लेकर भी ये अस्पताल मदद करेगा । जो मौते होती थी, उसके दर में कमी आई है, 2017 और 2018 के अंतराल में 58 परसेंट की कमी आई है । जो 2018 कर अंदर केवल ढाई सौ मृत्य हुई है । विपक्ष पूछते है, कि अच्छे दिन कब आएंगे, तो वो उन माँ ओ से जाकर पूछे कि अच्छे दिन आये है कि नही आये है ।

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि यहां पर एक बड़ा काम हो रहा है, 16 करोङ 80 लाख से बन कर ये शैय्या तैयार हुआ है, इसी के साथ ही 100 शैय्या का क्षय रोग के लिए बन कर तैयार हुआ है और इसकी लागत 20 करोङ 41 लाख है। वही साथ साथ उरुवा में 30 बेड का शैय्या 4 करोङ 18 लाख में बन कर तैयार हुआ है ।

जो योजना बन रही है पूरी हो रही है

साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकार में विकास के लिए आए जनता के धन को चंद लोग लूट-खसोट कर इस्तेमाल करते थे। काम की योजना बनाते थे लेकिन काम नहीं करते थे। रिवाइज इस्टीमेट के नाम पर योजना की लागत बढ़ाई जाती थी। उन्होंने भ्रष्टाचार का जो घुन दौड़ाया था वह पूरे सिस्टम को खोखला कर रहा था लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। अब जो योजना बन रही है वह पूरी हो रही है।

मिनी पीडियाट्रिक यूनिट का उद्घाटन

इसके बाद मुख्यमंत्री जिला महिला अस्पताल परिसर में बने सौ बेड के मैटरनिटी विंग, एयरफोर्स स्टेशन के पास बने सौ बेड के टीबी व सामान्य अस्पताल, तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बने मिनी पीडियाट्रिक यूनिट का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि 10 से 28 फरवरी तक दस्तक की तरह अभियान चलाकर मातृ-शिशु कल्याण, स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल आदि की सुविधा दिलाई जाएगी।

यह अभियान दो अन्य चरणों में 15 मई से 15 जून और एक जुलाई से 31 जुलाई तक भी चलेगा। 25 फरवरी से जापानी इंसेफ्लाइटिस का टीकाकरण शुरू कराया जाएगा। पैरामेडिकल स्टाफ को दोबारा प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग कहते थे कि ज्यादा आबादी, बिगड़ी मशीनरी, काम न कर पाने की बुरी आदतों के कारण लोग कहते थे कि प्रदेश में काम नहीं हो पाएगा लेकिन हमने नजरिया बदला। उत्तर प्रदेश के लोगों में नेतृत्व की क्षमता है।

एम्स गोरखपुर की ओपीडी फरवरी में शुरू कराने की तैयारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर की ओपीडी फरवरी में शुरू कराने की तैयारी है। इसके लिए दिल्ली, राजस्थान, लखनऊ समेत अन्य स्थानों के डॉक्टरों की तैनाती की प्रक्रिया की जा रही है। स्वास्थ्य सेवाएं ज्यादा सुदृढ़ हों इसके लिए गोरखपुर को देश के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग से जोड़ा जा रहा है। जल्द ही काठमांडू, मुंबई, राजस्थान आदि शहरों से भी एयरकनेक्टिविटी हो जाएगी।

राम केवी

राम केवी

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