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Meerut News: रफ्तार को लगने जा रहे हैं पंख, नमो भारत और मेट्रो से बदलेगा उद्योगों का भविष्य
Meerut News: नमो भारत पहले से ही न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक दौड़ रही है, और अब अगला स्टॉप—शताब्दी नगर—पूरी तैयारी में है। इसके बाद सीधे बेगमपुल, यानी मेरठ का दिल।
मेरठ की रफ्तार को लगने जा रहे हैं पंख (photo: social media )
Meerut News: अब मेरठ की उड़ान दिल्ली से भी तेज़ होगी। देश की पहली सेमी हाई-स्पीड ट्रेन नमो भारत और तेज़ मेट्रो अब मेरठ के दिल में उतरने जा रही हैं। शहर की रफ्तार और रोजगार को एक साथ गियर मिलने वाला है। खेल सामग्री से लेकर दूध और जूते के कारोबार तक, अब हर उद्योग को मिल रही है नई ऊर्जा।
मेरठ के परतापुर से लेकर बेगमपुल तक जहां कभी दिल्ली पहुंचने के लिए घंटों का इंतज़ार होता था, अब वही सफर मिनटों में पूरा होगा। नमो भारत पहले से ही न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक दौड़ रही है, और अब अगला स्टॉप—शताब्दी नगर—पूरी तैयारी में है। इसके बाद सीधे बेगमपुल, यानी मेरठ का दिल।
दिल्ली का रास्ता आसान, कारोबार का रास्ता रोशन
मेरठ के भीतर मेट्रो और नमो भारत एक साथ दौड़ेंगी, और ऐसा भारत में पहली बार हो रहा है। मेरठ के शताब्दी नगर, परतापुर, ब्रह्मपुरी जैसे औद्योगिक इलाकों में खेलों के उपकरण, जूते, दूध से जुड़ी फैक्ट्रियां, अचार-मुरब्बा यूनिट और प्रोसेसिंग प्लांट हैं। यहां से दिल्ली तक सप्लाई करना अब बच्चों का खेल होगा।
रफ्तार से चलेगी मेट्रो, दिल्ली जैसी सुविधा
23 किमी लंबे मेट्रो कॉरिडोर में 13 स्टेशन होंगे, जिनमें से मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड होंगे। तीन कोच की यह मेट्रो 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी, जो देश की सबसे तेज़ मेट्रो होगी। दिल्ली की तरह अब मेरठवासी भी मेट्रो में सफर का लुत्फ़ उठा सकेंगे।
उद्योग और रोजगार दोनों को मिलेगा बूस्ट
मेरठ के कई उद्योग दिल्ली और अन्य शहरों से कच्चा माल मंगाते हैं और तैयार माल भेजते हैं। अभी तक यह काम ट्रकों या बसों से होता था। लेकिन अब कर्मचारियों का आना-जाना हो या माल की ढुलाई—सब कुछ तेज़, सस्ता और सुविधाजनक होगा।
यही नहीं, नमो भारत और मेट्रो के संचालन से हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। स्टेशन ऑपरेशन से लेकर सिक्योरिटी, टेक्निकल स्टाफ और मैनटेनेंस तक—हर सेक्टर में नई नौकरियां पैदा होंगी।
टीओडी से शहर बनेगा स्मार्ट
नमो भारत कॉरिडोर के आसपास ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) के तहत पूरे इलाके को विकसित किया जाएगा। घर, ऑफिस, मार्केट, स्कूल और हॉस्पिटल सब कुछ स्टेशन के आसपास उपलब्ध होगा। इससे न केवल प्रदूषण घटेगा, बल्कि शहरी फैलाव पर भी ब्रेक लगेगा।
सिर्फ ट्रेनों की बात नहीं, बदल रही है मेरठ की तस्वीर
आज मेरठ केवल एक ऐतिहासिक शहर या खेल सामग्री के हब के रूप में नहीं, बल्कि भविष्य के स्मार्ट शहर के रूप में उभर रहा है।
नमो भारत के 160 किमी/घंटा की स्पीड और मेट्रो की चुस्त सुविधा के साथ मेरठ अब दिल्ली से कदम मिलाकर चलने को तैयार है।
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