TRENDING TAGS :
उत्तर मध्य रेलवे ने माल गाड़ियों को लेकर उठाए ये कदम, दिए निर्देश
उत्तर मध्य रेलवे ने पारंपरिक वस्तुओं के परिवहन में हिस्सेदारी बढ़ाने और 2024 तक माल परिवहन मात्रा को दोगुना करने के लिए गैर-थोक वस्तुओं के परिवहन में अपना हिस्सा बढ़ाने के उद्देश्य से
झांसी: उत्तर मध्य रेलवे ने पारंपरिक वस्तुओं के परिवहन में हिस्सेदारी बढ़ाने और 2024 तक माल परिवहन मात्रा को दोगुना करने के लिए गैर-थोक वस्तुओं के परिवहन में अपना हिस्सा बढ़ाने के उद्देश्य से; बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटों के गठन, माल शेड में सुधार, माल ढुलाई से संबंधित सभी प्रोत्साहनों को लागू करने, माल गाड़ियों की औसत गति को दोगुना करने आदि जैसे कदम उठाए हैं।
ये भी पढ़ें:लंभी लिस्ट है जजों के खिलाफ शिकायतों की, कोरोना काल में भी नहीं रुका सिलसिला
इस दिशा में समग्र दृष्टिकोण अपनाने से सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं और जुलाई -19 की तुलना में इस वर्ष जुलाई-20 में लोडिंग में वृद्धि दर्ज करने के उपरांत, उत्तर मध्य रेलवे ने अगस्त-19 के 7.6 लाख टन की तुलना में 20 अगस्त-20 तक 7.8 लाख टन माल लदान का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इस गति को आगे भी बनाए रखने के साथ-साथ माल लदान में नए अवसरों की तलाश के लिए महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल और उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के बीडीयू के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की। माल लदान में हिस्सेदारी बढ़ाने के साथ-साथ माल ढुलाई में विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं को प्रचारित करने के उद्देश्य से उत्तर मध्य रेलवे के बीडीयू ने मौजूदा और संभावित ग्राहकों के साथ 14 दौर की बैठकें की हैं।
नए ट्रैफिक में मक्का की रैक शामिल
अब तक प्राप्त किए गए नए ट्रैफ़िक में मक्का की एक रैक, 03 रेक डी ऑयल केक (DOC), दालों की 6.5 रेक, झांसी डिवीजन में एचपीटीआर साइडिंग से वाराणसी तक की 18 पेट्रोलियम रेक, दादरी से 06 अतिरिक्त कंटेनर रेक आदि शामिल हैं, इनकी मदद से उत्तर मध्य रेलवे में अप्रैल से जुलाई -2020 तक 505.80 करोड़ रुपये का माल ढुलाई आय हासिल करने में मदद मिली। यह राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि में 30.54 करोड़ अधिक है।
माल लदान में होगी बढ़ोत्तरी
उत्तर मध्य रेलवे की बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटें झाँसी और फतेहपुर से उर्वरक लोडिंग, हिंद टर्मिनल कानपुर से नया कंटेनर ट्रैफिक, अल्ट्राटेक बारा से सीमेंट की 15-20 रेक, मुरैना / रायरू से 2 रेक खाद्य तेल, मेजा से बलास्ट लोडिंग, शंकरगढ़ और बेवरा से सीमेंट लोडिंग, PPGS बारा से फ्लाई एश लोडिंग, शंकरगढ़ से रेत लोडिंग, टीकामगढ़ से खाद्यान्न लोडिंग आदि जैसे अतिरिक्त ट्रैफ़िक के लिए प्रयास कर रही है और जल्द ही इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है और इससे उत्तर मध्य रेलवे में माल लदान में बढ़ोत्तरी होगी।
ये भी पढ़ें:बेलारूस में जनता की बगावत, और लुकाशेंको की तानाशाही
नई लिबरलाइज्ड ऑटोमैटिक माल भाड़ा रिबेट लागू
उत्तर मध्य रेलवे माल ढुलाई में प्रोत्साहन योजनाओं को लागू करने में हमेशा सक्रिय रहा है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए पारंपरिक खाली प्रवाह दिशा (ट्रैडिशनल इंपटी फ्लो डायरेक्शन -टीईएफडी) में लोड किए गए ट्रैफिक के लिए नई लिबरलाइज्ड ऑटोमैटिक माल भाड़ा रिबेट को 20 अगस्त 20 से लागू किया गया है। यह सुविधा 31 मार्च 21 तक वैध रहेगी। इस महत्वपूर्ण उदारीकृत योजना के तहत, पारंपरिक खाली दिशा में एक रेक में बीसीएन / बीसीएनए / बीसीएनएएचएस / बीसीएनएचएल प्रकार के 10 या अधिक वैगनों का लोडिंग माल ढुलाई दर में छूट के लिए पात्र होगा। इससे पहले रैक में केवल 10 वैगनों की लोडिंग को वैगन लोडिंग श्रेणी के तहत माना जाता था जिस पर रेक माल ढुलाई शुल्क की तुलना में उच्च भाड़ा जाता है।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।