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अब इंडिया के डाकघर भी होंगे DIGITAL, ग्राहकों के बीच PMR लेकर आएंगे पोस्टमैन
गोरखपुर: देश में तरक्की के दौर में जब हर विभाग डिजिटल हो रहा है तो इस दौड़ में डाक विभाग ने भी खुद को शामिल कर लिया है। निजी कोरियर कंपनियों की प्रतिस्पर्धा में खुद को मजबूती के साथ खड़ा रखने के लिए डाक विभाग लगातार प्रयास कर रहा है।
गोरखपुर: देश में तरक्की के दौर में जब हर विभाग डिजिटल हो रहा है तो इस दौड़ में डाक विभाग क्यों पीछे रहे । निजी कोरियर कंपनियों की प्रतिस्पर्धा में खुद को मजबूती के साथ खड़ा रखने के लिए डाक विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। विभाग अब पोस्टमैन मोबाइल एप्प(पिएमआर) को लेकर अपने ग्राहकों के बीच आ रहा है।
- सहायक अधीक्षक पी.के श्रीवास्तव के मुताबिक नई वयवस्था में रजिस्ट्री इलेक्ट्रानिक मनीआर्डर स्पीडपोस्ट कैश ऑन डिलेवरी ब्लक मेल और पार्सल रिसीव करने वालो को कागज पे दस्तखत करने की बजाय अब मोबाइल फोन पर पर दस्तखत करना होगा।
- यह दस्तखत पिएमआर के तहत होगा।
-दस्तखत होते ही भेजने वाले और पाने वाले दोनों ऑन लाइन तत्काल यह सुनिश्चित कर सकेगे की उनका सामान पत्र या कैश सही स्थान पर पहुच गया या नहीं।
ग्राहकों को तुरंत मिलेगी जानकारी
-बुक कराने के दौरान मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने वाले ग्राहकों को मैसेज से यह रिसीव की जानकारी तत्काल मिल सकेगी।
- ऐसे में रिसीव होने को लेकर ग्राहकों के सामने असमंजस की स्थिति नहीं रहेगी और डाक का ट्रैक और ट्रेस आसान हो जाएगा।
- सिर्फ इतना ही नहीं इस एप के माध्यम से रिसीव करने वाले की लोकेशन डेट और टाइम की जानकारी भी ऑनलाइन मिल सकेगी।
- एप में निरक्षर व्यक्ति के लिए भी इंतजाम है निरक्षर व्यक्ति मोबाइल पर अंगूठे का छाप देकर अपना सामान पत्र या कैश प्राप्त कर सकते है।
पोस्टमैन की होगी ट्रेनिंग
व्यवस्था को सुचारु रुप से लागू करने के लिए पोस्टमैन को प्रशिक्षण दिया जाएगा ट्रेनिंग देने वाले प्रशिक्षकों को तैयार करने की परिक्रिया चल रही है पोस्टमेन मोबाइल एप्प सुविधा से गोरखपुर मंडल के 123 पोस्टमैन को प्रशिक्षित किया जाएगा इसके लिए गोरखपुर मंडल कार्यालय को मोबाइल फोन एप सहित उपलब्ध कराएं दिए गए हैं
जबकि इस संबंध में पोस्ट मास्टर जनरल गोरखपुर क्षेत्र के संजय सिंह ने बताया कि डाक विभाग की पोस्ट मैन मोबाइल एप सेवा ग्राहकों का विश्वास जीतने वाली साबित होगी इससे डाक डिलीवरी व्यवस्था पारदर्शी होगी और डिलीवरी की जानकारी को लेकर ग्राहकों को भटकना नहीं पड़ेगा पूरी कोशिश है कि मई के दूसरे पखवाड़े में ग्राहकों को यह सुविधा मिलने लगे।