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अधूरे सेतु के निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस ने किया धरना प्रदर्शन, निकाली पदयात्रा
जौनपुर में सेतु निर्माण के अधुरे पड़े कार्य को पूरा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस ने क्षेत्रीय जनता के सहयोग से 'फरियाद सुनों सरकार' के नारे के साथ सत्याग्रह प्रारम्भ किया।
जौनपुर। जनपद में सेतु निर्माण के अधुरे पड़े कार्य को पूरा कराने की मांग को लेकर आज कांग्रेस नेता विकास तिवारी के नेतृत्व में क्षेत्रीय जनता के सहयोग से 'फरियाद सुनों सरकार' के नारे के साथ सत्याग्रह प्रारम्भ किया व पदयात्रा निकाली। उस दौरान काफी क्षेत्रीय लोगों द्वारा जल में खड़ा होकर सेतु निर्माण कार्य अतिशीघ्र पूरा कराने की मांग किया गया और सम्बन्धित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व जिले के मंत्री गिरीशचन्द्र यादव को पत्रक देकर जनता की समस्या को देखते हुए अतिशीघ्र पुल निर्माण का कार्य पुरा कराये जाने की मांग की गई। इस पर जफराबाद विधायक हरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा विधानसभा में प्रश्न भी उठाया गया।
बता दें बेलांव-पराऊगंज सम्पर्क मार्ग के मध्य गोमती नदी पर बनने वाले बीरमपुर-भडे़हरी सेतु का निर्माण कार्य वर्ष 2010-11 में प्रारम्भ हुआ। उसी के साथ मई-पसेवां घाट सेतु,अखड़ो देवी घाट सेतु व धनेजा घाट सेतु का भी निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ जिस पर कई बार रिवाइज स्टीमेट भी आया लेकिन 10 वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराया जा सका।
19 अगस्त 2019 को कलेक्ट्रेट परिसर जौनपुर में किया था मौन प्रदर्शन
सेतु निर्माण के लिए विकास तिवारी की अगुवाई में क्षेत्र की जनता द्वारा विगत 19 अगस्त 2019 को बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट परिसर जौनपुर में उपस्थित होकर जनपद के चार प्रमुख अधूरे पड़े पुलों के निर्माण के लिए मौन प्रदर्शन किया गया। साथ ही 19 नवम्बर 2019 को प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग उप्र सरकार नितिन रमेश गोकर्ण का घेराव कर ज्ञापन के माध्यम से दस वर्षो से अधूरे पड़े पुल निर्माण कार्य को पुरा कराने की मांग किया।
26 नवम्बर 2019 को आयुक्त ग्राम विकास एवं नोडल अधिकारी को की शिकायत
प्रमुख सचिव ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को मौके पर ही तलब करके उक्त सभी पुलों के संदर्भ में जानकारी लिया व रिवाइज स्टीमेट भेजने की बात कही और अतिशीघ्र पुल निर्माण कार्य पूर्ण करा लेने का आश्वसन दिया। उक्त पुल के निर्माण के संदर्भ में विकास तिवारी के ही नेतृत्व में क्षेत्र की जनता सेतु निर्माण की मांग को लेकर 26 नवम्बर 2019 को जनपद में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में आए आयुक्त ग्राम विकास एवं नोडल अधिकारी के. रविन्द्र नाईक से मिलकर शिकायत की।
इस पर आयुक्त के. रविन्द्र नाईक नें अर्जेंट मीटिंग काल किया और अतिशीघ्र पुल निर्माण कार्य पुरा करा लेने का भरोसा दिया। लेकिन आज भी जिले के उक्त सभी अधूरे पड़े पुलों के पुनरीक्षित आगणन के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली, जिसे आंदोलनरत लोगों ने क्षेत्र की पीड़ित जनता के संघर्ष की जीत बताया।
एक वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी नहीं हुआ पुल का निर्माण
बीरमपुर-भडेहरी घाट सेतु निर्माण कार्य पर माह 12/2017 तक 924.38 लाख रुपये व्यय कर भौतिक प्रगति 60 प्रतिशत प्राप्त कर लेने का दावा करने वाला सेतु निर्माण विभाग 27 मार्च 2020 को मूल स्वीकृत लागत 994.54 लाख रुपये की जगह 1596.82 लाख रुपये धनराशि प्राप्त करने के एक वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कर पाई है। आज भी पुल का भौतिक अवलोकन करने से यही लगता है कि पुल का 50 प्रतिशत ही निर्माण हो पाया है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वीरमपुर-भडेहरी घाट में दिया एक दिवसीय धरना
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज वीरमपुर-भडेहरी घाट पर पहुंचकर एक दिवसीय धरना दिया, जिसमें भारी संख्या में ग्रामीण भी सम्मिलित हुए। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए तिवारी ने कहा कि पुल निर्माण की लागत में सरकार द्वारा भारी वृद्धि कर दी गई है लेकिन फिर भी निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। जनता की कमाई से बनने वाले पुल के पैसे में बंदरबाट कर रहे है और एक साजिश के तहत जान बुझकर पुल निर्माण में विलम्ब किया जा रहा है।
जल्द ही भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी कांग्रेस
जल्द ही कांग्रेस जिला मुख्यालय पर इस भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी जो काम 10 करोड़ रुपये में पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन आज उसी काम के लिए लगभग 16 करोड़ रुपये अवमुक्त हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत गया है, फिर भी पुल निर्माण का कार्य पूरा नहीं हुआ है। कार्यदायी संस्थान की ओर से सरकारी धन का घोटाला किया गया है जिसकी जांच होकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए।