Raebareli News: रायबरेली में प्रांतीय कार्तिक पूर्णिमा मेले को लेकर इस बार जिला प्रशासन ने हादसों से सबक लेते हुए ट्रैक्टर ट्राली, लोडर, पिकअप सहित अन्य सवारी वाहनों को मेले में ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। इसके बाद पुरानी परंपरा के अनुसार बैलगाड़ियों से श्रद्धालु गंगा घाट पर पहुंच रहे हैं। आज यानी रविवार (26 नवंबर) को सुबह से ही रायबरेली जनपद के मिल एरिया थाना क्षेत्र के राही, गौवचरा, इमामगंज, हैवतमऊ, चकदादर सहित अन्य गाँवों के लोग ने अपनी-अपनी बैलगाड़ियों को सजाकर गंगा स्नान के लिए निकल पड़े।हादसों को ध्यान रखते हुए प्रशासन ने लिए फैसलापुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि हादसों को ध्यान में रखते हुए डलमऊ तहसील के अंतर्गत गंगा घाट पर लगने वाले प्रांतीय कार्तिक पूर्णिमा के मेले में ट्रैक्टर ट्रॉली, पिकप, सहित अन्य सवारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होने कहा ऐसा इसलिए किया गया ताकि कोई हादसा न हो सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहें। पुलिस के आदेश के बाद श्रद्धालु पुरानी परंपरा के अनुसार अपनी-अपनी बैलगाड़ियां सजाकर पूरे परिवार के साथ गंगा स्नान के लिए निकल पड़े। चकदादर गाँव के निवासी विनोद यादव ने बताया की हम शाम 7 बजे घर से चले थे और सुबह 6 बजे तक पहुँच जायेंगे। विनोद यादव के काफी संख्या में लोग बैलगाड़ी से स्नान करने जा रहे थे और गंगा मैया के जयकारे भी लगा रहे थे। डलमऊ गंगा घाट का सबसे बड़ा स्नान माना जाता है। इस घाट पर पांच से सात आठ लाख लोग गंगा स्नान करते हैं, रायबरेली जिले में तीन घाट बने हुए है सर्वप्रथम डलमऊ गंगा घाट, गेगासों गंगा घाट और गोकना घाट।डीएम हर्षिता माथुर एसपी आलोक प्रियदर्शी ने घाटों का कई बार निरीक्षण किया। श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो उसके लिए बैरिकेटिंग, सीसीटीवी कैमरा, वाच टावर बना कर श्रद्धालुओं पर नजर रखी जा रही है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान को लेकर सभी तैयारी पूर्ण कर ली गई हैं। डलमऊ मेले को लेकर 40 से 50 बसों को चलाया जा रहा है। घाटों की साफ सफाई और सुरक्षा व्यवस्था के लिए सभी लोगों को लगा दिया गया है। मेडिकल की टीम अलग लगा दी गई है। खोया पाया केंद्र अलग बनाया गया है। सभी थाना अध्यक्षों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया है। सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया है कि अपनी-अपनी जगह पर ड्यूटी करें। स्नान करने के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम बनाए गए हैं और बस के लिए अलग पार्किंग व्यवस्था की गई है।