Raebareli News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पथ संचलन एवं एकत्रीकरण कार्यक्रम और बौद्धिक

Raebareli News: मुख्य वक्ता राहुल जी विभाग प्रचारक रायबरेली ने कहा कि संघ की यात्रा तमाम चुनौतियों और झंझावातों से भरी रही है

Narendra Singh
Published on: 14 April 2025 6:01 PM IST
X

Raebareli News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रायबरेली जिले का पथ संचलन एवं एकत्रीकरण कार्यक्रम 2000 स्वयंसेवकों की संख्या में दिनांक 14/04/2025 दिन सोमवार समय अपरान्ह 3:30 बजे से राजकीय इंटर कालेज मैदान में प्रारंभ हुआ पथ संचलन कार्यक्रम अपने तय मार्ग राजकीय इंटर कालेज मैदान से बस स्टेशन चौराहा से जोसियाना पुल से खालीसहाट से किला बाजार चौकी होते हुए श्रीराम चौक ( कहारों का अड्डा ) से लालचन्द्र स्वर्णकार तिराहा से कैपरगंज व घंटाघर चौराहे से सुपर मार्केट होते हुए हाथीपार्क ( अम्बेडकर तिराहा ) से राना बेनीमाधव चिकित्सालय से राजकीय इंटर कालेज मैदान में समाप्त हुआ, इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सूर्यप्रकास जी सेवा निवृत जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने की उन्होंने कहा कि संघ समाज में अपने द्वारा किये गए सेवा कार्यो एवं राष्ट्रीयता के लिए ही पहचाना जाता है, इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राहुल जी विभाग प्रचारक रायबरेली ने कहा कि संघ की यात्रा तमाम चुनौतियों और झंझावातों से भरी रही है, लेकिन संघ ने हमेशा अपने मूल्यों और लक्ष्यों को कायम रखा। अब 100वें वर्ष की यात्रा में संघ अपने 'पंच-परिवर्तन' के लक्ष्यों के साथ समाज को नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

नागपुर में डा. हेडगेवार के घर “सुक्रवारी” से प्रारंभ हुआ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपने 99 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पूरी कर विजयादशमी के अवसर पर 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह संगठन जिसने भारतीय समाज में स्वतंत्रता, समरसता और चेतना जागरण का बीड़ा उठाया, अब अपने ‘पंच-परिवर्तन’ के लक्ष्यों के साथ समाज को नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

पांच परिवर्तन भारतीय समाज को कुछ वर्षों में दिशा देने वाले हैं:

सामाजिक समरसता : समाज के विभिन्न वर्गों के बीच सौहार्द और प्रेम बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित।

कुटुम्ब प्रबोधन : परिवार को राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली इकाई के रूप में संवर्धित करना।

पर्यावरण संरक्षण : पृथ्वी को माता मानकर पर्यावरण संरक्षण हेतु जीवनशैली में बदलाव।

स्वदेशी और आत्मनिर्भरता : देश की स्वदेशी अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता पर जोर।

नागरिक कर्तव्य : प्रत्येक नागरिक का सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन और राष्ट्रहित में योगदान।


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दैनिक शाखाओं ने स्वयंसेवकों में न केवल सौहार्द और प्रेम का भाव जगाया, बल्कि मजबूत नेतृत्व और कौशल क्षमता जैसे गुणों का भी विकास किया। संघ की शाखाओं से निकले कई स्वयंसेवक आज राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण नेतृत्व कर रहे हैं। संघ समय-समय पर समाज में बंधुत्व और सामाजिक सौहार्द बढ़ाने हेतु साल भर चलने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करता है। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करना और उन्हें राष्ट्र की सेवा में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है।


पथ संचलन का उद्देश्य, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक राहुल जी ने बौद्धिक देते हुए बताया यह पथ संचलन हर वर्ष निकलता है। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य राष्ट्र को उत्तम दिशा की ओर अग्रसर करना और हिन्दू समाज को जाग्रत करना होता है। संचलन साल में हर वर्ष की भांति निकाला जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य रहता है कि हमने शाखाओं पर क्या सीखा और क्या किया उसका संचलन के रूप में प्रयोग किया जाता है, विभाग प्रचारक जी ने अम्बेडकर जयंती 2025 की शुभकामनाएं दी भारत 14 अप्रैल को भारतीय संविधान के निर्माता डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर की 135 वीं जयंती मना रहा है। डॉ अम्बेडकर, जिन्हें बाबासाहेब के नाम से जाना जाता है, एक प्रसिद्ध न्यायविद, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे।

इस कार्यक्रम में अमित जी विभाग शारीरिक प्रमुख, बृजेश जी जिलाप्रचारक, जेडी द्विवेदी जी जिला संघचालक, डीबी सिंह जी जिला सह संघचालक, अमित जी जिलाकार्यवाह, राहुल जी जिला संपर्क प्रमुख, धनंजय जी जिला प्रचार प्रमुख, कृपाशंकर जी, अजय जी, दिनेश जी, रविन्द्र जी, अनुज जी नगर प्रचारक एवं अन्य स्वयंसेवक सम्मिलित रहे I

Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Next Story