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भाई-बहन के प्यार में महंगाई नहीं आ रही आड़े, खूब बिक रहीं राखियां

Rishi
Published on: 6 Aug 2017 9:08 PM IST
भाई-बहन के प्यार में महंगाई नहीं आ रही आड़े, खूब बिक रहीं राखियां
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अंबेडकरनगर: रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार के मद्देनजर जिला मुख्यालय सहित जिलेभर के बाजार रंग-बिरंगी राखियों से पट चुके हैं। महंगाई के बावजूद भाइयों की कलाई सजाने के लिए बहनों का उत्साह कायम है। आकर्षक राखियों से सजी दुकानें बहनों को बरबस अपनी तरफ आकर्षिक कर रही हैं।

बाजार में विभिन्न डिजाइनों वाली राखियां मिल रही हैं। बहन अपने भाई के लिए मनपसंद राखियां खरीद रही हैं। बहनें हर हाल में भाई की कलाई पर राखी बांधने को उत्सुक देखी जा रही हैं।

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रक्षाबंधन का पर्व हो तो उसमें मिठाई के बिना रंग कैसे आ सकता है। मिठाई की दुकानों पर आकर्षक मिठाइयां डिब्बों में सजाकर रखी जा रही हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार राखियों के दामों में हुई भारी वृद्धि के बावजूद लोग इसकी खरीदारी करने में जुटे देखे गए हैं।

रक्षाबंधन को लेकर खासकर महिलाएं एवं छोटी-छोटी बच्चियां ज्यादा उत्साहित नजर आ रही हैं। वे दुकानों पर पुंचकर अपने भाई के लिए मनपसंद राखी खरीदने से नहीं चूक रही हैं। जिला मुख्यालय हो या जुड़वा शहर शहजादपुर, विभिन्न दुकानों पर सजी आकर्षक राखियां महिलाओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रही हंै।

इस वर्ष रक्षा बंधन कई मायनों में खास रहेगा। वर्षो बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि इस दिन चंद्र ग्रहण के साथ भद्रकाल भी रहेगा। साथ ही सावन का आखिरी सोमवार भी है।

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सूतक के चलते राखी बांधने का शुभ मुर्हूत दिन में 11 बजकर पांच मिनट से एक बजकर 51 मिनट तक है। बहने इस शुभ मुहूर्त में भाई को राखी बांध सकती है।

इस बार ऑनलाइन राखी भेजने व गिफ्ट भेजने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। जो भाई पढ़ाई या नौकरी के लिए बाहर हैं, बहनों द्वारा उन्हें ऑनलाइन राखी भेजी गई है। वहीं भाइयों द्वारा गिफ्ट भी ऑनलाइन भेजा जा रहा है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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