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Samadhan Diwas: प्रदेश के इन जिलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का हुआ आयोजन, अधिकारियों ने फरियादियों की सुनी समस्याएं
Samadhan Diwas:जनपदों में प्रत्येक शनिवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर जिले के अधिकारियों ने फरियादियों की शिकायतों को सुना और उनकी समस्याओं का निस्तारण के निर्देश दिए।
प्रदेश के इन जिलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का हुआ आयोजन, अधिकारियों ने फरियादियों की सुनी समस्याएं (Photo- Social Media)
Samadhan Diwas: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के आदेशानुसार प्रदेश के जनपदों में प्रत्येक शनिवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर जिले के अधिकारियों ने फरियादियों की शिकायतों को सुना और उनकी समस्याओं का निस्तारण के निर्देश दिए। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जनकपुर गांव के अम्बिका अचानक तहसील सभागार में प्रकट हुए और ऐसा दावा किया कि प्रशासनिक अधिकारी भी सुनकर दंग रह गए। स्वर्गीय पूनवासी के पुत्र अम्बिका ने बताया कि उन्हें सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दिया गया है, जबकि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और जीवित हैं।
जिंदा हूं मैं! शख्स के दावे से अधिकारियों के उड़े होश
Chandauli News: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील में एक अविश्वसनीय घटना सामने आई है। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जनकपुर गांव के अम्बिका अचानक तहसील सभागार में प्रकट हुए और ऐसा दावा किया कि प्रशासनिक अधिकारी भी सुनकर दंग रह गए। स्वर्गीय पूनवासी के पुत्र अम्बिका ने बताया कि उन्हें सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दिया गया है, जबकि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और जीवित हैं।
अंधेर नगरी! जीते जी जमीन बच्चों के नाम
अपनी दुखभरी कहानी सुनाते हुए अम्बिका ने कहा कि उन्हें बिना किसी सूचना के मरा हुआ दर्शा दिया गया है। हद तो तब हो गई जब 12 जून 2023 को उनकी संक्रमणीय जमीन, जिसका खाता संख्या 03 और 02 है, और अन्य संपत्ति भी उनके दो बेटों के नाम पर दर्ज कर दी गई। इस बात का खुलासा तब हुआ जब उन्हें किसी जरूरी काम के लिए अपनी खतौनी की आवश्यकता पड़ी।
न्याय की आस में पीड़ित, लगाई अधिकारियों से गुहार
अपने जीवित होने के सबूत पेश करते हुए अम्बिका ने अधिकारियों से भावुक अपील की। उन्होंने मांग की कि उनकी वरासत को तुरंत निरस्त किया जाए और उन्हें आधिकारिक तौर पर जीवित घोषित किया जाए, जिससे वह सामान्य जीवन जी सकें।
प्रशासन में हड़कंप, कार्रवाई का आश्वासन
अम्बिका की शिकायत ने तहसील प्रशासन में खलबली मचा दी है। एक जीवित व्यक्ति को मृत घोषित करने का यह मामला अत्यंत गंभीर माना जा रहा है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और अम्बिका को कब तक न्याय मिल पाता है। फिलहाल, अधिकारियों ने शिकायत पर ध्यान देते हुए जरूरी कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। यह देखना होगा कि एक जीवित व्यक्ति को अपनी पहचान वापस पाने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ता है।
रिपोर्ट- सुनील कुमार, चंदौली
जालौन संपूर्ण समाधान दिवस में 48 शिकायतों में 11 का मौके पर जिलाधिकारी ने किया निस्तारण
Jalaun News: जालौन में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता डीएम ने करते हुए आए हुए फरियादियों की समस्या सुनकर अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि आने वाली फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उनका मौके पर जाकर निस्तारण करें। लापरवाही वरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।
उरई मे सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन तहसील सभागार में किया गया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने फरियादियो की शिकायतो को गम्भीरतापूर्वक सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को निस्तारण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस का मुख्य उद्देश्य आमजनमानस की समस्याओं को सुनकर उनका समयबद्ध, पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
सम्पूर्ण समाधान के अवसर पर जिलाधिकारी के समक्ष कुल 48 शिकायती प्रार्थना पत्र आये जिसमे 11 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया, शेष शिकायतों के लिए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर जाकर जांच करें और समस्याओं का निष्पक्ष, पारदर्शी एवं प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने के निर्देश दिए।
उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी शिकायत को लंबित न रखें और समयबद्ध ढंग से उसका समाधान करें। संपूर्ण समाधान दिवस के पश्चात समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जीरो पॉवर्टी के दौरान किए गए सर्वे में पात्र लाभार्थियों का चयन किया गया उनका सत्यापन करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार, उप जिलाधिकारी अतुल कुमार, क्षेत्राधिकारी अर्चना सिंह आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट- उज्मा, जालौन
मिश्रिख में समाधान दिवस पर फूटा विधायक का गुस्सा, थाना प्रभारी को लगाई फटकार
Sitapur News: सीतापुर जिले की मिश्रिख तहसील में शनिवार को आयोजित समाधान दिवस उस वक्त सुर्खियों में आ गया, जब बीजेपी विधायक रामकृष्ण भार्गव ने पुलिस पर जमकर हमला बोला। तहसील सभागार में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में विधायक ने संदना थाना प्रभारी को खुले मंच से फटकार लगाई।
थाना बना अपराधियों का अड्डा
विधायक का आरोप था कि थाने में पीड़ितों की सुनवाई नहीं होती और अपराधियों को संरक्षण मिलता है। उन्होंने कहा, "थाना अपराधियों का अड्डा बन चुका है। पीड़ित न्याय के लिए भटकते हैं जबकि पुलिस लाखों रुपये लेकर मामले रफा-दफा कर देती है।" मंच पर मौजूद DM और SP विधायक के तीखे तेवर देख स्तब्ध रह गए।
रामकृष्ण भार्गव ने कहा कि वह कई बार पुलिस की कार्यशैली को लेकर अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने चेताया कि यदि पुलिस का रवैया नहीं बदला, तो जनता को सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
समाधान दिवस का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल
इस दौरान मौजूद फरियादियों और स्थानीय लोगों ने भी विधायक के आरोपों का समर्थन किया। उनका कहना है कि संदना थाने में भ्रष्टाचार चरम पर है और आम आदमी की सुनवाई नहीं होती। समाधान दिवस का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें विधायक पुलिस की कार्यप्रणाली पर तीखे सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम के बाद प्रशासन ने मामले की जांच कराने की बात कही है।
रिपोर्ट- समी अहमद, सीतापुर
जनता की सुनवाई, तत्काल कार्रवाई: चंदौली में संपूर्ण समाधान दिवस बना उम्मीद की किरण
Chandauli News: जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग के सख्त निर्देशों का असर साफ दिखाई दिया, जब आज पीडीडीयू नगर तहसील सभागार में उप जिलाधिकारी अनुपम मिश्रा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण पहल का मुख्य उद्देश्य आम जनता की समस्याओं को बिना देरी किए सुनना और उनका प्रभावी समाधान निकालना है। तहसील दिवस में अपनी उम्मीदों के साथ पहुंचे फरियादियों ने कुल 117 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए। प्रशासन की तत्परता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इनमें से एक दर्जन मामलों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। यह त्वरित कार्रवाई न केवल प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि फरियादियों के लिए भी तत्काल राहत लेकर आई।
अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण समाधान का कड़ा निर्देश
उप जिलाधिकारी अनुपम मिश्रा ने समाधान दिवस में मौजूद सभी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट रूप से यह निर्देश दिया कि वे सभी प्राप्त प्रार्थना पत्रों का निस्तारण तय समय सीमा के भीतर करें, लेकिन इसके साथ ही समाधान की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और प्रत्येक फरियादी की समस्या को पूरी गंभीरता के साथ लेना होगा। श्री मिश्रा ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे आपस में समन्वय बनाकर काम करें और यह सुनिश्चित करें कि जो भी समाधान निकाला जाए, उससे शिकायतकर्ता पूरी तरह से संतुष्ट हों।
एक ही छत के नीचे जुटे विभिन्न विभागों के प्रमुख
आज के इस महत्वपूर्ण संपूर्ण समाधान दिवस में विभिन्न सरकारी विभागों के उच्चाधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी, पीडी डीआरडीए, क्षेत्राधिकारी, डीसी मनरेगा, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थानाध्यक्ष और खंड विकास अधिकारी जैसे प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। विभिन्न विभागों के इन उच्चाधिकारियों की उपस्थिति ने यह सुनिश्चित किया कि फरियादियों की समस्याओं को मौके पर ही संबंधित विभाग द्वारा सुना जाए और उन पर तत्काल उचित कार्रवाई की जा सके। इस पहल से आम जनता को अब अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि एक ही स्थान पर उन्हें विभिन्न विभागों के अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रखने और समाधान प्राप्त करने का अवसर मिल सकेगा।
रिपोर्ट- सुनील कुमार, चंदौली
शिकायतें वही, चेहरे नए… समाधान की उम्मीद में जुटे लोग और सवालों से घिरे अफसर!
Meerut News: शनिवार को मेरठ की सदर और सरधना तहसीलों में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस आमजन की समस्याओं का आईना बन गया। एक ओर जहां फरियादी हाथों में प्रार्थना पत्र लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे, वहीं दूसरी ओर मंच पर बैठे अफसरों को आयुक्त और जिलाधिकारी की सख्त हिदायतों का सामना करना पड़ा।
सदर में सिर्फ 3 का हुआ तुरंत निस्तारण
तहसील सदर में आयुक्त हृषिकेश भास्कर यशोद ने अधिकारियों की बैठक में स्पष्ट कहा, “समस्याओं को फाइलों में मत घुमाइए, समाधान ज़मीन पर दिखना चाहिए।”यहाँ कुल 41 शिकायतें दर्ज हुईं — जिनमें ज़मीन की पैमाइश, अवैध कब्जा और पेंशन से जुड़े मामले छाए रहे। अफसोस की बात ये रही कि मौके पर महज़ 3 का ही निस्तारण हो सका।
सरधना में शिकायती सुनामी — 112 शिकायतें, सब्र की परीक्षा
तहसील सरधना का नज़ारा कुछ अलग नहीं था। जिलाधिकारी डॉ. वी.के. सिंह ने शिकायतों की बाढ़ देखी तो अफसरों को चेताया: “यह सिर्फ खानापूर्ती नहीं है, सरकार की प्राथमिकता है — जनता का भरोसा।” यहाँ 112 शिकायतें दर्ज की गईं। कई शिकायतकर्ता तो सालों से समाधान दिवस दर समाधान दिवस आते दिखे — पर फाइलें वहीं की वहीं।
अधिकारियों को दी गई दो टूक चेतावनी
दोनों ही स्थानों पर आयुक्त और डीएम ने कड़े शब्दों में कहा कि शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण समय-सीमा में हो, नहीं तो कार्रवाई तय है।
फरियादी बोले — उम्मीद बाकी है
सरधना के किसान रामदीन बोले, “तीन बार आ चुका हूँ, आज डीएम साहब को सीधे दिया है, शायद अब कुछ हो।” वहीं मेरठ की महिला शकुंतला देवी ने कहा, “पेंशन के लिए दर-दर भटक रही हूँ, अफसर सिर्फ तारीख देते हैं।”
हाजिरी में कोई कमी नहीं
सदर में DIG कलानिधि नैथानी, SDM अंकित कुमार, नगर आयुक्त लवी त्रिपाठी सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। सरधना में SSP विपिन ताडा, CDO नूपुर गोयल, SDM महेश दीक्षित और ADM बलराम सिंह समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी जुटे।
रिपोर्ट- सुशील कुमार, मेरठ
संपूर्ण समाधान दिवस पर कमिश्नर ने व्यक्त की नाराजगी, सम्बंधित लेखपालो को लगाई कड़ी फटकार
Azamgarh News: मण्डलायुक्त विवेक एवं डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने शनिवार को तहसील निजामाबाद में सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने मौके पर उपस्थित लोगों की समस्याओं को सुना तथा प्राप्त कुल 72 शिकायतों में 8 का मौके पर ही निस्तारण कराया।
संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर के अवसर पर प्राप्त कुल प्रार्थना-पत्रों में 63 राजस्व विभाग, 3 विकास विभाग, 2 पुलिस विभाग, 2 विद्युत विभाग तथा शेष 2 प्रार्थना पत्र अन्य विभागों से सम्बन्धित थे। निस्तारित सभी 8 प्रार्थना पत्र राजस्व विभाग से सम्बन्धित थे। मण्डलायुक्त के समक्ष कतिपय शिकायतकर्ताओं द्वारा इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया गया कि अविवादित वरासत होने के बावजूद वरासत दर्ज नहीं हुई है।
इस स्थिति पर मण्डलायुक्त विवेक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित लेखपालों को कड़ी फटकार लगाई तथा उपजिलाधिकारी, निजामाबाद को निर्देश दिया कि जितने भी अविवादित वरासत के मामले लम्बित हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित कराया जाय, कोई भी अविवादित वरासत लम्बित नहीं रहना चाहिए। मण्डलायुक्त ने गर्मी के मौसम को देखते हुए शिकायतकर्ताओं के लिए पेयजल तथा बैठने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि अपनी समस्याओं को लेकर दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से तहसील में आने वालों के प्रति अच्छा व्यवहार और नरम रवैया अपनाया जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि जिन मामलों में राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम मौके पर भेजा जाना है उसमें सम्बन्धित थाना प्रभारी को अवगत कराते हुए समय सीमा के अन्दर ऐसे मामलों का निस्तारण कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए, ताकि एक ही समस्या को लेकर किसी व्यक्ति को बार बार तहसील या जनपद मुख्यालय न जाना पड़े।
डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने पुलिस के मामलों की सुनवाई करते हुए उपस्थित थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों के निस्तारण हेतु संयुक्त टीम के लिए आवश्यक पुलिस बल समय से उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव के दृष्टिगत कुछ गलत शिकायतें भी प्राप्त हो सकती हैं, इसलिए गलत शिकायतकर्ताओं की पहचान की जाय। उन्होंने राजस्व और पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि शिकायतों का निस्तारण किसी भी दशा में लम्बित नहीं रहना चाहिए। मण्डलायुक्त और डीआईजी जब तहसील पहुंचे तो उस समय उपजिलाधिकारी निजामाबाद नरेन्द्र कुमार गंगवार आमजन से उनकी समस्याओं की सुनवाई कर रहे थे। मण्डलायुक्त द्वारा गत सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त प्रार्थना पत्रों की निस्तारण की स्थिति के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अवगत कराया गया कि कोई प्रार्थना पत्र निस्तारण हेतु अवशेष नहीं है।
तहसील लालगंज में शिकायती प्रार्थना पत्र कुल 62 में से तीन का हुआ निस्तारण
तहसील लालगंज में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व आजाद भगत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें 62 शिकायती प्रार्थना पत्र प्रस्तुत हुए।
जिसमें तीन का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पिछले अप्रैल की शिकायत प्रार्थना पत्र का फीडबैक लिया जाए और और शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की शिकायत पुलिस और राजस्व द्वारा सयुक्त रूप से निस्तारण कराया जाए। उन्होंने संबंधित थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि रजिस्टर के साथ तहसील में उपस्थित रहे। उन्होंने एसडीएम लालगंज को कहा कि संबंधित कर्मचारियों को एक दिन का प्रशिक्षण दिया जाए। इस अवसर पर एसडीएम लालगंज श्याम प्रताप सिंह, एसडीएम न्यायिक नूपुर सिंह, तहसीलदार लालगंज अंजू यादव, सीडीपीओ लालगंज रामनिवास सिंह, राजस्व निरीक्षक हरिद्वार सिंह आदि लोग उपस्थित थे।
रिपोर्ट- श्रवणकुमार, आजमगढ़
डीएम एसपी ने तहसील इकौना में सुनी फरियाद, सम्पूर्ण समाधान में तीनों तहसीलों में कुल आई 26 प्रार्थना पत्र, मौके पर 11 का हुआ निस्तारण
Shravasti News: डीएम अजय कुमार द्विवेदी एवं एसपी घनश्याम चौरसिया ने तहसील इकौना में सम्पूर्ण समाधान दिवस/तहसील दिवस में फरियादियों की समास्याएं सुनी।इस दौरान डीएम,एसपी ने तहसील इकौना में आए 9 प्रार्थना पत्रों में से 5 का मौके पर ही निस्तारण कराया।शेष को संबंधित पटल पर समय सीमा में निस्तारण के लिए भेज दिया।इस दौरान जिलाधिकारी ने तहसील दिवस में आये फरियादियों की समस्याओं को गम्भीरता से सुना तथा उनके निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होने कहा कि भूमि विवादों से सम्बन्धित प्रकरणों में राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर जाकर निष्पक्ष ढंग से निस्तारण कराएं, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
इस दौरान डीएम को प्रार्थिनी आशिया बेगम पत्नी बुद्धु द्वारा अवगत कराया गया कि 04 वर्ष पहले उनके खिलाफ पराली जलाने का मुकदमा वापस हुआ था। जिसमें प्रार्थिनी द्वारा जुर्माना राशि जमा करते हुए उसकी रसीद भी प्राप्त की थी। लेकिन उसके बाद भी प्रार्थिनी के विरूद्ध नोटिस जारी किया गया है, जिसमें प्रार्थिनी को जमानत करानी पड़ी है।
उन्होने जिलाधिकारी से अपने ऊपर लगे मुकदमे को समाप्त कराने हेतु अपील किया। जिस पर जिलाधिकारी ने तुरन्त मौके पर ही उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार के माध्यम से जांच कराकर उनकी शिकायत का निराकरण कराया।वहीं प्रार्थी तिलकराम पुत्र अयोध्या प्रसाद निवासी भाभेपारा दाखिली इटवरिया तहसील इकौना द्वारा अवगत कराया गया कि प्रार्थी द्वारा गाटा संख्या-1095 की पैमाईश धारा 24(1) में कराया गया था, जिसकी मेढ़बन्दी हेतु उपजिलाधिकारी न्यायिक द्वारा आदेश पारित किया गया था। लेकिन आज तक उसकी मेढ़बन्दी नहीं हो सकी है, जिससे प्रार्थी को काफी क्षति हो रही है। उन्होने जल्द से जल्द मेढ़बन्दी कराने हेतु जिलाधिकारी से प्रार्थना की। जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल राजस्व एवं पुलिस की टीम को निर्देशित किया मौके पर जाकर कार्यवाही की जाए और कृत कार्यवाही से उन्हें भी अवगत कराया जाए।
इसके अलावा प्रार्थी राम सवारे पुत्र सुखराम निवासी भुतहा तहसील इकौना के द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा विगत दिवस नक्शा दुरूस्ती हेतु राजस्व निरीक्षक को पत्रावली प्रस्तुत की गई थी, लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई हैं। उन्होने नक्श दुरूस्ती हेतु जिलाधिकारी से फरियाद लगायी। जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित उपजिलाधिकारी को तत्काल कार्यवाही का निर्देश दिया।
जबकि प्रार्थिनी श्रीदेवी पत्नी श्रीचन्द्र निवासी मोहम्मदपुर राजा तहसील इकौना द्वारा जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया गया कि उनके द्वारा पूर्व में प्रार्थना पत्र देकर भूमि का सीमांकन कराया था तथा सीमांकन स्थल पर खूंटा लगवा दिया गया था और कब्जे का विवाद समाप्त कराकर कब्जा दिया गया था। परन्तु विपक्षी द्वारा पुनः खूंटे को उखाड़कर कब्जा कर लिया गया है और जान-माल की धमकी दे रहा है। प्रार्थिनी ने जिलाधिकारी से प्रकरण की जांच कराकर उचित कार्यवाही कराने हेतु अपील किया। जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी इकौना को प्रकरण की जांच कराकर कार्यवाही का निर्देश दिया।
इसके अतिरिक्त प्रार्थी सुधीर कुमार पटवा निवासी पटेल नगर इकौना द्वारा प्रार्थना पत्र देकर जिलाधिकारी को अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा सीवरेज एवं जल निकासी योजना अन्तर्गत नगर पंचायत इकौना के मोहल्ला आजाद नगर में अताउल्ला के मकान से पटेल नगर-आजाद नगर होते हुए अताउल्ला के मकान से भिनगा-इकौना सम्पर्क मार्ग तक नाला निर्माण कार्य चल रहा है, किन्तु ठेकेदार द्वारा उपरोक्त कार्य स्टीमेट के अनुसार न कराकर पुराने ईंट व पुरानी नाली बिना तोड़े एवं नाले के स्थान पर सकरी नाली बिना तल्ली के बनाया जा रहा है। इस सम्बन्ध में पूर्व में भी सूचना दी गई थी, परन्तु उस पर कोई कार्यवाही नही हुई है। उन्होने जिलाधिकारी से उक्त प्रकरण की अपने स्तर से तकनीकी एवं गुणवत्ता की जांच कराकर निर्माण कार्य कराये जाने हेतु अनुरोध किया। जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी इकौना को मौके पर जाकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने थानाध्यक्ष को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण समाधान दिवस/तहसील दिवस में पुलिस विभाग से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समय-सीमा के अन्दर किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होने यह भी कहा कि महिलाओं की जनशिकायतों को गम्भीरता से सुने तथा उनका गुणवत्ता पूर्ण ढंग से निस्तारण भी सुनिश्चित करें। यदि जिले में किसी भी थाना क्षेत्र से कोई भी फरियादी द्वारा किसी भी थानाध्यक्ष की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने की शिकायत मिली तो निश्चित ही सम्बन्धित थानाध्यक्ष के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
बता दें कि सम्पूर्ण समाधान दिवस/तहसील दिवस के आयोजन हेतु जिलाधिकारी द्वारा जारी रोस्टर के अनुसार जनपद में क्रमशः तहसील जमुनहा में मुख्य विकास अधिकारी शाहिद अहमद की अध्यक्षता में एवं तहसील भिनगा में सम्पूर्ण समाधान दिवस/तहसील दिवस का आयोजन कर फरियादियों की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण किया गया। इस अवसर पर सम्बन्धित तहसीलों के उपजिलाधिकारी, तहसीलदार एवं तहसील तथा ब्लाक स्तर के सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
सम्पूर्ण समाधान दिवस/तहसील दिवस इकौना में कुल 09 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिसमें से मौके पर ही 05 शिकायतों का निस्तारण किया गया। शेष शिकायतों के समय सीमा के अन्तर्गत निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को उपलब्ध कराया गया। सम्पूर्ण समाधान दिवस भिनगा में 09 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से मौके पर 05 शिकायतों का निस्तारण किया गया। तहसील जमुनहा में कुल 08 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से मौके पर 01 शिकायतों का निस्तारण किया गया।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी ओम प्रकाश, जिला विकास अधिकारी रामसमुझ, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ए0के0 सिंह, तहसीलदार इकौना, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग के0पी0 मिश्रा, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा0 अमरनाथ यति, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी दीपक वार्ष्णेय, जिला कृषि अधिकारी अनिल प्रसाद मिश्र, खण्ड विकास अधिकारी इकौना सी0बी0 तिवारी सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल एवं फरियादीगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- राधेश्याम मिश्र, श्रावस्ती
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