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Shravasti News: बेसिक शिक्षा विभाग का अजीबो-गरीब कारनामा उजागर, दिवंगत अध्यापक को कार्यशाला में आने के दिए निर्देश

Shravasti News: शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने वाला एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जमुनहा ब्लॉक के कार्यशाला के लिए दिवंगत शिक्षक धर्मेंद्र कुमार मिश्रा को बुलाया गया।

Radheshyam Mishra
Published on: 27 Feb 2025 10:28 PM IST
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Basic Education Department strange act exposed instructions to deceased teacher to attend workshop (Photo: Social Media)

Shravasti News: शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने वाला एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जमुनहा ब्लॉक के कार्यशाला के लिए दिवंगत शिक्षक धर्मेंद्र कुमार मिश्रा को बुलाया गया। दिवंगत शिक्षक के प्रशिक्षण कार्यशाला में न पहुंचने पर विभाग कार्रवाई की तैयारी में जुट गया। हैरानी की बात यह है कि शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार मिश्र का 9 जनवरी में ही लंबी बीमारी के कारण निधन हो चुका है, लेकिन विभाग के दस्तावेजों में आज भी उनका नाम सक्रिय बना हुआ था।

प्रशिक्षुओं की सूची में धर्मेंद्र कुमार मिश्र का नाम दर्ज

खंड शिक्षा जमुनहा कार्यालय द्वारा जारी प्रशिक्षुओं की सूची में धर्मेंद्र कुमार मिश्र का नाम दर्ज है। यह पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में उनका नाम शामिल किया गया था। यही नहीं शिक्षक की नौकरी छोड़ चुकी टीचर को भी आने के विभाग कार्यशाला में निर्देश दिए थे जो जमुनहा ब्लॉक चमरपुरवा कंपोजिट विद्यालय में तैनात थी।जो यह दर्शाता है कि विभाग की लापरवाही लगातार बनी हुई है और ऐसे मामलों की न तो समीक्षा की जाती है, न ही सुधार किया जाता है।

विभागीय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और जिम्मेदारी का अभाव

शिक्षा विभाग में आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं, जो यह साबित करते हैं कि दस्तावेजों का सही से अद्यतन (अपडेट) नहीं किया जाता। इस तरह की गलतियां न केवल प्रशासनिक अनदेखी को उजागर करती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि विभागीय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और जिम्मेदारी का अभाव है। धर्मेंद्र कुमार मिश्र के निधन के बाद जमुनहा विकास खंड में मृतक शिक्षक के उपर कार्यवाही के बीच यह खुलासा हुआ कि शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार मिश्र का विगत 9 जनवरी को ही लंबी बीमारी से निधन हो चुका है।

इसके बावजूद, जमुनहा ब्लॉक के शिक्षा विभाग फाइलों को बिना अपडेट किए व उनकी फाइल सत्यापित किए बिना अब तक संचालित कर रहा था। बाद में इस गड़बड़ी के सामने आने पर विभाग लीपापोती करने में जुट गया है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई परन्तु उनका मोबाइल कवरेज एरिया से बाहर बता रहा था जबकि विभाग इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि प्रशिक्षण सूची ऑनलाइन जनरेट की जाती है, इसलिए संभव है कि त्रुटिवश मृतक शिक्षक का नाम शामिल हो गया हो।

परिवार में हड़कंप मच गया

बता दें इसके पहले भी विगत 21 दिसंबर को शिक्षा विभाग की लापरवाही सामने आ चुकी थी, जहां विभाग ने एक रिक्शा चालक को 51 लाख रुपए का नोटिस थमा दिया है। शिक्षा विभाग इस रिक्शा चालक के फर्जी शिक्षक होने का दावा किया था और उसे 51 लख रुपए का रिकवरी नोटिस दे दी थी ,जिसके बाद उसके परिवार में हड़कंप मच गया था जबकि वह पूरी तरीके से अशिक्षित था और एक गरीब परिवार का व्यक्ति है जो, दिल्ली में रहकर अपने बच्चों का पेट पालने के लिए रिक्शा चलाता था।

रिक्शा चालक थाना भिनगा कोतवाली के गौड़पुरवा का था जहां का रहने वाल मनोहर यादव को बेसिक शिक्षा विभाग ने फ़र्ज़ी शिक्षक बताकर 51 लाख 63 हज़ार 53 रुपये का रिकवरी नोटिस थमाया था और यह रकम एक हफ्ते में वापस ना जमा होने पर उसके ऊपर कुर्की जैसी कार्रवाई करने का भी दबाव बनाया था। दौरान बेसिक शिक्षा विभाग ने लीपापोती करते हुए बताया था कि मनोहर यादव सुरेन्द्र प्रताप सिंह के व्यक्ति जो अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर के रहने वाले है। उनके दस्तावेजों के आधार पर ही वह पिछले कई सालों से सहायक शिक्षक के रूप में जमुनहा के नव्वापुरवा प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहा था।

नियुक्ति समाप्त कर मुकदमा दर्ज करा दिया गया

जब उसके दस्तावेज खंगाले गये वह फ़र्ज़ी मिले और वह फरार हो गया था जिसपर इनकी नियुक्ति समाप्त कर मुकदमा दर्ज करा दिया गया था। वही बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग उन दिनों फ़र्ज़ी शिक्षक को लेकर शिक्षकों के दस्तावेज खंगाल रहा है। जनपद में दिसंबर महीने आधा दर्जन से अधिक शिक्षक फर्जी पकड़े गए हैं।अब ऐसे विषयों में बार बार शिक्षा विभाग खुद सवालों के घेरे में आ रहा है जो विभागीय लापरवाही को उजागर करती है।



Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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