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Sonbhadra: लाखों के माल के मामले में पकड़े गए आरोपियों की बेरहमी से पिटाई, वीडियो वायरल

Sonbhadra: पूर्व मध्य रेलवे के विंढमगंज स्थित रेलवे गोदाम से रेलवे इंजीनियर और रेलवे पुलिस की मिलीभगत से उड़ाए गए लाखों के माल के मामले में पकड़े गए आरोपियों की बेरहमी से पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है

Kaushlendra Pandey
Report Kaushlendra PandeyPublished By Deepak Kumar
Published on: 15 May 2022 10:32 AM GMT (Updated on: 15 May 2022 10:51 AM GMT)
Sonbhadra News In Hindi
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Sonbhadra: लाखों के माल के मामले में पकड़े़ गए आरोपियों की बेरहमी से पिटाई

Sonbhadra: पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) के विंढमगंज स्थित रेलवे गोदाम से रेलवे इंजीनियर और रेलवे पुलिस की मिलीभगत से उड़ाए गए लाखों के माल के मामले में पकड़े़ गए आरोपियों की, बेरहमी से पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है। रिमांड पर लाए जाने के बाद झारखंड के नगर उंटारी रेलवे स्टेशन (Nagar Untari Railway Station of Jharkhand) पर जमकर पिटाई किए जाने की खबर आरोपियों के पैरवीकारों और परिवार के लोगों को मिली तो वह मौके पर पहुंच गए। वहां उनकी खराब हालत देख, जमकर हंगामा किया। माहौल गरमाता देख आरपीएफ के गढ़वा थाना इंचार्ज बनारसी यादव (RPF Garhwa police station in-charge Banarasi Yadav) आरोपियों को लेकर वहां से निकल लिए। रास्ते में हालत खराब होने पर एक आरोपी का दुद्धी सीएचसी में उपचार कराया गया। घटना को लेकर जहां तरह-तरह की चर्चा बनी रही। वहीं दोपहर बाद से इसको लेकर वीडियो वायरल होने शुरू हो गए।

बताते चलें कि गत चार मार्च को विंढमगंज रेलवे स्टेशन के पास स्थित रेलवे गोदाम से दो ट्रक रेलवे पटरियां एवं अन्य सामान गायब हो गए। मामले की सूचना किसी ने आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेट अरूण कुंमार (RPF Assistant Commandant Arun Kumar) को दी तो उन्होंने टीमें भेजकर तथा विभिन्न थानों और आरपीएफ पोस्टों से संपर्क साधकर एक ट्रक को जिले के करमा से और दूसरी ट्रक को लखनऊ से पकड़ा।

आरोपियों ने गोदाम इंचार्ज के मिलीभगत की दी जानकारी

बरामदगी के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने गोदाम इंचार्ज के मिलीभगत की जानकारी दी। इस पर उन्हें पकड़कर पूछताछ की तो चोपन के तत्कालीन आरपीएफ थाना इंचार्ज नयन कुमार की संलिप्तता सामने आई। इसमें आरपीएफ के तीन सिपाहियों रामबाबू यादव, राकेश मौर्या और एसके पटेल के भी शामिल होने की चर्चा कई दिनों तक बनी रही। हालांकि बाद में चोपन और गढ़वा में तैनात मनोज कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह का दूसरी जगह तबादला किया गया। जबकि संलिप्त पाए गए तथा चर्चा में आए नामों की बजाय, दूसरे सिपाहियों को हटाने को लेकर सवाल उठाए जाते रहे।

स्क्रैप चोरी के मामले में इन लोगों से हुई पूछताछ

बताते हैं कि इसी स्क्रैप चोरी के मामले में नैनी जेल में बंद मुगलसराय निवासी फैयाज, शकील और कोलकाता के हावड़ा निवासी देवेंद्र को, मामले में विस्तृत पूछताछ के लिए रिमांड पर ले आया गया। चूंकि चोपन थाना इंचार्ज नयन कुमार (Chopan Police Station Incharge Nayan Kumar) की भूमिका संदिग्ध होने पर मामले की विवेचना गढ़वा इंचार्ज बनारसी यादव को सौंपी गई थी। इसलिए रिमांड भी उन्होंने ही ली। बताया जा रहा है कि आरोपियों को पूछताछ के लिए विंढमगंज रेलवे स्टेशन ले जाए जाने की बात कही गई। शनिवार की रात आरोपियों के वकील और परिवार के लोग विंढमगंज स्टेशन पहुंचे तो वहां कोई नहीं था। इसको लेकर वह देर तक परेशान रहे। तभी किसी ने उन्हें जानकारी दी कि आरोपियों को विंढमगंज से 12 किमी दूर झारखंड के नगर उंटारी स्टेशन पर ले जाया गया। इस पर जब लोग वहां पहुंचे तो आरोपियों की हालत देख दंग रह गए।

आरोपियों ने इंस्पेक्टर व उनके सहकर्मियों पर लगाया पिटाई करने का आरोप

आरोपियों ने इंस्पेक्टर बनारसी यादव और उनके सहकर्मियों पर बेरहमी से पिटाई का आरोप लगाते हुए थर्ड डिग्री की कहानी बयां की। इस पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पहले तो इंस्पेक्टर बनारसी ने मामला शांत कराने की कोशिश की लेकिन जब माहौल गरमाने लगा तो विभाग की तरफ से कांटैक्ट पर लिए गए मिर्जापुर के नंबर वाले वाहन से आरोपियों को दूसरी जगह ले जाया गया। बताते हैं कि देवेंद्र की सीने पर चढ़कर पिटाई किए जाने के कारण रास्ते में हालत काफी बिगड़ गई। इस पर रात में ही दुद्धी स्थित सीएचसी पर उसका उपचार कराया गया। अचानक से कई गाड़ियों का काफिला, लोगों के बीच देर तक चर्चा का विषय बना रहा।

रविवार को जब घटना की जानकारी सामने आई तो चर्चाएं शुरू हो गई। आरोप लगाया जा रहा है कि रेलवे इंजीनियर की तरफ से चोपन थाना इंचार्ज नयन की संलिप्तता के दिए गए बयान को मैनेज करने के लिए आरोपियों पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। इसको लेकर कुछ कागजातों पर भी दस्तखत कराने का आरोप लगाया जा रहा है। इसको लेकर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं जारी हैं।

उधर, सेलफोन पर हुई वार्ता में आरपीएफ के गढ़वा थाना इंचार्ज बनारसी यादव ने मारपीट के आरोपों को गलत बताया। कहा कि आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर ले आया गया था। पूछताछ के बाद वापस नैनी जेल पहुंचा दिया गया। नगर उंटारी में हंगामा के मसले पर कहा कि आरोपियों ने अपने वकीलों और समर्थन में आए लोगों को देखकर जानबूझकर हंगामा शुरू कर दिया आरोपियों का दुद्धी सीएचसी में चेकअप भी कराया गया है। चोपन के इंचार्ज रहे नयन यादव को बचाने की कोशिश के लग रहे आरोपों पर कहा कि इससे मतलब नहीं रखना चाहिए। गोदान इंचार्ज द्वारा अपने बयान में उनके नाम का उल्लेख करने के मसले पर कहा कि यह जांच का विषय है। वायरल वीडियो के मसले पर कहा कि एक प्लान के तहत जांच को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।

Deepak Kumar

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