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Sonbhadra News: दबंगई करने वाले थानेदार पर हो कार्रवाई, मीडिया एसो. ने उठाई आवाज, पत्रकारों पर दर्ज एफआईआर को भी रद्द करने की उठी मांग
Sonbhadra News: शक्तिनगर थाना क्षेत्र में कथित हत्या से जुड़े दो मामलों में अब तक कोई कार्रवाई सामने न आने को लेकर, जहां लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
Sonbhadra News (Image From Social Media)
Sonbhadra News: दबंगई को लेकर चर्चित थानेदार (प्रभारी निरीक्षक) पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है। शक्तिनगर थाना क्षेत्र में कथित हत्या से जुड़े दो मामलों में अब तक कोई कार्रवाई सामने न आने को लेकर, जहां लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। वहीं, कथित वीडियो को लेकर तीन पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करने, क्षेत्र में घटित होने वाले आपराधिक घटनाओं को लेकर, रिपोर्टिंग करने वाले को कार्रवाई का भय दिखाकर, अपने हिसाब से रिपोर्टिग के लिए दबाव देने के कथित मामले को लेकर आवाज उठनी शुरू हो गई है।
पत्रकारों को उनका कार्य से रोकने की कथित कोशिश और कथित वीडियो को आधार बनाकर तीन पत्रकारों पर दर्ज किए गए केस को लेकर सोनभद्र इलेक्ट्रानिक एवं डिजिटल मीडिया एसोसिएशन के कोर कमेटी की बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय पर बैठक हुई। इस दौरान, प्रभारी निरीक्षक की तरफ से पत्रकारों के साथ किए जा रहे व्यवहार, उन्हें धमकाने की हो रही कोशिश और दर्ज किए गए मुकदमे को लेकर नाराजगी तो जताई ही गई, प्रभारी निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर, अधिकारियों से मिलने का निर्णय लिया गया।
- आरोप: नहीं चाहते थानेदार, सही चीजें आएं सामने:
संगठन के लोगों का कहना था कि शक्तिनगर क्षेत्र के पत्रकारों के जरिए जो जानकारी मिल रही है। उसके मुताबिक थानेदार नहीं चाहते कि क्षेत्र में घटित होने वाली आपराधिक घटनाओं की सही तस्वीर लोगों के सामने आए। इसी लिए कभी धमकाने तो कभी किसी बहाने अदब में लेने की कोशिश की जाती रही है। ताजा एफआईआर मामले को भी इसी से जुड़ा बताया गया। पीड़ित पत्रकारों का दावा था कि उन्होंने न तो कोई वीडिया बनाई है न ही उन्होंने उसे वायरल किया। चूंकि पत्रकारों की तरफ से क्षेत्र में घटनाओं को लेकर उठाई जा रही खबरों से उन्हें नाराजगी थी, इस कारण कथित वीडियो को आधार बनाकर, पत्रकारों को अदब मे लेने के लिए एक केस दर्ज कर लिया गया और अब गोपनीयता की दुहाई जा रही है। बताते चलें कि पुलिस का दावा है कि आरोपी बनाए गए पत्रकारों ने गोपनीयता नियमों का उल्लंघन करते हुए थाने के कार्यालय में घुसकर वीडियो बनाई और उसे वायरल कर दिया। जबकि कथित पुलिसिलिया लापरवाही से जुड़ी जो कथित वीडियो वायरल हो रही है, वह गोपनीयता के किस अधिनियम के प्रतिबंधित है, इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है।
- प्रभारी निरीक्षक पर हो कार्रवाई, रद्द की जाए एफआईआर:
शक्तिनगर के वरिष्ठ पत्रकारों के जरिए मिली प्रकरण की जानकारी और मामले को लेकर सामने आते ताजा इनपुट को देखते हुए जहां संगठन की तरफ से प्रभारी निरीक्षक शक्तिनगर के कार्य व्यवहार की निंदा की गई। वहीं, पत्रकारों के खिलाफ दर्ज किए गए एफआईआर को रद्द किए जाने की मांग उठाई गई। साथ ही निर्णय लिया गया कि शुक्रवार को संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल इस मसले पर अधिकारियों से मुलाकात कर पत्रक सौंपेगा। इस मौके पर विमल जालान, रविंद्र केसरी, शशिकांत चौबे, शान्तनु बिश्वास, विवेक श्रीवास्तव, कौशलेंद्र पांडेय, पीयूष तिवारी, अरविंद तिवारी, ब्रजेश पाठक, राजन चौबे, आलोक पति तिवारी, आनंद चौबे आदि की मौजूदगी बनी रही।