TRENDING TAGS :
Sonbhadra News: मेडिकल कॉलेज में नहीं मिल पाई आर्थो मरीजों को ऑपरेशन की सुविधा, बिजली बैकअप की दिक्कत
Sonbhadra News: जनरेटर में आई दिक्कत को दूर करने के लिए इलेक्ट्रिशियन की टीम ने मेहनत भी की कोई लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई।
Sonbhadra News (Social Media)
Sonbhadra News: मेडिकल कॉलेज में पिछले एक सप्ताह से आर्थों मरीजों को मिलने वाली ऑपरेशन की सुविधा ठप पड़ी है। इसके पीछे, बिजली बैकअप न मिलना कारण बताया जा रहा है। पिछले सप्ताह के सोमवार से ठप पड़े ऑपरेशन को शुरू कराने के लिए, जनरेटर में आई दिक्कत को दूर करने के लिए इलेक्ट्रिशियन की टीम ने मेहनत भी की कोई लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। एक सप्ताह से ऑपरेशन ठप पड़े होने और मरीजों तथा उनके तीमारदारों की तरफ से जताई गई नाराजगी को देखते हुए, सोमवार को कई मरीजों को ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि वैकल्पिक तौर पर एक पावरफुल इनवर्टर की व्यवस्था की गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार से ऑर्थो मरीजों को ऑपरेशन की सुविधा मिलनी शुरू हो सकती है।
बताते चलें कि मेडिकल कॉलेज के एलटू भवन में आर्थों मरीजों के ऑपरेशन और उनके उपचार की व्यवस्था बनाई गई है। पिछले सप्ताह के सोमवार से ही बिजली बैकअप न मिलने के कारण ऑपरेशन ठप पड़ा है। हालत यह है कि कोई 10 दिन से तो कोई 22 दिन से ऑपरेशन के इंतजार में पड़ा हुआ था। प्रकरण को मीडिया की सुर्खियां बनने और ऑपरेशन पूरी तरह से ठप पड़े होने की स्थिति को देखते हुए मेडिकल कालेज प्रबंधन की तरफ से बिजली बैकअप के लिए लगाए गए जनरेटर की खराबी दूर कराने का प्रयास किया जा रहा था। दो दिन से इलेक्ट्रीशियनों की टीम भी लगी हुई थी लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
बिजली के कंट्रोल रूम में लगे पैनल की ख़राबी से बाधित हुई बिजलीः‘ प्राचार्य
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सुरेश सिंह ने बताया कि पिछले सप्ताह के सोमवार को ब्रेकडाउन होने के कारण अस्पताल मे बिजली नहीं थी। जब जनरेटर चलाया गया तो उसकी भी बिजली ओटी में नहीं जा रही थी। ब्लाक बी में बने बिजली के कंट्रोल रूम में लगे पैनल में ख़राबी के कारण बिजली बाधित हो रही थी जिसे इलेक्ट्रीशियन द्वारा काफी प्रयास के बाद भी समझ में नहीं आ रहा था। किसी तरह ठीक कराया गया लेकिन अगले दिन फिर से परेशानी आ गई।
- जनरेटर की बिजली ओटी में न पहुंचने से था ऑपरेशन में रिस्क: प्राचार्य
पुनः इलेक्ट्रिशियन द्वारा काफी प्रयास किया गया। साथ ही अन्य शहरों के विशेषज्ञ से भी संपर्क कर ठीक करने की कोशिश की गई लेकिन सफ़लता नहीं मिली। अंततः अगले दिन डायरेक्ट करके ओटी में बिजली तो पहुंचा दी गई लेकिन जनरेटर की बिजली ओटी मंे न जाने के कारण बिजली कटने पर आपरेशन में रिस्क था इसलिजए कुछ दिनों के लिए ऑपरेशन रोक दिया गया।
- इनवर्टर के जरिए ऑपरेशन शुरू कराने का प्रयास: प्राचार्य
फिर एक प्रयोग के तौर पर सोमवार यानी पांच मई को एक पावरफुल इन्वर्टर लगवाया गया है। उम्मीद है कि कल से ओटी शुरू की जाएगी। कहा कि जनरेटर का खराब पार्ट आस पास के जिलों में नहीं मिल रहा है। उसे दिल्ली से लाने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद है कि मंगलवार को वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में इनवर्टर का प्रयोग सफल रहेगा। बताया कि आर्थाेपेडिक ओटी मे सी-आर्म एक्सरे मशीन भी चलानी होती है जिससे बिजली पर नार्मल ओटी से ज्यादा लोड पड़ता है।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge