×

मानो या ना मानो ! कानपुर के इस गांव के लोग आज भी रखते हैं भूत प्रेत पर विश्वास

कानपुर का एक ऐसा गांव जहा के ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर है। गांव में अचानक रहस्यमयी तरीके से घरो में आग लग रही है। ग्रामीणों का मानना है कि इस गाँव में किसी प्रेत आत्मा का साया है

tiwarishalini
Published on: 3 May 2017 6:35 PM IST
मानो या ना मानो ! कानपुर के इस गांव के लोग आज भी रखते हैं भूत प्रेत पर विश्वास
X

कानपुर: कानपुर का एक ऐसा गांव जहा के ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर है। इस दहशत की वजह और कोई नहीं उनका अंधविश्वास है। गांव में अचानक रहस्यमयी तरीके से घरो में आग लग रही है। ग्रामीणों का मानना है कि इस गाँव में किसी प्रेत आत्मा का साया है जो खून की बलि मांगती है। जिसकी वजह से आठ घर इसकी चपेट में आ चुके है और उनकी गृहस्थी जलकर खाख हो चुकी है। ग्रामीणों के मुताबिक पांच साल पहले भी लगातार 15 घरो में अचानक आग लगी थी। जिसमे पूरा जिला प्रशासन हफ्तों तक डेरा जमाये बैठा रहा था । फायर ब्रिग्रेड की टीम महीनों तक डेरा जमा कर रखा इसके बाद एक तांत्रिक ने गाँव में पूजा की थी।

क्या है पूरा मामला?

- बिधनू थाना क्षेत्र स्थित काकोरी गांव के आठ घर भीषण आग की चपेट में आ गए।

-इस गांव की आबादी लगभग 700 है जिसमे कोरी समाज के लोग अधिक रहते है।

- इस गांव के लोग पूरी तरह से खेती किसानी पर निर्भर हैं और जो ग्रामीण संपन्न है वह शहरो में बस गए है ।

- लेकिन इन दिनों इस गांव के लोग अपने घरों को छोड़कर खुले मैदान में सोने के लिए मजबूर है।

- ग्रामीणों में आग की दहशत इस कदर है कि वह घरों से बहार खाना बना रहे है और ज्यादा से ज्यादा समय घरों के बाहर बिता रहे है ।

पांच साल पहले भी लगी थी आग

- इस गांव में इसी तरह की आपदा पांच साल पहले भी आई थी जिसमे पूरा जिला प्रशासन आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुटा रहा था ।

- लेकिन इसका पता लगाने में वह नाकाम रहे इसके बाद एक तांत्रिक की पूजा के बाद गांव में आग लगने का सिलसिला थम गया था ।लेकिन आग लगने का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है ।

गांव में है प्रेम आत्मा का साया

- ग्रामीण जगलाल यादव ने बताया कि-हमारे गांव में किसी प्रेत आत्मा का साया है जिसकी वजह से अचानक घरो में आग लग जाती है।

-जिससे अभी तक आठ घरो की ग्राश्थी जलकर रख हो चुकी है ,अब किन वजह से आग लग रही है - पाच साल पहले जो तांत्रिक पूजा करने आया था अब उसका कुछ पता नही चल रहा है वह कहा है।

- इससे निपटने के लिए ग्रामीण अपने-अपने घरो में तरह-तरह का टोटका और पूजा करा रहे है ताकि अपने घर को सुरक्षित किया जा सके।

ग्रामीणों के मुताबिक

काकोरी गांव में रहने वाले प्रह्लाद खेतों में सब्जी उगाने का काम करते है। सबसे पहले इन्ही के घर में आग लगी थी। इनके छह बेटे है इनके सबसे छोटे बेटे की शादी मई के अंतिम सप्ताह में है ।प्रह्लाद ने बताया कि-'मेरे घर में अचानक धुआ उठा और अचानक पूरे घर में आग लग गई किसी को कुछ भी समझने का मौका ही नही मिला । इसमें हमारा गेहू ,सरसों भूसा और पूरी गृहस्थी जल गई। बेटे की शादी के लिए 80 हजार रुपये नगद रखे थे वह भी जलकर राख हो गए। इस आग में मै पूरी तरह से बर्बाद हो गया ,लेकिन मेरे यहां आग लगने के बाद आग लगने का सिलसिला पूरे गाँव में शुरू हो गया ।

आगे की स्लाइड में पढ़ें और क्या कहते हैं गांववाले

रामकली ने बताया कि अब सभी गांववाले अपने-अपने घरो में पूजा करा रहे है ताकि वह अपने परिवार को सुरक्षित रख सके ।पूरा गांव घरो के बहार दिन रात जीवन यापन कर रहे है। लोगों का चूल्हा घरो के बहार जल रहा है ।

इसी तरह राजनारायण पत्नी रिमान दो बच्चो के साथ रहते है इनके घर में आग लगने से 3 बकरिया जल गई। इनका लगभग 35 हजार का नुकसान हुआ है l मानु कोरी पत्नी रामकली तीन बेटो सर्वेश ,नीरज बबलू के साथ रहते है ,इनके घर में भी रहस्यमाय तरीके से आग लग गई।

आगे की स्लाइड में देखें और फोटोज ...

tiwarishalini

tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story