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Jhansi News: अंग्रेजों के जमाने में बनाए गए रेलवे स्टेशनों की बदल रही है तस्वीर

Jhansi News: बुंदेलखंड क्षेत्र के झाँसी शहर में एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है। यह भारत के सबसे व्यस्त और सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है।

B.K Kushwaha
Published on: 25 Dec 2023 9:16 AM GMT
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अंग्रेजों के जमाने में बनाए गए रेलवे स्टेशनों की बदल रही है तस्वीर (न्यूजट्रैक)

Jhansi News: बुंदेलखंड क्षेत्र के झाँसी शहर में एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है। यह भारत के सबसे व्यस्त और सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है। यह भारतीय रेलवे की विभिन्न ट्रेनों जैसे गतिमान एक्सप्रेस, जो भारत की सबसे तेज ट्रेन है, के साथ-साथ बुंदेलखंड एक्सप्रेस जैसी अन्य ट्रेनों की मेजबानी करता है। यह भारतीय रेलवे की विभिन्न महत्वपूर्ण ट्रेनों जैसे मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद आदि के लिए जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस के पांच सेटों का एक प्रमुख पड़ाव है। यह एक प्रमुख इंटरसिटी हब है और झाँसी से गुजरने वाली सभी ट्रेनों के लिए एक तकनीकी और वाणिज्यक स्टॉपेज है।

भारतीय रेलवे अब अंग्रेजों के जमाने में बनाए गए रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदलने जा रही हैं। इसके लिए सरकार ने अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत रेलवे स्टेशन का कायाकल्प कर उन्हें स्मार्ट बनाया जा रहा है और बेहतर सुविधाएं दी जा रही है। झाँसी रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के निर्देशन में मंडल के 15 अमृत भारत स्टेशन का पुनर्विकास कार्य तेजी से चल रहा है। इनमें भिंड, मुरैना, डबरा, दतिया, ललितपुर, उरई, पुखरायां, घाटमपुर, बांदा, चित्रकूटधाम कर्वी, महोबा, हरपालपुर, ओरछा, महाराजा छत्रसाल छतरपुर और टीकमगढ़ रेलवे स्टेशन शामिल है।

पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के दिशा निर्देशन और नेतृत्व में चल रहे झांसी बीना खंड की तीसरी लाइन का कार्य, धौर्रा - जाखलौन खंड को छोड़कर पूरा हो गया। झांसी बीना खंड कुल लंबाई 152.5 किलोमीटर है। झाँसी मथुरा तीसरी लाइन में झाँसी मंडल का कार्य पूर्ण हो गया है।

पीआरओ ने बताया कि दतिया -डबरा 30.39 किलोमीटर, आंतरी -ग्वालियर 22.59 किलोमीटर और मुरैना से हेतमपुर 13.39 किलोमीटर कार्य प्रगति पर है। तीसरी लाइन 2023 में झांसी बीना खंड पर शुरू हो गया। उनका कहना है कि तीसरी लाइन के सभी कार्य 2024 में कार्य पूरा हो जाएगा।

इसी वर्ष 2023 में बबीना से बिजरौठा, जाखलौन से धौरा और धौर्रा से आगासोद का कार्य पूरा हो गया। साथ ही संचालन भी शुरु हो गया है। झाँसी मानिकपुर रेल खंड का दोहरीकरण, झाँसी से महोबा के मध्य भी प्रगति पर है। उनका कहना है कि झाँसी और खजुराहो स्टेशन के पुनर्विकास का मॉडल फाइनल हो गया है। तीन स्टेशन खजुराहो, झाँसी और ग्वालियर पुनर्विकास में है।

Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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