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अब ताज का दीदार हुआ मुश्किल, चमक बरकरार रखने के लिए लगवाए जा रहे पाड़
शाहजहां और मुमताज के प्रेम की निशानी ताजमहल का वास्तविक दीदार अब नही हो पाएगा। फ्रंट से अब ताजमहल के बीच की दीवारों पर लोहे के पाइपो की ऊंची पाड़ लगाई जा रही हैं।पाड़ बंधा
आगरा: शाहजहां और मुमताज के प्रेम की निशानी ताजमहल का वास्तविक दीदार अब नही हो पाएगा। फ्रंट से अब ताजमहल के बीच की दीवारों पर लोहे के पाइपो की ऊंची पाड़ लगाई जा रही हैं।पाड़ बंधा होने से भले ही ताज की खूबसूरती का वास्तविक दीदार न हो पाए पर पर्यटक इसे भी यादगार मान रहे हैं।
ताज की चमक बरकरार रखने के लिए लगवाए जा रहे पाड़
- धूल और प्रदूषण से पीले हो रहे ताजमहल की सफेदी बरकरार रखने को पिछले दो वर्ष से मडपैक ट्रीटमेंट का काम चल रहा है।
- शुरुआत ताज के दशहरा घाट की ओर से की गई थी।अभी मीनारों पर लोहे के पाइपों की पाड़ लगाकर काम चल रहा है और अब यह ताज के पश्चिम की ओर मस्जिद की तरफ तक पहुंच चुकी है।
-अनुमान है कि जुलाई के अंत तक यह काम चलना है।उसके बाद ताज के ऊपर के गुम्बदों पर काम होगा।
-मार्च में बजट के कारण यह काम रुका था और अब विभाग की अनुमति से काम फिर शुरू हो गया है।
-जुलाई तक भले ही यह काम खत्म हो जाए जिसके बाद ऊपर मुख्य गुम्बद पर काम शुरू होगा।-इसके लिए चरो तरफ से पाइपों का जाल बिछाया जाएगा। इस तरह अब करीब एक साल से ज्यादा समय तक ताज महल पाइपों की कैद में नजर आएगा।
-हालांकि पूर्व में विभाग के कार्य करने की स्पीड और तरीकों को देख कर समय की कल्पना करना मुश्किल ही है।
अब तक ताजमहल के पूर्वी उत्तरी छोर पर मडपैक ट्रीटमेंट हो चुका है।निचली दीवारों पर भी काफी काम हो चुका है।अब पश्चिम की और काम शुरू हो चुका है और 20 मई से दक्षिण की ओर से मड ट्रीटमेंट शुरू होना है।इसके बाद यमुना की ओर महताब बाग़ की साइड काम किया जाना है।
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- ताज घूमने आए मद्रास के विशेश्वर ने कहा कि ताज पर यह लोहा के पाइप थोड़ा सा अजीब हैं पर एक बात है कि अब हमारा बच्चा जब कभी आएगा तो उसे यह नजारा नही मिलेगा।