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बेसिक शिक्षा मंत्री का एलान: उच्च शिक्षा की तर्ज पर होंगे ओरियंटेशन व रिफ्रेशन कोर्स
प्रदेश के सभी 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में बालिकाओं तथा स्टाफ की सुरक्षा के लिए गाइडलाइंस जारी करते हुए होमगार्ड पीआरडी की व्यवस्था की गई है।
लखनऊ यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने एनसीईआरटी की महासभा की 57वीं जनरल काउन्सिल बैठक में उच्च शिक्षा में शिक्षकों के लिए चलाये जाने वाले ओरियटेंशन और रिफ्रेशन कोर्स की तर्ज पर बेसिक व माध्यमिक शिक्षा के शिक्षकों के लिए भी कोर्स चलाये जाने का सुझाव दिया है। डॉ. द्विवेदी ने कहा कि बीएड, डीएलएड के ट्रेनिंग को एक करते हुए कक्षा 1 से 8 तक कि बीएड ट्रेनिंग टीचर को ही उचित समझा जाए। जिस पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल ने उनके प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उनके दिए सुझाव पर विचार करने का आश्वासन दिया।
एनसीईआरटी की 57वीं जनरल काउन्सिल
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक जी की अध्यक्षता में एनसीईआरटी की महासभा की 57वीं जनरल काउन्सिल की गुरुवार को हुई वर्चुअल बैठक में डा. द्विवेदी ने यूपी में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किये जा रहे सुधारों व नवाचारों के प्रयासों के बारे में बताते हुए कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के रूपांतरण के लिए मिशन प्रेरणा लागू किया गया है।
बुनियादी तथा उपचारात्मक शिक्षण पर फोकस
फॉउंडेशनल लिटरेसी एवं न्यूमरेसी पर फोकस करने तथा प्रभावी क्रियान्वयन के लिए इसे पिछले साल सितम्बर माह में शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि छात्र- छात्राओं के लर्निंग आउटकम्स बढ़ाने के लिए बुनियादी तथा उपचारात्मक शिक्षण पर फोकस किया जा रहा है और कक्षा 1 से 5 के हिंदी व गणित में छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं तथा अध्यापकों के क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है और इसके लिए राज्य के हर ब्लाक स्तर पर सेवारत अध्यापकों, शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों के लिए 05 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए।
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बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में भी शिक्षकों का आनलाइन प्रशिक्षण चल रहा है और दीक्षा एप पर शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए 4000 से अधिक वीडियो तथा विजुअल्स शिक्षण सामग्री उपलब्ध करायी गयी है।
कोविड- 19 महामारी
उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं के लर्निंग आउटकम्स के आंकलन के लिए सभी विद्यालयों में त्रैमासिक एसेसमेंट टेस्ट कराये गये हैं। इसके साथ ही कोविड- 19 महामारी के कारण 150 व्हाट्सएप ग्रुप चलाए जा रहे हैं जिनमें अध्यापकों तथा छात्र छात्राओं के लिए रोज पाठ्य सामग्री भेजी जा रही है। इसके अलावा मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला में कक्षा 1 से 8 तक के सभी बच्चों के लिए दूरदर्शन तथा आकाशवाणी के माध्यम से शैक्षिक कार्यक्रम प्रसारित किए जा रहे हैं।
बेसिक शिक्षा मंत्री का बयान
डॉ. द्विवेदी ने बताया कि दुर्बल वर्ग के ड्राप आउट तथा आउट ऑफ स्कूल बालिकाओं की आवासीय शिक्षा के लिए प्रदेश के सभी 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में बालिकाओं तथा स्टाफ की सुरक्षा के लिए गाइडलाइंस जारी करते हुए होमगार्ड पीआरडी की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों को आदर्श आवासीय विद्यालयों के रूप में विकसित किया जा रहा है।
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वर्तमान में इन विद्यालयों में कक्षा 6 से 8 की शिक्षा दी जाती है जिसमें बालिकाओं के ड्राप आउट होने की संभावना बनी रहती है। बालिकाओं को कक्षा 12 तक की शिक्षा का सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 350 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को अपग्रेड कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गवर्नेंस और मानीटरिंग के लिए मानव संपदा पोर्टल को पूरे प्रदेश में लागू किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों को सेवा विवरण समस्त प्रकार के अवकाश विभिन्न देयकों का भुगतान, सेवापुस्तिका, चरित्र पंजिका कार्यों के लिए त्वरित व पारदर्शी ऑनलाइन व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
रिपोर्टर मनीष श्रीवास्तव