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मुबारक हो ! इजराइल की मदद से UP बनेगा भारत का पहला राज्य, जहां होगा वाटर यूटिलिटी रिफार्म
इजरायल की मदद से उत्तरप्रदेश भारत का ऐसा पहला राज्य होगा, जहां वाटर यूटिलिटी रिफॉर्म होगा। उत्तर प्रदेश वाटर यूटिलिटी रिफॉर्म पर इजरायल का पार्टनर होगा। इसके जरिए राज्य के गांवों और शहरों में पीने के साफ पानी की सप्लाई जैसी चीजों पर काम होगा।
लखनऊ: इजरायल की मदद से उत्तरप्रदेश भारत का ऐसा पहला राज्य होगा, जहां वाटर यूटिलिटी रिफॉर्म होगा। उत्तर प्रदेश वाटर यूटिलिटी रिफॉर्म पर इजरायल का पार्टनर होगा। इसके जरिए राज्य के गांवों और शहरों में पीने के साफ पानी की सप्लाई जैसी चीजों पर काम होगा।
- PM मोदी के इजराइल दौरे के दौरान यूपी वाटर कॉर्पोरेशन और इजरायल मिनिस्ट्री के बीच साइन एमओयू के तहत ये सब होगा। सेंट्रल वाटर कमीशन, सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड और नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की एक ज्वाइंट टीम यहां की चुनौतियों की पहचान करेगी और समय रहते उसका हल ढूंढेगी।
- एक ऑफिशियल के मुताबिक 'इजरायली अथॉरिटीज प्रॉब्लम्स ढूंढकर उनके सॉल्यूशन निकालेगी।
- असल में इस इंडिया-इजरायल कोऑपरेशन के जरिए यूपी का टेस्ट होगा। अगर ये यूपी में सफल होगा तो इसे कहीं और आगे भी दोहराया जा सकता है।''
- बता दें कि मई में सीएम योगी ने लखनऊ आए इजरायल एम्बेसडर डेनियल कॉर्मन से इस एमओयू को लेकर बातचीत की थी।
क्या है मकसद?
- इस योजना के जरिए पूरे राज्य में पीने का साफ पानी पहुंचाया जाएगा।
- जहां तक गंगा में पॉल्यूशन को ठीक करने के लिए सीवेज का सवाल है, उसके लिए बुंदेलखंड के वाटर फ्री एरिया में एग्रीकल्चर और रिर्सोसेज के कंजर्वेशन के लिए रिसाइकिल वाटर का इस्तेमाल होगा। दोनों देशों की एजेंसियां इसके सॉल्यूशन पर काम करेंगी।"
बुंदेलखंड से होगी शुरुआत
- यूपी वाटर कॉर्पोरेशन के जीएम डीएन यादव के मुताबिक ''पीने के पानी, सिंचाई और वाटर रिर्सोसेज को बचाने और बढ़ाने को लेकर इजरायल की कंपनी से हमारा टाइअप होगा।''
- यूपी में कई फेज में काम किया जाएगा। सबसे पहले प्रैक्टिकल तौर पर बुंदेलखंड के कई हिस्सों में सिंचाई और पीने के पानी के लिए प्रोग्राम चलाया जाएगा।
- इसके बाद धीरे-धीरे इसे पूरे यूपी में लगाया जाएगा। वाटर प्यूरीफाई कर उसे पीने और सिंचाई के काबिल बनाने पर जोर रहेगा। साथ ही पानी के री-स्टोरेज और ग्राउंड वाटर को रिर्जव कैसे किया जाए, इस पर भी काम होगा।"