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UP News: सोनभद्र में प्रसव के लिए भर्ती महिला की मौत पर बवाल, औरैया में घूरा हटाने को लेकर किशोरी को पीटा

UP News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में करमा थाना क्षेत्र के केकराही स्थित निजी हॉस्पिटल में शुक्रवार की रात प्रसव के लिए भर्ती कराई गई विवाहिता की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई।

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Newstrack NetworkPublished By Divyanshu Rao
Published on: 28 Aug 2021 9:45 AM GMT (Updated on: 28 Aug 2021 9:46 AM GMT)
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अस्पताल के पास जमा हुए परिजन और ग्रामीण (डिजाइन फोटो:न्यूज़ट्रैक)

UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र (Sonbhadra) जिले में करमा थाना क्षेत्र के केकराही स्थित निजी हॉस्पिटल में शुक्रवार की रात प्रसव के लिए भर्ती कराई गई विवाहिता की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। खफा परिजनों ने अस्पताल का गेट बंद कर जमकर हंगामा किया। करीब डेढ़ घंटे तक हंगामे की स्थिति बनी रही। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया। पुलिस की तरफ से अभी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से मामले को मैनेज करने की कोशिश जारी है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।

बताया जा रहा है कि करमा थाना क्षेत्र के पापी ग्राम पंचायत अंतर्गत भगौती गांव निवासी प्रमिला (26) पत्नी कमलेश मौर्य को शुक्रवार की देर शाम करीब 7:30 बजे केकराही स्थित लाइफ़ केयर हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। भर्ती करने के बाद उसका ऑपरेशन किया गया। बच्चे के जन्म के कुछ देर बाद ही महिला की हालत बिगड़ गई। स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर एक निजी वाहन का इंतजाम कर प्रसूता को वाराणसी ले जाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में महिला की मौत हो गई। इसके बाद परिवार के लोगों ने प्रसव के लिए ऑपरेशन के दौरान लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

परिजनों ने अस्पताल का गेट बंद करके जताई नाराजगी

अस्पताल का गेट बंद कर भी नाराजगी जताई। नाराजगी जता रहे लोगों का आक्रोश देख अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और कर्मचारी वहां से भाग खड़े हुए। घटना की जानकारी पाकर गांव के भी कई लोग पहुंच गए। परिजनों और ग्रामीण अस्पताल और उसके संचालकों पर कार्रवाई की मांग पर देर तक अड़े रहे। जिसके बाद सूचना पाकर पहुंची करमा पुलिस ने परिवारीजनों एवं अन्य को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया। जिसके बाद आवागमन बहाल हुआ।

पुलिस ने शव को कब्ज में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा

इसके बाद पुलिस ने शव कब्जे को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला ज्यादा गंभीर देख अस्पताल प्रबंधन मामले को मैनेज करने की कोशिश में जुट गया। कुछ लोगों ने मुआवजे को लेकर भी मध्यस्थता शुरू कर दी। करमा थानाध्यक्ष देवतानंद सिंह ने बताया कि परिवार के लोगों की तरफ से अभी कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी गई है।

अस्पताल की तस्वीर

अस्पताल के संचालन डॉ विनोद कुमार ने कहा प्रसूता की मौत हार्ट अटैक से हुई

इसलिए कार्यवाही किया जाना संभव नहीं हो सका है। जैसे ही तहरीर मिलेगी, कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। वहीं अस्पताल संचालक डॉ. विनोद कुमार ने सेलफोन पर हुई वार्ता में इस मसले पर कहा कि आप जो चाहे अपनी तरफ से लिख सकते हैं। फिर कुछ देर बाद कहा कि प्रसूता की मौत हार्ट अटैक से हुई है। उधर, स्वास्थ्य महकमे के नोडल अधिकारी डॉ. गुरु प्रसाद ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। उन्होंने इसकी जांच शुरू कर दी है। मृतक के परिवार वालों के साथ ही अस्पताल के लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली जाएगी।

अस्पताल के मानकों की जांच की जाएगी

अस्पताल में प्रसूता को भर्ती करने के मानक थे या नहीं? लाइसेंस किस सेवा के लिए दिया गया है? सहित सभी बिंदुओं पर गहन जांच की जाएगी। अगर अस्पताल का संचालन अवैध मिला या मानक की अनदेखी मिली या प्रसव के लिए किए गए ऑपरेशन में लापरवाही की पुष्टि हुई तो अस्पताल सील करने के साथ ही संबंधितों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

औरैया में घूरा हटाने को लेकर दो बहनों की पिटाई

वहीं उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में फफूंद थाना क्षेत्र के सराय बिहारी दास निवासी किशोरी ने थाने में दे दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसके घर के समीप उसकी जगह पर घूरा पड़ा हुआ था। उसी के परिवार के व्यक्ति द्वारा उसे हटाया जाने लगा तो उसने इसका विरोध किया। इस पर उन्होंने उसे व उसकी बहन को मारपीट कर घायल कर दिया। पीड़ित किशोरी ने बताया कि उसने मामले की जानकारी थाना पुलिस को दी। मगर उसके प्रार्थना पत्र पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है।

घूरा हटाने का विरोध करने पर किशोरी के चाचा ने की मारपीट

सराय बिहारी दास थाना फफूंद निवासी राम जानकी पुत्री सोबरन सिंह ने दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि 27 अगस्त की सुबह 8 बजे वह व उसकी छोटी बहन पिंकी घर पर थी। उसी समय उसके घर के समीप रहने वाले उसके चाचा उसकी जगह पर पड़े हुए घूरे को हटाने लगे। जब उसके द्वारा घूरा हटाने का विरोध किया गया तो उन्होंने उसकी पिटाई कर दी। पिटाई के दौरान जब उसने शोर मचाना शुरू किया तो उसे बचाने के लिए उसकी छोटी बहन पिंकी बचाने आई। राम जानकी ने बताया कि उसके चाचा द्वारा उसे बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया गया और उसकी मारपीट की गई।

इस संबंध की जानकारी फफूंद थाने में दी। मगर अब तक प्रार्थना पत्र पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। पीड़ित ने पुलिस से मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई है।

Divyanshu Rao

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