×

यूपी पुलिस को मिला डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड

राजधानी स्थित प्रवासी भारतीय केंद्र में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल शिखर सम्मेलन और शासन में नवाचार अवार्ड-2019 आयोजित किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू थे। समारोह में नीति आयोग के वीसी राजीव कुमार ने यूपी पुलिस को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड से सम्मानित किया।

Aditya Mishra
Published on: 2 March 2019 5:01 PM IST
यूपी पुलिस को मिला डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड
X

लखनऊ: राजधानी स्थित प्रवासी भारतीय केंद्र में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल शिखर सम्मेलन और शासन में नवाचार अवार्ड-2019 आयोजित किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू थे। समारोह में नीति आयोग के वीसी राजीव कुमार ने यूपी पुलिस को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड से सम्मानित किया।

ये भी पढ़ें...‘एंटी रोमियो’ स्क्वॉड्स को और मजबूती देने के लिए यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को जारी हुए दिशा-निर्देश

यूपी पुलिस की तरफ से आईपीएस नवनीत सिकेरा ने इस पुरस्कार को प्राप्त किया। साथ ही 30 प्रतिष्ठित लोगों को भी उत्कृष्ट कार्य करने के लिए विभिन्न श्रेणी में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड से सम्मानित किया गया।

डॉ. कलाम के पूर्व सलाहकार और कलाम सेंटर के सीईओ सृजन पाल सिंह ने कहा कि “केआईजीए के इस तीसरे संस्करण में हम एक मंच पर सिविल सेवा अधिकारीगण, शासकीय पेशेवरों और सामाजिक रूप से प्रभावशाली लोगों को एक साथ ला रहे हैं। हमारा उद्देश्य डॉ. कलाम द्वारा परिकल्पित भारत को महाशक्ति बनाने की दिशा में इन लोगों के विचारों को उजागर करना है।" साथ ही उन्होंने यह घोषणा भी की कि भारत के कई जिलों में 900 कलाम डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने जिससे लगभग 1,00,000 छात्रों को करियर काउंसलिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और मूल्य निर्माण में बेहतर प्रशिक्षण मिलेगी।

ये भी पढ़ें...Good News: यूपी पुलिस में 51,216 पदों पर आई वैकेंसी, ये है आवेदन संबंधी डिटेल

डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने पर दिया गया जोर

कलाम लाइब्रेरी : भारत के कई जिलों में 900 कलाम डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन भी घोषित किए गए। इससे लगभग 1,00,000 छात्रों को करियर काउंसलिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और मूल्य निर्माण में बेहतर प्रशिक्षण मिलेगी।

इन पुस्तकालयों को सरकारी स्कूलों में और वेधशालाओं में बच्चों के लिए निःशुल्क संचालित होंगे और शहरी केंद्रों में टॉप-एंड ट्रेनर्स को राष्ट्र के दूरदराज के हिस्सों में जरूरतमंद बच्चों के साथ जोड़ने में मदद करेगा।शिखर सम्मेलन के दौरान पहले चरण के तहत माननीय उपराष्ट्रपति द्वारा 75 डिजिटल पुस्तकालय भी लॉन्च किये गई।

ये भी पढ़ें...यूपी पुलिस का टेक्निकल विंग काफी स्मार्टली काम कर रहा है: डीजीपी

Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story